दलपतपुर के पास फॉरच्र्यूनर पेड़ से टकराई, रेत व्यवसायी की मौत, तीन अन्य लोग घायल

Fortrunner collides with tree near Dalpatpur, sand businessman killed, three other people injured
दलपतपुर के पास फॉरच्र्यूनर पेड़ से टकराई, रेत व्यवसायी की मौत, तीन अन्य लोग घायल
दलपतपुर के पास फॉरच्र्यूनर पेड़ से टकराई, रेत व्यवसायी की मौत, तीन अन्य लोग घायल

डिजिटल डेस्क छतरपुर/सरवई । सागर-छतरपुर रोड पर दलपतपुर के पास एक फॉरच्र्यूनर कार पेड़ से टकरा गई। हादसे में सरवई क्षेत्र के समाजसेवी व रेत व्यवसायी शंकर शुक्ला की मौत हो गई। वहीं कार में सवार तीन अन्य लोग घायल हो गए। रात डेढ़ बजे हुए हादसे की जांच पुलिस कर रही है। 
पुलिस ने बताया कि भोपाल से छतरपुर आ रही फॉरच्र्यूनर कार रात लगभग डेढ़ बजे जैसे ही दलपतपुर के समीप स्थित शिव मंदिर के आगे निकली, वह एक महुआ के पेड़ से टकरा गई। कार में बीच की सीट पर सवार शंकर शुक्ला की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं वाहन चला रहा ड्राइवर जितेंद्र यादव, वाहन में आगे बैठे अश्विन द्विवेदी, शंकर के बगल में बैठा चचेरे भाई अजय भी घायल हो गए। पुलिस फिलहाल घटना के सभी पहलुओं की जांच कर रही है। बताया जा रहा है कि जिस समय दुर्घटना हुई, ड्राइवर काफी तेज गति से वाहन चला रहा था। हादसे के बाद पीछे के वाहन में सवार गौरिहार क्षेत्र के अन्य रेत व्यवसायियों ने घर वालों को दुर्घटना की जानकारी दी। 
दुर्घटना को लेकर लोग व्यक्त कर रहे संदेह
पिछले कुछ वर्षों में शंकर शुक्ला समूचे गौरिहार क्षेत्र में काफी कद्दावर शख्सियत बन गया था। रेत व्यवसाय एवं समाजसेवा के क्षेत्र में वह काफी स्थापित नाम था। शंकर शुक्ला की मां एवं परिवार के सदस्य लंबे समय तक गोयरा गांव के सरपंच रहे। इन दिनों पत्नी रामदेवी शुक्ला जनपद सदस्य हैं। वे गौरिहार जनपद की कृषि स्थाई समिति की अध्यक्ष भी हैं। इस वजह से सोशल मीडिया में कई लोग इस दुर्घटना को लेकर संदेह भी व्यक्त कर रहे हैं। शनिवार को शाम 4.30 बजे शंकर का अंतिम संस्कार गोयरा गांव में किया गया। इस दौरान पूर्व विधायक विजय बहादुर सिंह बुंदेला सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे। छोटे भाई बृजेंद्र ने मुखाग्नि दी। 
रेत व्यवसाय की डील कर लौट रहे थे व्यवसायी
सूत्रों ने बताया कि छतरपुर जिले की रेत खदानें जिस कंपनी को मिली हैं, उस कंपनी से डील करने के लिए जिले के कई रेत व्यवसायी दो दिन पहले भोपाल गए थे। वहां लगातार दो दिनों से ये सभी लोग निविदाकर्ता के साथ बैठकें कर रहे थे। शुक्रवार की रात ये सभी लोगों दो गाडिय़ों में सवार होकर वापस लौट रहे थे, तभी दलपतपुर के पास यह हादसा हो गया।
फॉरच्र्यूनर के एयरबैग्स नहीं खुले, बीच का हिस्सा टकराया
दुर्घटना के बाद फॉरच्र्यूनर के एयर बैग्स नहीं खुले। हालांकि जानकारों ने बताया कि सीट बैल्ट का इस्तेमाल नहीं करने पर कभी-कभार एयर बैग्स नहीं खुलते हैं। कार बांदा निवासी अश्विनी द्विवेदी की बताई जा रही है। वाहन में अश्विनी आगे सवार थे, लेकिन पेड़ से केवल बीच का हिस्सा टकराया। उसी हिस्से में शंकर बैठे थे। शंकर के चेहरे व सिर में चोट लगने से मौके पर ही मौत हो गई।
 

Created On :   22 Dec 2019 7:12 PM IST

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