महिलाओं के साथ हो रहे अपराधों के प्रति गंभीर नहीं है पुलिस, नहीं लिखी जाती FIR

Police is not serious about crimes committed with women in city
महिलाओं के साथ हो रहे अपराधों के प्रति गंभीर नहीं है पुलिस, नहीं लिखी जाती FIR
महिलाओं के साथ हो रहे अपराधों के प्रति गंभीर नहीं है पुलिस, नहीं लिखी जाती FIR

डिजिटल डेस्क, हरपालपुर। महिलाओं के साथ घटित होने वाले अपराधों के प्रति सोच को लेकर छतरपुर पुलिस गंभीर नहीं है। इसका सीधा उदाहरण कल यहां देखने को मिला। अपने गांव चपरन जा रही 55 वर्षीय इंद्रादेवी मिश्रा पति लखन लाल मिश्रा को कल दो नकाबपोश लुटकरों ने दिनदहाड़े लूट लिया था। महिला ने मामले की शिकायत स्थानीय पुलिस को की किंतु पुलिस ने एक सादा आवेदन लेकर महिला को चलता कर दिया। एक ओर जहां प्रशासन महिलाओं की सुरक्षा की बात कर रहा वहीं दूसरी ओर थाना पुलिस इस उलट महिलाओं के साथ घटिक होने वाले गंभीर मामलों को जांच में उलझा कर मामलों को लटकाये हुए है।

थाना पुलिस द्वारा राहगीर अकेली महिला के साथ हुई लूट की वारदात के एक दिन बाद भी मामला दर्ज नहीं किया मामले को जांच में लेकर पीड़ित महिला को जांच के नाम पर उल्टा परेशान किया जहा है।

दिन दहाड़े लूट लिया
सोमवार को दोपहर 12 बजे के लगभग दिनदहाड़े झांसी से चंबल से ट्रैन उतर कर चपरन गांव जाने के लिए आउटर सिग्लन पर उतर कर रेल्वे लाइन से किनारे से चपरन गांव जा रही थी। तभी रास्ते मे दो बाइक साबर नकाबपोश बदमाशो ने कट्टे की दम पर 55 वर्षीय इंद्रादेवी मिश्रा पति लखन लाल मिश्रा जो पुलिस आरक्षक की पत्नी हैं के साथ दोनों लूटेरों ने मारपीट कर मंगलसूत्र,9 हजार नगद मोबाईल फोन सहित बैग लूट कर बाइक में बैठ कर भाग गए। घटना की शिकायत थाना पुलिस में करने बाद थाना पुलिस मामले की पतासाजी करने तथा लूटरों का सुराग लगाने के बजाय महिला को शाम 6 बजे तक थाने में बैठाले रही। महिला के साथ हुई लूट की घटना का आवेदन लेकर उसे चलता कर दिया गया। दिन दहाड़े हुई लूट की वारदात के बाद एक बीतने बाद भी कोई कार्यवाही नहीं की गई।

छेड़छाड़ का मामला ठंटे बस्ते में
वहीं दूसरे मामले में एक शासकीय स्कूल की शिक्षका द्वारा संकुल प्रचार्य पर मानसिक रूप प्रताड़ना देना के साथ साथ अश्लील बातें करने का आरोप लगाते हुए थाना पुलिस को शिकायती पत्र दिया था। बीते माह की 25 तारीख को दिया था लेकिन थाना पुलिस द्वारा मामला में  जांच  बहाना कर मामले को लटकाये हुए हैं।

थाना पुलिस ने जांच में ये बतलाने का प्रयास किया कि शिक्षका की वेतन काटने पर प्राचार्य को झूठा फंसाने के लिये ये फर्जी शिकायत की है। पुलिस ने मनमाने तरीके एव जांच कर मामले को जांच में कह कर कार्यवाही से बच रही है।

दोनों मामलों में थाना पुलिस की कार्यशैली एव कार्यवाही से बात साबित हो रही थाना पुलिस महिला सुरक्षा के प्रति गंभीर नहीं है। जब कि महिलाओं के साथ घटिक होने वाले मामलों में पहले मामला दर्ज करने के निर्देश होने बाद भी पुलिस जांच में मामलों को उलझा कर गंभीर मामलों को दबाने के प्रयास में है।

इनका कहना
महिला के साथ हुई लूट की घटना की तस्दीक नहीं हो पा रही। जहां घटना हुई कोई मौके पर गवाह नहीं मिला जो घटना का होना साबित कर सके। इस मामले को जांच में लिया है।
टी आई के एस परस्ते थाना हरपालपुर

 

Created On :   18 Dec 2018 6:35 PM IST

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story