एजेंट-कर्मचारियों की मिलीभगत से पोस्ट ऑफिस में 1.35 करोड़ का गबन

एजेंट-कर्मचारियों की मिलीभगत से पोस्ट ऑफिस में 1.35 करोड़ का गबन
एजेंट-कर्मचारियों की मिलीभगत से पोस्ट ऑफिस में 1.35 करोड़ का गबन

डिजिटल डेस्क, सीधी। मुख्य पोस्ट ऑफिस में सावधि जमा खाते की राशि में हुए 1.35 करोड़ रुपए के गबन मामले में जहां पोस्ट ऑफिस निरीक्षक को निलंबित किया जा चुका है। वहीं गबन में संलिप्त रहने पर दो एजेंट पर निलंबन की गाज गिरी है। शहडोल अधीक्षक के जांच प्रतिवेदन के बाद कलेक्टर ने एजेंट की एजेंसी को निलंबित कर दिया है।

गौरतलब है कि मुख्य पोस्ट ऑफिस में कर्मचारियों एवं एजेंट की मिलीभगत से हुये करोड़ों के घपले की दूसरी मर्तबा हुई जांच में पोस्ट ऑफिस निरीक्षक निशांत मिश्रा को 1.35 करोड़ के गबन का दोषी पाया गया है। भोपाल और शहडोल से आई जांच टीम ने आरोपी को मंगलवार की शाम ही निलंबित कर दिया है। जांच की कार्रवाई देर शाम तक जारी रही है। बताया गया है कि शहडोल अधीक्षक आर के रजक के जांच प्रतिवेदन के बाद दो एजेंट की एजेंसी भी निलंबित कर दी गई है। बताया गया है कि कलेक्टर दिलीप कुमार ने आदेश जारी कर एस.ए.एस. एजेन्सी एवं महिला प्रधान एजेंट एजेन्सी निरस्त कर दी है। कलेक्टर ने बताया कि उक्त दोनो एजेन्टों की एजेन्सी राशि लेन-देन की संलिप्तता/गबन एवं अधीक्षक पोस्ट ऑफिस शहडोल के जांच प्रतिवेदन के अनुसार अनियमितता पाए जाने के कारण एजेंसी निरस्त की गई है।

पावती के बाद भी पासबुक में दर्ज नहीं होती थी राशि

मुख्य पोस्ट ऑफिस में आवर्ती जमा राशि के लिए एजेंट द्वारा उपभोक्ताओं से राशि लेने के बाद डायरी में पावती तो दे दी जाती थी, किंतु पोस्ट ऑफिस के खाते तक राशि नहीं पहुंच पाती थी। पोस्ट ऑफिस में इस तरह के घपले की कहानी किसी एक दो एजेंट की नहीं बल्कि दर्जनों इसी तरह की हेराफेरी करते रहे हैं। यह अलग बात रही कि 1 करोड़ 35 लाख के गबन मामले में केवल दो एजेंट और एक निरीक्षक को दोषी पाया गया है। कायदे से यदि पोस्ट ऑफिस में राशि जमा करने वाले उपभोक्ताओं द्वारा दी गई राशि और जमा राशि की जांच की जाय तो और भी बड़ा मामला उजागर हो सकता है।

Created On :   31 Aug 2017 12:21 PM IST

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