मप्र में सवर्ण आयोग बनेगा, जो सामान्य वर्ग के गरीबों के लिए काम करेगा - मुख्यमंत्री

Savarna Commission will be formed in MP, which will work for the poor of the general class - Chief Minister
मप्र में सवर्ण आयोग बनेगा, जो सामान्य वर्ग के गरीबों के लिए काम करेगा - मुख्यमंत्री
मप्र में सवर्ण आयोग बनेगा, जो सामान्य वर्ग के गरीबों के लिए काम करेगा - मुख्यमंत्री

 मुठ्ठी भर लोग हैं जो रसूख से जमीनों पर कब्जे करते हैं, इन्हें भी समूल नष्ट किया जाएगा
डिजिटल डेस्क रीवा/सतना/ भोपाल ।
अनुसूचित जाति-अनुसूचित जनजाति , पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक आयोग की तर्ज पर  प्रदेश में अब सवर्ण आयोग का गठन किया जाएगा, जो सामान्य वर्ग के गरीबों के हित में काम करेगा। रीवा में गणतंत्र दिवस के मुख्य समारोह में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस आशय की घोषणा की। भाजपा की पिछली सरकार में सामान्य निर्धन वर्ग कल्याण आयोग था, अब इसका पुनगर्ठन होगा। गणतंत्र दिवस पर सीएम ने रीवा के अलावा सतना और  देवास में भी जनसभाओं को संबोधित किया।  उन्होंने कहा कि आने वाले चार साल में सभी गरीबों को पक्के मकान दिए जाएंगे । वर्ष 2024 तक हर घर को पानी का कनेक्शन मिल जाएगा। शेष 7 विवि-कॉलेज एक- एक गांव गोद लेंगे
सीएम ने कहा कि प्रदेश के तमाम विश्वविद्यालय और कॉलेज अब एक- एक गांव को गोद लेंगे। सरकारी योजनाओं की जमीनी हकीकत भी देखेंगे। इसके अलावा कॉलेज सामाजिक कुरीतियों को भी दूर करने के लिए काम करेंगे। उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव ने चाय पर चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री को यह जानकारी दी। यादव ने बताया कि जल्द ही स्वरोजगार से जुड़े पाठयक्रमों को भी शुरू किया जाएगा ताकि सरकारी नौकरी पर निर्भरता को कम किया जाए।
सोलर पॉवर प्लांट लगेंगे
मुख्यमंत्री ने कहा कि नीमच, आगर , मुरैना और छतरपुर में सोरल पॉवर प्लांट लगेंगे। ओंकारेश्वर बांध में पानी पर सोलर पैनल बिछाया जाएगा।  सोलर पैनल बिजली भी पैदा करेंगे। सतना में सीएम ने छेदीलाल कोल के यहां और देवास में निखिल सरकार के घर पर दोपहर का भोजन किया।
हर वर्ग को मिलेगा काम
हर जनसभा में मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि प्रदेश में अब हर वर्ग के लिए काम होगा। माफिया नहीं रह पाएंगे। मुठ्ठी भर लोग हैं जो रसूख के दम पर जमीनों पर कब्जे करते हैं, इन्हें समूल नष्ट किया जाएगा। कोई नहीं बचेगा। मुख्यमंत्री ने सातवें वेतन आयोग के तहत मिलने वाले एरियर्स की एक- एक पाई का भुगतान करने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था चौपट हो गई थी। कई महीनों तक खजाने में कोई पैसा ही नहीं आया। मेरे पास प्रस्ताव आया था कि कर्मचारियों की तनख्वाह आधी कर दें। मैंने कहा- ये तो नहीं होगा। तनख्वाह में कटौती नहीं होगी। एरियर वगैरा जरूर रोकना पड़े, लेकिन वो भी परमानेंट नहीं रोकेंगे।

 

Created On :   28 Jan 2021 2:03 PM IST

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