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संस्कृत के शिक्षक जांच रहे दसवीं के हिंदी विषय की बोर्ड परीक्षाओं की कॉपी
डिजिटल डेस्क छतरपुर । बोर्ड परीक्षाओं के मूल्यांकन कार्य ऐसे शिक्षकों से कराया जा रहा है, जो शिक्षक उस विषय के नहीं है। ताजा मामला 10वीं कक्षा के हिन्दी विषय के प्रश्न पत्रों के मूल्यांकन का है। हिन्दी की कॉपी संस्कृत विषय के शिक्षकों से चैक कराए जाने की बात सामने आ रही है। एक्सीलेंस स्कूल में चल रहे मूल्यांकन कार्य में लगाए गए संस्कृत विषय के शिक्षकों से हिन्दी की कॉपी चैक कराई जा रही है। हिन्दी की कॉपी चैक कराए जाने का संस्कृत विषय के कुछ शिक्षकों ने विरोध किया है। विरोध करने वाले शिक्षक शिकायत लेकर शिक्षा विभाग के उप संचालक के पास भी पहुंचे। बताया जा रहा है कि जिले में हिन्दी विषय के शिक्षकों की कमी के कारण संस्कृत विषय के शिक्षकों से हिन्दी की कॉपी चैक कराई जा रही है।
छात्रों के साथ छलावा
दूसरे विषय की कॉपी दूसरे विषय के शिक्षकों से चैक कराए जाने से मूल्यांकन कार्य को लेकर कई तरह के सवाल खड़े हो गए हैं। विषय विशेषज्ञों से कॉपी न चैक कराए जाने से छात्रों के साथ छलावा किया जा रहा है। सवाल यह भी खड़ा हो रहा है कि संस्कृत विषय के शिक्षक हिन्दी विषय की कॉपी कैसे चैक कर लेंगे, क्योंकि दोनों विषय एक दूसरे से बिलकुल भिन्न हैं।
20 हजार से अधिक कॉपियां
10वी कक्षा के हिन्दी विषय की 20 हजार कॉपियां बोर्ड द्वारा छतरपुर भेजी गई हैं। 20 हजार कॉपियों को जांचने के लिए जिले में हिन्दी विषय के शिक्षकों की भारी कमी है। माध्यमिक शिक्षा मंडल ने निर्देश दिए हैं कि हर हाल में 20 अप्रैल तक मूल्यांकन का कार्य समाप्त कर दिया जाए। बोर्ड के आदेश के बाद शिक्षा विभाग के अधिकारी आनन-फानन में हिन्दी की कॉपी संस्कृत विषय के शिक्षकों से जांचवा रहे हैं।
12वीं कक्षा की कॉपियां चैक करने में देरी
जिले में बोर्ड परीक्षाओं के मूल्यांकन का कार्य इतनी मंद गति से चल रहा है कि शायद ही 20 अप्रैल तक मूल्यांकन का कार्य पूरा हो पाए। बोर्ड द्वारा निर्देश दिए गए थे की 12वीं कक्षा का मूलयांकन कार्य 6 अप्रैल तक हर हाल में पूरा कर लिया जाए, लेकिन जिले में 12वीं का मूल्यांकन कार्य अभी तक पूरा नहीं हो पाया है। मूल्यांकन कार्य में बरती जा रही लापरवाही से माना जा रहा है कि इस वर्ष समय पर बोर्ड का परीक्षा परिणाम घोषित नहीं हो पाएगा।
इनका कहना है
ये बात सही है कि जिले में हिन्दी विषय के मूल्यांकनकर्ताओं की कमी है, लेकिन संस्कृत विषय के शिक्षकों से हिन्दी का प्रश्नपत्र चैक नहीं कराया जा रहा है। हमने हिन्दी के मूल्यांकनकर्ताओं की मांग डीईओ से की है।
अशोक खरे, मूल्यांकन प्रभारी
Created On :   14 April 2018 2:03 PM IST