बेटियों ने दिया मां की अर्थी को कंधा, मुखाग्नि भी दी

Daughters gave shoulder to mothers last ride, also gave fire
बेटियों ने दिया मां की अर्थी को कंधा, मुखाग्नि भी दी
मंगरुलपीर बेटियों ने दिया मां की अर्थी को कंधा, मुखाग्नि भी दी

डिजिटल डेस्क, मंगरुलपीर। स्थानीय नगर परिषद शाला के सेवानिवृत्त शिक्षक गेंदुलाल रावपलाई की पत्नी सुमनबाई रावपलाई का गुरुवार 1 सितम्बर को 78 वर्ष की आयू में निध हुआ । उन्हें 7 बेटियां और एक बेटा है । मां के निधन पश्चात समाज की परम्परा को त्यागते हुए सातों बेटियों ने अपनी मां की अर्थी को कंधा देने का निर्णय लिया । मृतका की बेटियों ममता रावपलाई, स्वाति मुंढरे, चंद्रकला बगले, तृप्ति बनचरे, मीनाक्षी करंडे, कल्पना रावपलाई, कविता कुमार ने शुक्रवार 2 सितम्बर को अपनी मां की अर्थी को कंधा देकर उनका अंतिम संस्कार किया । पति गेंदुलाल रावपलाई और सातों बेटियांे ने सुमनबाई रावपलाई की आखरी सांस तक सेवा कर समाज के सामने एक अनुकरणीय आदर्श निर्माण किया । सुमनबाई गेंदुलाल रावपलाई की सातों बेटियों ने अपनी मां की अर्थी को कंधा तो दिया ही, साथही श्मशानभूमि में चिता रचते ही मुखाग्नी देने के लिए भी पहल की । इस समय ममता रावपलाई ने अपनी मां की चिता को मुखाग्नी दी ।
 

Created On :   4 Sept 2022 4:07 PM IST

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