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रीवा: कोविड-19 अनुकूल व्यवहार परिवर्तन अभियान 30 नवम्बर तक संचालित होगा
डिजिटल डेस्क, रीवा। रीवा लोक स्वास्थ्य परिवार कल्याण विभाग द्वारा निर्देश दिये गये हैं कि कोविड-19 संक्रमण के वायरस प्रसार को देखते हुए 30 नवम्बर तक सहयोग से सुरक्षा अभियान चलाया जा रहा है। इसकी थीम सावधानी में ही सुरक्षा है और पंचलाइन कोरोना से बचाव के लिए है जरूरी मास्क पहने, धोते रहे हाथ, रखे दो गज की दूरी। कलेक्टर इलैयाराजा टी ने बताया कि प्रदेश में कोविड-19 संक्रमण के प्रकरण लगातार पाये जा रहे हैं। कोरोना वायरस संक्रमण के खतरे के बीच आर्थिक गतिविधियां प्रारंभ की गयी हैं। आत्मनिर्भर भारत की संकल्पना प्रभावशील है। त्यौहार इत्यादि आने के कारण लोगों में मिलना-जुलना और एकत्रित होना प्रारंभ हो गया है। शीत ऋतु भी आने को है। जिसके कारण वातावरण का तापमान कम हो जाता है और वह वायरस प्रसार के लिए उपयुक्त होता है। ऐसे में विभिन्न विभागों के सहयोग से सुरक्षा अभियान 30 नवम्बर तक चलाया जायेगा। कलेक्टर ने बताया कि जिला स्तर पर कोविड-19 अनुकूल व्यवहार परिवर्तन सघन अभियान की गतिविधियों को संचालित करने के लिए समस्त विभागों के प्रमुखों को नोडल अधिकारी बनाया गया है। स्वास्थ्य विभाग के डीएचओ-1 एवं विकासखण्ड स्तर पर खण्ड चिकित्सा अधिकारी को नोडल अधिकारी बनाया गया है। उन्होंने बताया कि कोविड-19 संक्रमण के लक्षण एवं बचाव की रोकथाम के प्रचार प्रसार की कार्ययोजना तैयार कर क्रियान्वित कराया जाय। कलेक्टर ने बताया कि कोविड-19 के नियंत्रण हेतु सघन प्रचार प्रसार अभियान को कोविड-19 अनुकूल व्यवहार परिवर्तन अभियान नाम दिया गया है। यह अभियान 30 नवम्बर तक संचालित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जब वायरस संक्रमण अपने शुरूआती दौर पर था तब लॉकडाउन घोषित किया गया था इसका मुख्य उद्देश्य लोग अपने घरों में रहें और सुरक्षित रहे। लेकिन अब अनलॉक के दौरान आत्मनिर्भर भारत की संकल्पना प्रभावशील है ऐसे में सावधानियों के साथ जीवन को सामान्य बनाना ही मुख्य संदेश है। अनलॉक का अर्थ यह नहीं है कि महामारी समाप्त हो गयी है। अब लोगों को कोरोना के लिए उपयुक्त व्यवहार करने की आवश्यकता है। हमें सभी सावधानियों का पालन करते हुए संक्रमण के प्रसार को रोकना होगा। संचार तंत्र का समुचित उपयोग कर संक्रमण से बचाव के उपायों के विषय में जनजागरूकता फैलानी होगी। जिन क्षेत्रों में अधिक कोरोना प्रकरण निकल रहे हैं वहां के लिए अलग तरह से संचार रणनीति तय करने की आवश्यकता है। सामाजिक और धार्मिक आयोजनों में जब लोगों की भीड़ इकक्ठा होती है तो वहां पर उन्हें संक्रमण से बचाव के लिए क्या सावधानियां अपनानी चाहिए यह बताना होगा। आवश्यक है कि अधिक से अधिक लोग आरोग्य सेतु एवं सार्थक लाइट एप डाउनलोड कर उसका उपयोग करें तथा उसकी सहायता से संक्रमण के विषय में आवश्यक सूचना प्राप्त करें। हम स्वास्थ्य को संतुलित बनाने वाले व्यवहारों को अपनाये, अपनी दिनचर्या ठीक रखें, सकारात्मक सोचें, संतुलित आहार ले, भरपूर नीद लें, और नकारात्मकता से बचें। उन्होंने बताया कि भारत सरकार द्वारा चिन्हित कोरोना संक्रमण रोकने संबंधी अनुकूल व्यवहार हैं- दूर से अभिवादन करें, किसी से हाथ न मिलाये न गले मिले, आपस में दो गज की दूरी रखे, घर से बाहर निकलने पर हमेशा मास्क पहने, बार-बार अपनी आंख, नाक और मुह को छूने से बचे, खासते और छीकते समय अपने मुह तथा नाक को ढककर रखें, बार-बार साबुन तथा पानी अथवा अल्कोहलयुक्त सेनेटाइजर से हाथों को धोऐ, सार्वजनिक स्थानों पर न थूके, तम्बाकू, गुटखा, खैनी, पान आदि खाकर यहां वहां न थूके, बार-बार छूये जाने वाले सतहों को नियमित रूप से विसंक्रमित करें। अनावश्यक यात्रा से बचें, कोरोना को लेकर किसी से भेदभाव न करे। अनावश्यक भीडभाड़ एकत्रित न होने दे। अफवाहों पर ध्यान न दे और सोशल मीडिया पर किसी भी अपुष्ट जानकारी को प्रसारित न करें। सूचना के भरोसेमंद स्त्रोतों से ही जानकारी प्राप्त करें। कोरोना के विषय में जानकारी के लिए भारत सरकार अथवा प्रदेश शासन के टोल फ्री नंबर पर कॉल करें आपस में सभी एक दूसरे को मनोवैज्ञानिक रूप से सहयोग प्रदान करे।
Created On :   5 Nov 2020 4:17 PM IST