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10वीं की छात्रा ने सुसाइड नोट में लिखा-पापा, मैंने चोरी नहीं की और लगा ली फांसी -अधीक्षका ने लगाया था आरोप
डिजिटल डेस्क छतरपुर । महोबा रोड स्थित शासकीय अनुसूचित जाति-जनजाति उत्कृष्ट कन्या सीनियर छात्रावास में बुधवार की शाम स्कूल से लौटकर 10वीं की एक छात्रा ने पंखे से लटककर आत्महत्या कर ली। छात्रा रिचा पिता सुरेश अहिरवार निवासी चंदौरा तह. नौगांव हॉस्टल में अपनी बड़ी बहन आकांक्षा के साथ रहती थी। अन्य छात्राओं के अनुसार एक दिन पहले किसी छात्रा का पैंट गुम हो गया था। वह रिचा के पास मिला था। इस पर अधीक्षका सुशीला पाठक ने छात्रा को बुरी तरह से डांटा था और उसे काफी बेइज्जत भी किया था। मगर पैंट के कलर, साइज एक सी होने पर रिचा ने गलती से पैंट बदलने की बात कहकर सॉरी भी बोला था। इसके बावजूद अधीक्षका एवं कुछ छात्राओं ने उसे काफी हतोत्साहित किया। इस बात को लेकर रिचा परेशान थी। इसके बाद उसने कमरे में खुद को बंद करके पंखे से दुपट्टा बांधकर आत्महत्या कर ली। जिस समय छात्रा ने फांसी लगाई थी, उस समय वॉर्डन छात्रावास में नहीं थीं। उनका तर्क है कि अन्य छात्रावास का प्रभार होने के कारण वहां व्यवस्थाओं का निरीक्षण करने गई थी। घटना के समय छात्रावास आठ माह की गर्भवती चौकीदार के भरोसे था। यह पूरी बात मृतका के पिता सुरेश अहिरवार ने भास्कर को बताई।
छात्रावास में पंखे से लटककर दी जान
जिस समय कन्या छात्रावास में घटना हुई, उस समय शाम के 5 बजे थे। अधीक्षका सुशीला पाठक वहां नहीं थीं। चौकीदार ने उन्हें फोन पर घटना की सूचना दी। जिस कमरे में छात्रा ने फांसी लगाई, वह कमरा अंदर से बंद था। तब दरवाजे को तोड़कर छात्राएं अंदर गई, जहां दुपट्टे से रिचा लटक रही थी। छात्राओं ने रिचा को फंदे से उतारा लेकिन तब तक सांसे थम चुकी थीं। घटना के बाद छात्रावास में कई छात्राओं की रोकर तबियत बिगड़ गई। नाराज छात्राओं ने मौके पर आईं अधीक्षका सुशीला पाठक को दोषी ठहराते हुए उनसे मारपीट का प्रयास भी किया, लेकिन पुलिस ने उन्हें कमरे में बंद कर दिया। रिचा की मंझली बहन आकांक्षा भी उसके साथ उसी छात्रावास में रहती है। उसने बताया कि किसी छात्रा जींस पैंट चोरी होने पर एक दिन पहले अधीक्षक ने सबके सामने बेइज्जत किया था।
इनका कहना है
घटनास्थल की पुलिस द्वारा बारीकी से जांच की जा रही है, आत्महत्या का कारण जानने पुलिस द्वारा अलग-अलग बयान दर्ज किए जा रहे है। परिजनों के ब्यान भी दर्ज किए जाएंगे।
-उमेश शुक्ला, सीएसपी
व्विभाग द्वारा मामले की जांच कराई जाएगी। अगर कर्मचारी दोषी होगा तो उस पर कार्रवाई की होगी।
-आरपी भद्रसेन, डीओ ट्राइबल
Created On :   21 Nov 2019 2:32 PM IST