कवर्धा : भोरमदेव आजीविका परिसर से ग्रामीण महिलाओं को मिलेगा आर्थिक स्वालंबन-मोहम्मद अकबर

District Mineral Fund is not being used in Gadchiroli!
गड़चिरोली में जिला खनिज निधि का नहीं हो रहा कोई उपयाेग!
कवर्धा : भोरमदेव आजीविका परिसर से ग्रामीण महिलाओं को मिलेगा आर्थिक स्वालंबन-मोहम्मद अकबर

डिजिटल डेस्क, कवर्धा। 13 अक्टूबर 2020 कवर्धा शहर से 12 किमी की दूरी पर विकासखण्ड बोड़ला के ग्राम पंचायत राजानवागांव में बनाये गये भोरमदेव आजीविका परिसर (मल्टी यूटीलिटी सेन्टर) का लोकार्पण छत्तीसगढ़ शासन के वन, परिवहन, आवास, पर्यावरण एवं विधि-विधायी कार्य विभाग एवं विधायक कवर्धा श्री मोहम्मद अकबर के द्वारा किया गया। मंत्री द्वारा लोकार्पण किये गए भोरमदेव आजीविका परिसर को जिला प्रशासन कबीरधाम द्वारा ग्रामीण क्षेत्र के विकास हेतु नयी कल्पना के साथ तैयार किया गया है, जिसमें सब्जी-भाजी उत्पादन के साथ दोना पत्तल निर्माण, प्रिंटिंग प्रेस, क्लीनिंग हर्बल निर्माण, मसाला उघोग, आचार पापड़ निर्माण, पेपर बैग के साथ मछली पालन सहित अनेक आर्थिक गतिविधियां ग्रामीण महिलाओं के द्वारा समूह के माध्यम से संचालित किया जायेगा। उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन ‘बिहान‘ के तहत भोरमदेव आजीविका परिसर सें ग्रामीण महिलाओं को बड़ी मात्रा में नियमित रोजगार एवं आजीविका का साधन प्राप्त हुआ है। इस अवसर पर कलेक्टर श्री रमेश कुमार शर्मा, जिला पंचायत सीईओ श्री विजय दयाराम के वनमंडलाधिकारी श्री दिलराज प्रभाकर, नगर पालिका अध्यक्ष श्री ऋषि शर्मा, श्री नीलकंठ चन्द्रवंशी, श्री कन्हैया अग्रवाल, श्री कलीम खान, नपा उपाध्यक्ष श्री जमील खान, श्री प्रभाती मरकाम, बैगा समाज के जिलाध्यक्ष श्री कामू बैगा, श्री भिखन कोसेल, पार्षद श्री सुनिल साहू, श्री अशोक सिंह, श्री जाकिर चौहान, श्री राजू तिवारी, श्री परदेशी पटेल, उपस्थित थे। कलेक्टर कबीरधाम श्री रमेश कुमार शर्मा ने बताया की मल्टी यूटीलिटी सेन्टर, आजीविका केन्द्र के रूप में अपनी पहचान बना चुका है। वैश्विक महामारी कोरोना के लॉकडाउन के दौरान भी इस मल्टी यूटीलिटी सेन्टर से महिलाएं सब्जी उत्पादन के गतिविधियों में लगी रही तथा इनके द्वारा सब्जी का विक्रय कर आजीविका कमाया गया। कलेक्टर श्री रमेश कुमार शर्मा ने आगे बताया कि समूह कि महिलाओं को बहुत से गतिविधियां संचालित करने हेतु प्रशिक्षित किया गया है, जिससे कि उनको गुणवत्ता यूक्त सामग्री बनाने में मदद मिलेगी साथ ही भोरमदेव आजीविका परिसर इनके लिए मील का पत्थर साबित होगा। आजीविका केन्द्र में आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध करायी गई है, जिसमें चैकीदार के रहने हेतु कमरा, महिला एवं पुरूष के लिए पृथक-पृथक शौचालय, महिला समूह द्वारा ईंट निर्माण किये जाने शेड कि व्यवस्था भी है। पानी के लिए पम्प युक्त बोर आदि उपलब्ध है आजीविका केन्द्र को महिला समूह संचालित करेगी। मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत कबीरधाम श्री विजय दयाराम के. ने बताया कि भोरमदेव आजीविका परिसर का निर्माण 10 एकड़ कि भूमि पर किया गया है। मुख्यमंत्री समग्र ग्रामीण विकास योजना के माध्यम से बनाये गये इस परिसर में बहुत से आर्थिक गतिविधियां ग्रामीण महिलाओं के द्वारा संचालित है। ढ़ाई एकड़ के क्षेत्र में बने मल्टी यूटीलिटी सेन्टर में सात महिला स्वसहायता समूह एवं एक ग्राम संगठन समूह संचालित है। इन समूह के द्वारा लगभग 240 से अधिक ग्रामीण महिलाएं सीधे तौर पर लाभान्वित हो रही है। आजीविका केन्द्र के बारे जानकारी देते हुए श्री विजय दयाराम के. ने बताया कि जय सतनाम महिला समूह द्वारा बिहान साबुन एवं बिहान क्लीन के नाम से नहाने एवं कपड़े धोने का साबुन एवं डिर्टजेंट तैयार किया जा रहा है। गौरी कृपा महिला स्व सहायता समूह द्वारा हर्बल फिनाइल का निर्माण किया जा रहा है। महामाया महिला समूह द्वारा दोना पत्तल का निर्माण किया जा रहा है, जिसके लिए समूह को बैंक से ऋण प्राप्त हुआ है और दोना पत्तल बनाने की मशीन लगाकर कार्य कर रहीं है। सत्य कबीर महिला समूह के द्वारा आचार-पापड़ निर्माण किया जा रहा है। जय गंगा मैया महिला समूह द्वारा सभी प्रकार के मसाले का निर्माण किया जा रहा है इस समूह को बैंक की सहायता से पिसाई हेतु मशीन उपलब्ध हुआ है। नयी किरण ग्राम संगठन के द्वारा पैकेजींग का कार्य एवं भोरमदेव आजीविका संकुल संगठन के द्वारा पेपर बैग निर्माण का कार्य किया जा रहा है। ग्रामीण महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने भोरमदेव आजीविका केन्द्र बना मील का पत्थर 10 एकड़ क्षेत्र में बने भोरमदेव आजीविका परिसर के अंदर एवं बाहर बहुत सी गतिविधियां महिलाओं के द्वारा संचालित होते देखी जा सकती है। ढ़ाई एकड़ में बने मल्टीयूटीलिटी सेन्टर में आठ महिला स्व सहायता समूह द्वारा विभिन्न कार्य किया जा रहा है। आठ समूह के माध्यम से लगभग 240 से अधिक महिलाएं सीधे तौर पर विभिन्न सामग्री उत्पादन के कार्य में लग कर आजीविका संर्वधन की गतिविधियों से जुड़ी है। इसी तर

Created On :   14 Oct 2020 9:27 AM GMT

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story