बदनामी के डर से डाक्टर ने की थी आत्महत्या, सीएमएचओ सहित चार के विरूद्ध दर्ज हुआ मामला

Fear of defamation, the doctor committed suicide, a case was registered against four including CMHO
बदनामी के डर से डाक्टर ने की थी आत्महत्या, सीएमएचओ सहित चार के विरूद्ध दर्ज हुआ मामला
बदनामी के डर से डाक्टर ने की थी आत्महत्या, सीएमएचओ सहित चार के विरूद्ध दर्ज हुआ मामला

डिजिटल डेस्क सीधी। स्टाफ नर्स द्वारा कूटरचित तरीके से मुकदमा दर्ज कराने के बाद चुरहट में पदस्थ चिकित्सक ने आत्महत्या  किया था। वर्ष भर बाद आई जांच रिपोर्ट में खुलासा होने पर तत्कालीन सीएमएचओ सहित स्टाफ नर्स व अन्य के खिलाफ पुलिस ने आत्महत्या के लिये प्रेरित करने का मामला दर्ज किया है।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चुरहट में पदस्थ डॉ. शिवम मिश्रा से स्टाफ नर्स अंजना मर्सकोले अक्सर विलंब से चिकित्सालय पहुंचती थी और बिना सूचना के नदारत रहती थी। इसी बात को लेकर डॉ. शिवम मिश्रा ने नर्स के खिलाफ सीएमएचओ डॉ. आरएल वर्मा को पत्र लिखा था। सीएमएचओ ने दोषी स्टाफ नर्स के विरूद्ध कार्रवाई न करते हुए पत्र के संबंध में उसे अवगत करा दिया था। तब से स्टाफ नर्स डॉक्टर के खिलाफ व्यूहरचना में जुटी हुई थी। इसी दौरान चुरहट थाना में फर्जी शिकायत प्रस्तुत की गई, छेडख़ानी का आरोप लगाया गया। जिस पर तत्कालीन नगर निरीक्षक ने डॉ. शिवम मिश्रा के खिलाफ भादवि की धारा 354, 323, एवं एससी एसटी एक्ट की धारा 3(2)(व्हीए) के तहत मामला पंजीवद्ध कर लिया था। खुद की बदनामी व कूटरचना से तंग आकर डॉ. शिवम मिश्रा ने अपने शासकीय आवास पर फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर लिया था। बताया गया है कि जांच रिपोर्ट में कूटरचना की पुष्टि होने पर उपखंड अधिकारी चुरहट द्वारा चार लोगों को दोषी करार दिया गया है। जिस पर चुरहट नगर निरीक्षक ने स्टाफ नर्स अंजना मर्सकोले, एएच सिद्धीकी, कृष्ण कुमार पांडेय व तत्कालीन सीएमएचओ डॉ. आरएल वर्मा के खिलाफ भादवि की धारा 306, 120 बी के तहत मामला पंजीवद्ध कर लिया है।

Created On :   24 May 2020 4:14 PM GMT

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