जज की शिकायत पर वकील पर केस दर्ज ,नाराज वकीलों ने जज दंपति के तबादले की मांग की

Case filed against lawyer on judges complaint, angry lawyers demanded transfer of judge couple
जज की शिकायत पर वकील पर केस दर्ज ,नाराज वकीलों ने जज दंपति के तबादले की मांग की
जज की शिकायत पर वकील पर केस दर्ज ,नाराज वकीलों ने जज दंपति के तबादले की मांग की

*कोर्ट में आरोपी द्वारा अपने गले में चाकू घोंप लेने का मामला 

डिजिटल डेस्क  छतरपुर । जिला अदालत में दुष्कर्म के दोषी ओमकार अहिरवार को दस साल की सजा सुनाने के बाद उसके द्वारा खुद को चाकू मार लेने के मामले में अधिवक्ता संघ एवं जज नोरिन निगम आमने-सामने आ गए हैं। इस मामले में जज से दुव्यर्वहार करने को लेकर अधिवक्ता हिमांशु चौरसिया के खिलाफ कोतवाली में एफआईआर दर्ज की गई है। इससे नाराज होकर अधिवक्ता संघ ने बुधवार को जज दंपति के तबादले की मांग करते हुए उनके खिलाफ निंदा प्रस्ताव पारित करने के साथ ही गुरुवार से उनकी कोर्ट में काम नहीं करने की बात की है। इस विवाद के चलते बुधवार को अदालत परिसर में भारी पुलिस बल तैनात रहा। बताया जा रहा है कि एसपी तिलक सिंह के घटना स्थल का निरीक्षण करने के दौरान स्थल बदलने की बात पर अधिवक्ता की जज के पति से कहासुनी हुई थी। लेकिन वकील के खिलाफ एफआईआर होने के बाद उनमें आक्रोश बढ़ गया। उन्होंने जज नोरिन निगम का तबादला न होने तक का कोर्ट का बहिष्कार करने की बात कही है।
अभियुक्त की क्यों नहीं हुई जांच 
पुलिस सूत्रों के अनुसार कोर्ट में अभियुक्त को प्रस्तुत करने के पहले कोर्ट मुर्हरर द्वारा अभियुक्त की तलाशी करने के प्रावधान है। जघन्य अपराधों की सजा के दौरान गार्ड को विशेष तैयारी कर अभियुक्त के पास होना चाहिए। इस मामले में यह जांच का विषय है कि आखिर अभियुक्त के पास चाकू कैसे कटघरे तक पहुंची। आखिर क्यों पेश करने के पहले उसकी जांच क्यों नहीं की गई। कोर्ट रूम में अभियुक्त खुद पर हमला करने के बजाय किसी और पर भी हमला कर सकता था। हालांकि कोर्ट सूत्रों के अनुसार दोषी जमानत पर रिहा था, इसलिए जांच नहीं हुई। लेकिन घटना से सबक सभी को लेना चाहिए।
रातभर चला हंगामा 
घटना के बाद देर रात अदालत में घटनास्थल को परिवर्तित कराने को लेकर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव प्रशांत निगम और एडवोकेट हिमांशु चौरसिया के बीच कहासुनी हो गई थी। कुछ लोग एफआईआर में घटनास्थल को कोर्टरूम के बाहर दिखाने की बात कर रहे थे, इसी बात पर एड. हिमांशु ने विरोध जताया था। इसी पर एडवोकेट के विरुद्ध सिटी कोतवाली में एफआरआई दर्ज कराई है। 
एसपी ने लिया घटनास्थल का जायजा  
एडवोकेट लखन राजपूत ने बताया कि एसपी तिलक सिंह ने मंगलवार को एवं एएसपी जयराज कुबेर ने बुधवार को घटनास्थल का मुआयना किया। अधिवक्ता संघ द्वारा बुधवार को एक बैठक आयोजित की गई। बैठक में निर्णय लिया गया कि मंगलवार को कोर्ट में हुई घटना अमानवीय एवं निंदनीय है। इसमें जज नोरिन निगम और उनके पति प्रशांत निगम की अधिवक्ता संघ घोर निंदा करता है। बैठक में निर्णय लिया गया कि तत्काल जज का स्थानांतरण अन्यत्र किया जाए।  अगर 23 तारीख तक स्थानांतरण नहीं होता है तब जिला न्यायालय की सभी अदालतों को बहिष्कार वकीलों द्वारा किया जाएगा। बैठक में लिए गए निर्णय और मांग संबंधी ज्ञापन भी वकीलों ने सीजेएम अरूण शर्मा के माध्यम से हाईकोर्ट के लिए सौंपा। अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष राजेंद्र शर्मा ने बताया कि जब तक जज का स्थानांतरण नहीं किया जाता है, तब तक अघोषित काल के लिए नोरिन निगम की अदालत का बहिष्कार किया जाएगा। कोई भी अधिवक्ता इनकी कोर्ट में पैरवी नहीं करेगा।
 

Created On :   19 Sept 2019 2:24 PM IST

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