अस्पताल में ताला लगाकर गायब हुआ स्टाफ मां ने गेट के बाहर फर्श पर दिया बच्चे को जन्म 

Staff mother disappeared from lock in hospital, gave birth to child on the floor outside the gate
अस्पताल में ताला लगाकर गायब हुआ स्टाफ मां ने गेट के बाहर फर्श पर दिया बच्चे को जन्म 
अस्पताल में ताला लगाकर गायब हुआ स्टाफ मां ने गेट के बाहर फर्श पर दिया बच्चे को जन्म 


डिजिटल डेस्क छतरपुर। वरिष्ठ अधिकारियों की उपेक्षा के कारण जिले की स्वास्थ्य सेवाओं का स्तर गिरता जा रहा है। रोजाना स्वास्थ्य सेवाओं की पोल खोलने वाले मामले सामने आने के बावजूद जिम्मेदार अधिकारी कार्रवाई करने की बजाय लीपापोती करते नजर आ रहे हैं। मामला  पीएचसी केंद्र रामटौरिया में घटित हुआ, जहां पीएचसी केंद्र बंद होने के कारण गर्भवती ने दो घंटे तड़पने के बाद अस्पताल के ग्राउंड में ही बच्चे को जन्म दे दिया। महिला को अस्पताल के बाहर तड़पते देख सरपंच ने बीएमओ बड़ामलहरा को बुला लिया, जिनके सामने ही अस्पताल के बाहर प्रसव हुआ। प्रसव के बाद बीएमओ डॉ. हरगोविंद राजपूत ने अस्पताल खुलवाकर जच्चा-बच्चा दोनों को अस्पताल में भर्ती कराकर स्वास्थ्य सेवाएं दीं। 
पीएचसी का समूचा स्टाफ गायब था
बीएमओ को मौके पर शाम 6.00 बजे पीएचसी केंद्र में ताला लटका मिला, जब अंदर जाकर देखा तो उपस्थिति रजिस्टर में मेडिकल ऑफीसर डॉ. ऋषभ प्रताप सिंह विगत 10 दिनों से गायब थे। वहीं डॉ. तौसीफ खान भी 9 तारीख को गायब रहे। कम्पाउंडर जीपी सिंह, स्टाफ नर्स प्रीतु दुबे, नर्स गिरजेश बुंदेला भी गायब थीं, जबकि नाइट एवं मेटरनिटी में ड्यूटी स्टाफ नर्स प्रीतु दुबे की थीं, जिन्होंने अगस्त माह में मिशन अस्पताल में हुई डिलेवरी को 8 दिन बाद पीएचसी केंद्र में होना दर्शा दिया था। इस मामले में सीएमएचओ द्वारा मामले की जांच की जा रही है। 
दो डाक्टरों व स्टाफ को कारण बताओ नोटिस  
मौके पर पहुंचे बीएमओ डॉ. हरगेाविंद राजपूत ने बेहद गंभीर लापरवाही सामने आने पर मामले का पंचनामा तैयार किया। इसमें सरपंच एवं मौके पर मौजूद अन्य अधिकारियों ने हस्ताक्षर करके पंचनामा की कॉपी सहित मामले की पूरी जानकारी वरिष्ठ अधिकारियों को भेज दी है, साथ ही मौके से गायब रहे डॉ. आरपी सिंह, डॉ. मो. तौसीफ खान, कंपाउंडर जीपी सिंह, स्टाफ नर्स प्रीतु दुबे, नर्स गिरजेश बुंदेला को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। जिसके जवाब के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
वरिष्ठ अधिकारियों को दी सूचना-
उत्तर प्रदेश की सीमा से लगे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र रामटौरिया में सोमवार की शाम 4 बजे हैदराबाद बम्होरीखुर्द निवासी कविता पति बृजलाल अहिरवार उम्र 25 साल प्रसव हेतु आई थी, मगर अस्पताल में ताला लगा होने से गर्भवती गेट के बाहर ही लेट गई, क्योंकि उसे ज्यादा दर्द हो रहा था। गर्भवती के लगातार कराहने के कारण किसी ने सरपंच को सूचना दे दी। सरपंच लखन अहिरवार ने मौके पर पहुंचकर बड़ामलहरा बीएमओ को अस्पताल में ताला लगा होने की सूचना दी, इस पर बीएमओ डॉ. हरगोविंद राजपूत मौके पर तकरीबन 6.00 बजे पहुंचे, तब भी अस्पताल में ताला लगा पाया गया, इस दौरान गर्भवती महिला ने भी बच्चे को फर्श पर जन्म दे दिया। किसी तरह बीएमओ ने अस्पताल का ताला खुलवाया और जच्चा-बच्चा देानों को अस्पताल में भर्ती करके प्राथमिक इलाज दिया। जहां अब दोनों के स्वास्थ्य में सुधार है। बीएमओ ने मौके पर पंचनामा बनाकर मामले की वरिष्ठ अधिकारियों को सूचना दे दी है।
नियमानुसार कार्रवाई करेंगे
व्पीएचसी रामटौरिया के बंद होने के कारण बाहर डिलेवरी होने के मामले की जानकारी आई है। हमारे डॉक्टरों ने पहुंचकर  तुरंत स्वास्थ्य लाभ दिया है, जो स्टाफ वहां बिना बताए गायब  था, उनके विरुद्ध नियमानुसार कार्रवाई करेंगे। उन्हें वहां से हटाया भी जाएगा। 
-डॉ. विजय पथौरिया, सीएमएचओ, स्वास्थ्य विभाग

Created On :   11 Dec 2019 3:47 PM IST

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