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बुंदेलखंड विशेष पैकेज घोटाला - जो ठेकेदार पंजीकृत नहीं था उसे सौंप दिया पशु प्रदाय का काम
डिजिटल डेस्क छतरपुर/टीकमगढ़ । बुंदेलखंड विशेष पैकेज के तहत छतरपुर जिले के राजनगर में पशु प्रदाय योजना में हुए गड़बड़झाले पर अभी भी पर्दा पड़ा हुआ है। पशु पालन विभाग ने सामान्य प्रशासन विभाग के माध्यम से विधानसभा की याचिका समिति को जो जांच प्रतिवेदन पर कार्रवाई संबंधी ब्यौरा भेजा है, उसमें यह पूरा मामला नदारद रहा। यहां बता दें पशुपालन विभाग को बुंदेलखंड के सभी 6 जिलों में चिन्हित हितग्राहियों को जीविकोपार्जन के लिए पशु प्रदाय करने थे। योजना के तहत छतरपुर जिले के राजनगर में बकरियां तो प्रदाय की गईं, लेकिन अनुबंध शर्तों का उल्लंघन करते हुए। नतीजन उचित नस्ल की बकरियां हितग्राहियों को नहीं मिल सकीं।
उपसंचालक ने जताई थी आपत्ति
हितग्राहियों को मप्र कुक्कुट विकास निगम द्वारा पंजीकृत ठेकेदारों के माध्यम से पशु प्रदाय किए जाने थे, राजनगर में यह काम रायपुर के जिस ठेकेदार को करने कहा गया, वह निगम में पंजीकृत नहीं था। यह बात जब उपसंचालक पशुपालन के संज्ञान में आई तो उन्होंने रायपुर के बलविंदर मग्गो को राजनगर में पशु प्रदाय का कार्य दिए जाने को नियमों के विपरीत बताते हुए, इसकी सक्षम अधिकारी से अनुमति प्राप्त किए जाने कहा, लेकिन ऐसा हुआ नहीं।
जांच में आया मामला सामने
बुंदेलखंड विशेष पैकेज घोटाले की लगातार मिल रहीं शिकायतों के बीच जांच समिति ने जब पशु प्रदाय योजना में हुए गड़बड़झाले के आरोपों की जांच शुरू की तो उसके संज्ञान में यह मामला आया। समिति सदस्यों ने तद्संदर्भ में प्राप्त की गई सक्षम स्वीकृति के दस्तावेज भी मांगे, लेकिन उन्हें नहीं मिले।
यूं डाल दी गई मामले पर खाक
राजनगर में प्रदेश के बाहर के अपंजीकृत ठेकेदार को काम दिए जाने का मामला जब उछला तो ठेकेदार बलविंदर मग्गो ने उपसंचालक को पत्र द्वारा राजनगर में बकरी प्रदाय करने का काम सीताराम एवं उनके पुत्रों को दिया जाना बताया गया। जांच समिति ने पाया कि ठेकेदार द्वारा ऐसा किए जाने से राजनगर में उचित नस्ल की बकरियां हितग्राहियों को प्रदाय नहीं की जा सकीं। जांच समिति ने इसे अनुबंध की शर्तों का उल्लंघन और अनियमितता माना था।
गुमराह करने के भी प्रयास
छतरपुर जिले में बकरियां सप्लाई करने के मामले में जवाब-तलब हुआ तो बताया गया कि बकरियां प्रदाय कुक्कुट विकास निगम के पंजीकृत ठेकेदारों रामतीरथ कपूर (भोपाल), स्व. राम सिंह स्मृति संस्थान (भिंड), रियाज अली (टीकमगढ़), धर्मेन्द्र पीपर (राजनगर) व श्रीमती गीता करोसिया (टीकमगढ़) द्वारा किया गया है। समिति ने जांच की तो ये तथ्य गलत निकला। पता चला कि राजनगर में बकरियां प्रदाय का काम निगम में अपंजीकृत ठेकेदार बलविंदर मग्गो (रायपुर) को दिया गया था।
इनका कहना है
पशुपालन विभाग के हर मामले में पर्देदारी की जा रही है। शासन जब मान रहा है कि गड़बड़ी हुई है तो वह दोषियों पर कार्रवाई करने और उनके नाम सामने लाने से क्यों हिचक रहा है, समझ से परे है।
-पवन घुवारा, सोशल एक्टिविस्ट, टीकमगढ़
Created On :   28 March 2018 2:54 PM IST