लक्ष्मण बाग ट्रस्ट की संपत्ति देखने रीवा से आए कलेक्टर

Collector came from Rewa to see the property of Laxman Bagh Trust
लक्ष्मण बाग ट्रस्ट की संपत्ति देखने रीवा से आए कलेक्टर
लक्ष्मण बाग ट्रस्ट की संपत्ति देखने रीवा से आए कलेक्टर

रीडेंसीफिकेशन से होगा इंदिरा कॉलेज परिसर के मंदिर का जीर्र्णोद्वार

एमपी हाउसिंग बोर्ड ने ढाई करोड के खर्च का तैयार किया प्लान
डिजिटल डेस्क सतना।
शहर के इंदिरा गल्र्स कॉलेज परिसर स्थित रामकृष्ण कोठी मंदिर का जीर्णोद्वार और  सौंदर्यीकरण के लिए ढाई करोड़ की राशि खर्च की जाएगी। यह प्लान मप्र हाउसिंग बोर्ड ने रीडेंसीफिकेशन के तहत तैयार किया है। वैसे तो मंदिर के नाम पर सात एकड़ से अधिक जमीन है मगर मौजूदा समय में मंदिर के आधिपत्य में करीब आधा एकड़ से अधिक जमीन है। रविवार को सतना लक्ष्मण बाग ट्रस्ट के प्रबंधक व रीवा कलेक्टर इलइया राजा टी सतना पहुंचे। कलेक्टर अजय कटेसरिया के साथ इंदिरा गल्र्स कॉलेज स्थित मंदिर और परिसर का निरीक्षण किया। साथ में ट्रस्ट के सीईओ अनिल दुबे, रिटायर्ड डिप्टी कलेक्टर योगेंद्र द्विवेदी, रघुराजनगर एसडीएम पीएस त्रिपाठी समेत कई अधिकारी मौजूद रहे। मौके पर मौजूद हाउसिंग बोर्ड के एसडीओ ओपी वैश्य ने रीडेंसीफिकेशन के तहत मंदिर परिसर में कराए जाने वाले कार्य की जानकारी दी। इसके बाद सभी अधिकारी चित्रकूट के लिए रवाना हो गए। यहां पर प्रमोद वन स्थित लक्ष्मण बाग ट्रस्ट की मौजूद करीब 10 एकड़ जमीन का निरीक्षण किया। 
जमीन का कराया जाय सीमांकन
इंदिरा गल्र्स कॉलेज परिसर स्थित रामकृष्ण कोठी मंदिर के नाम पर करीब 7.43 एकड़ जमीन है। केवल मंदिर के पास करीब आधा एकड़ से अधिक जमीन है। शेष में इंदिर गल्र्स कॉलेज संचालित है। लक्ष्मण बाग ट्रस्ट के प्रबंधक व रीवा कलेक्टर इलइया राजा  टी ने मंदिर परिसर की जमीन के संबंध में कलेक्टर अजय कटेसरिया से चर्चा की। ट्रस्ट ने मंदिर परिसर का सीमांकन कराते हुए नजरी नक्शा की मांग की है। वैसे तो मंदिर परिसर के चारों तरफ बाउंड्री से सुरक्षित है। 
किराया दे या फिर खाली करें
इंदिरा गल्र्स कॉलेज स्थित रामकृष्ण कोठी मंदिर का निरीक्षण करने के बाद रीवा कलेक्टर इलइया राजा टी और सतना कलेक्टर अजय कटेसरिया चित्रकूट पहुंचे। चित्रकूट के प्रमोदवन में लक्ष्मण बाग ट्रस्ट रीवा के नाम पर 10 एकड़ जमीन है जिसका निरीक्षण किया। परिसर के एक हिस्से में मंदिर और कई भवन जिनमें किराएदार रहते हैं जिन्हे किराया देने या फिर खाली करने के निर्देश दिए हैं। जमीन का अधिकांश हिस्सा खाली है। मगर करीब आधा एकड़ जमीन में झुग्गी झोपड़ी बन गई हैं जिसे हटाए जाने के निर्देश दिए गए हैं। मौके पर एसडीएम मझगवां एचके धुर्वे, नायब तहसीलदार ऋषीराज सिंह समेत कई अधिकारी मौजूद रहे। 
एक दिन पहले दी गई 50.35  एकड़ जमीन 
उल्लेख्यनीय है कि लक्ष्मण बाग ट्रस्ट रीवा के प्रबंधक व कलेक्टर इलइया राजा टी के सतना दौरे के एक दिन पहले जिला मस्ट्रिेट व कलेक्टर अजय कटेसरिया ने अमरपाटन के ललितपुर क्रमांक एक के आनंदगढ़ में करीब 50.35 एकड़ जमीन को फिर से लक्ष्मण बाग ट्रस्ट रीवा के नाम दर्ज किए जाने के आदेश दिए थे। अमरपाटन के आनंदगढ़ में 50. 35 एकड़ जमीन लक्ष्मण बाग रीवा को दी गई थी। मगर इस जमीन आराजी नंबर 364, 365, 366, 367, 368 और 378 कुल रकवा 35.38 एकड़ जमीन ग्राम पंचायत आनंदगढ़ और आराजी नंबर 305, 361, 362, 379 और 381 कुल रकवा 14.79 एकड़ जमीन दादू जगदीश के नाम पर दर्ज कर दी गई। इसके बाद यही जमीन प्रेम सिंह और फिर उनकी पत्नी के नाम पर हो गई। मौजूदा समय में यह जमीन अन्नपूर्ण सिंह बम्हनगवां सतना और केके सिंह अंगूरी बिल्डिंग रीवा के नाम पर दर्ज हो गई। जबकि रीवा दरबार के 8 फरवरी 1936 में के गजट नोटिफिकेशन की कंडिका 4 में स्पष्ट उल्लेख किया गया लक्ष्मण बाग रीवा के नाम पर आरिक्षत किसी भी जमीन का दूसरे के नाम पर हस्तांतरण नहीं किया जा सकता। मगर 50. 35 एकड़ जमीन ग्राम पंचायत और निजी व्यक्तियों के नाम दर्ज हो गई। इस मामले एसडीएम और अपर कलेक्टर से जांच कराई जिसमें ग्राम पंचायत और निजी व्यक्तियों के नाम दर्ज की गई जमीनों के दस्तावेज नहीं मिले।
 

Created On :   24 Aug 2020 2:47 PM IST

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