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रेत के अवैध कारोबारियों से घिरे रहते थे एसडीएम, गनमैन से मंगाते थे शराब
डिजिटल डेस्क सीधी। चुरहट एसडीएम द्वारा पुलिस पर सुरक्षा मुहैया न कराने और रेत माफिया से मिली धमकी के लगाये गये आरोपों का मामला तूल पकड़ रहा है। एसडीएम के आरोप बाद पुलिस अधीक्षक ने कहा कि वे खुद रेत के अवैध धंधे में लिप्त व संदिग्ध लोगों से घिरे रहते थे। सुरक्षा के लिये उन्हें जवान उपलब्ध कराये गये थे लेकिन इसके बाद भी वे बिना किसी सक्षम अधिकारी को जानकारी दिये रात-रात में निकल पड़ते थे। अवैध उत्खनन को रोंकने टास्क फोर्स का गठन किया गया है और समिति को जिम्मेवारी सौंपी गई है किंतु वे अलग-अलग होकर काम कर रहे थे।
गनमैन से मुगवाते थे शराब
पुलिस अधीक्षक मनोज श्रीवास्तव ने आज पत्रकारों से कहा कि एसडीएम चुरहट अर्पित वर्मा को पूर्व में गनमैन दिये गये थे। वे गनमैन से शराब मंगाते थे और असमाजिक तत्वों के साथ शराब का सेवन भी करते थे। पिछले 19 मार्च को रेत के अवैध धंधे में लिप्त व संदिग्ध लोगों के साथ वे निकले थे जिसके संबंध में न तो थाने से बल की मांग की गई और न ही एसडीओपी चुरहट को जानकारी दी गई। बाद में कुछ लोग मोटरसायकल से पीछा कर रहे थे जिससे उन्हे ंलगा कि उनकी जान को खतरा है, जानकारी मिलने पर बाइक सवारों को पकड़ा जा चुका है।
थाना प्रभारी से हुआ विवाद
रही बात रेत के अवैध उत्खनन की तो पुलिस का काम न होने के बाद भी अवैध उत्खनन पर पूरी तरह से रोंक लगाया गया है। रेत खदान को जाने वाले मार्गों को जेसीबी मशीन से खोदा जा रहा है। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि एसडीएम द्वारा खुद रामपुर नैकिन थाना प्रभारी के साथ 29 मार्च को अपशब्द कहे गये हैं। जिसके संबंध में थाना प्रभारी ने उन्हें अपना प्रतिवेदन सौंपा है। रोजनामचे में गाली गलौज के बात को दर्ज भी किया गया है। एसडीएम की गतिविधियां खुद संदिग्ध लोगो ंसे जुड़ी रही हैं और वे पुलिस पर आरोप मढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि रेत का अवैध उत्खनन पूरी तरह से रूका हुआ है और वह दावा करते हैं कि कोई यह साबित कर दे कि कहीं से अवैध उत्खनन हो रहा है। हालांकि पुलिस की प्रमुख ड्यूटी कानून व्यवस्था बनाने की है रेत चोरी रोंकने का दायित्व खनिज, सोन घडिय़ाल व वन अमले को है लेकिन इसके बाद भी आम जनमानस के मांग पर पुलिस रेत चोरी रोंकने में जुटी हुई है। बता दें कि जब से पुलिस अधीक्षक के रूप में मनोज श्रीवास्तव जिले मे ंपदस्थ हुये हैं तब से बिगड़ी कानून व्यवस्था में सुधार तो आया ही है साथ ही अवैध कारोबार में रोंक लगी है। अपराध में लिप्त लोगों पर पुलिस ने कार्रवाई करने कोई कोताही नहीं की है। फिलहाल एसडीएम द्वारा रेत माफिया से जान को खतरा और पुलिस द्वारा सहयोग न करने के लगाये गये आरोप का मामला काफी गर्मा गया है।
Created On :   2 April 2018 1:37 PM IST