पति भाजपा नेता और पत्नी शिक्षिका की लोकायुक्त जांच में सवा करोड़ से अधिक की मिली सम्पत्ति 

Lokayukta investigation of husband BJP leader and wife teacher found more than 1.25 crore assets
पति भाजपा नेता और पत्नी शिक्षिका की लोकायुक्त जांच में सवा करोड़ से अधिक की मिली सम्पत्ति 
पति भाजपा नेता और पत्नी शिक्षिका की लोकायुक्त जांच में सवा करोड़ से अधिक की मिली सम्पत्ति 

भोर से शुरू हुई जांच कार्यवाही देर शाम तक जारी रही, अभी रीवा और बैंक की जांच बाकी
डिजिटल डेस्क सीधी।
पति भाजपा के जाने माने क्षेत्रीय नेता हैं और पत्नी पेशे से शिक्षिका हैं किन्तु जब लोकायुक्त पुलिस रीवा की आय से अधिक सम्पत्ति के मामले में जांच शुरू हुई तो सवा करोड़ से अधिक की सम्पत्ति सामने आई है। लोकायुक्त ने शुक्रवार को भरतपुर में अलसुबह छापामार कार्यवाही शुरू की जो देर शाम तक जारी रही है। अभी बैंको में जमा राशि और रीवा स्थित आवास की पड़ताल बाकी है। 
भाजपा नेता राकेश पाण्डेय सीधी सांसद के पूर्व प्रतिनिधि रह चुके हैं। इसके अलावा जनपद पंचायत रामपुर नैकिन के उपाध्यक्ष पद पर भी रहे हैं। पत्नी श्रीमती रमा पाण्डेय पेशे से शिक्षिका हैं। आय से अधिक सम्पत्ति अर्जित करने की शिकायत पर लोकायुक्त पुलिस रीवा द्वारा शुक्रवार को जब छापामार कार्यवाही कर जांच शुरू की गई तो मामूली दिखने वाले क्षेत्रीय नेता की करोड़ों की सम्पत्ति उजागर हुई है। लोकायुक्त एसपी राजेन्द्र वर्मा के अनुसार 20 सदस्यीय टीम ने शुक्रवार सुबह करीब 5 बजे ही भरतपुर स्थित राकेश पाण्डेय के आवास पर दविश दे दिया था। टीम द्वारा की गई जांच में एक करोड़ 34 लाख की सम्पत्ति सामने आई है। जिसमें 63 लाख का अकेले आलीशान मकान ही शामिल हैं। इसके अलावा 3 लाख 34 हजार की पॉलिसी सहित सोने, चांदी के जेवरात, दो कार, एक हाइवा व अन्य सामग्री शामिल हैं। बैंक में जमा राशि की पड़ताल अभी नहीं हो पाई है। रीवा स्थित मकान और सम्पत्ति का आंकलन भी नहीं किया जा सका है। लोकायुक्त शेष बची कार्यवाही अगले दिन पूरी करेगा। फिलहाल देर शाम जो जानकारी मिली उसके अनुसार नेता पति और शिक्षिका पत्नी की करोड़ों की सम्पत्ति जांच में मिली है। जांच के दौरान जितनी सम्पत्ति मिलने की बात कही जा रही है वह पति-पत्नी की कुल आय से कहीं ज्यादा आकी जा रही है। हालांकि अभी पाई गई सम्पत्ति में और भी इजाफा होने की बात कहीं जा रही है। 
नींद खुली तो सामने थी लोकायुक्त की टीम
भरतपुर स्थित राकेश पाण्डेय के आवास पर लोकायुक्त की टीम ने शुक्रवार को सुबह 5 बजे ही दविश दे दिया था। उस समय घर के अधिकांश लोग नींद के आगोश में रहे हैं। अचानक घर में किसी के आने की आहट मिलती है और जब देखते हैं तो पता चलता है कि लोकायुक्त की टीम छापा मारने पहुंच गई है। बताया जाता है कि लोकायुक्त से घर में सबसे पहले सामना महिलाओं से हुआ फिर बाद में घर के पुरूष सदस्य सामने आए हैं। जब तक में पूरी बात समझ में आती तब तक में लोकायुक्त की टीम ने पूरे घर को अपने कब्जे में ले लिया था और पुलिस बाहर से कोई न पहुंच सके इसलिए चौकसी शुरू कर दी थी। सुबह से शुरू हुई जांच कार्यवाही देर शाम तक चलती रही फिर भी अकूत सम्पत्ति का पूरा-पूरा हिसाब एक दिन में नहीं लग सका है। 
सांसद प्रतिनिधि नहीं फिर भी कर रहे पद का उपयोग
भाजपा नेता राकेश पाण्डेय को सीधी सांसद श्रीमती रीती पाठक ने अपने पहले संसदीय कार्यकाल में प्रतिनिधि नियुक्त किया था। दूसरी मर्तवा जब सांसद निर्वाचित हुईं तो किसी को भी अपना अधिकृत प्रतिनिधि नहीं नियुक्त किया है। बावजूद इसके राकेश पाण्डेय अपनी कार के नम्बर प्लेट में सांसद प्रतिनिधि लिखाए हुए हैं। पूर्व हो जाने के बाद भी वे क्षेत्र में सांसद के नाम का ही धौंस जमाते देखे जाते हैं। इस संबंध में जब भास्कर ने सांसद से हकीकत पूछी तो उन्होने कहा कि वर्तमान कार्यकाल में उन्होने किसी को भी अपना प्रतिनिधि नहीं नियुक्त किया है। सांसद प्रतिनिधि के नाम का अगर राकेश पाण्डेय उपयोग कर रहे हैं तो यह गलत बात है। अब वे वर्तमान नहीं बल्कि पूर्व हो चुके हैं। फिलहाल खेतीबाडी और राजनीति के अलावा आय के दूसरे साधन न होने के बाद भी राकेश करोड़ों के मालिक कैसे हो गये यह आमजनों के समझ में नहीं आ रहा है। अब तो लोकायुक्त की जांच पूरी होने के बाद ही राकेश बताएंगे की उन्होने इतनी सम्पत्ति कहां से अर्जित की है। वैसे भी वे फर्जी ऋण मामले में दोषी पाए जा चुके हैं और शिकायत पर एफआईआर तक दर्ज हो चुकी है। 
 

Created On :   24 Oct 2020 12:58 PM GMT

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