रेत के अवैध कारोबार : कलेक्टर ने कहा - कार्रवाई के पहले कारोबारी तक पहुंच जाती है खबर

The collector said - The news reached the business first before the action
रेत के अवैध कारोबार : कलेक्टर ने कहा - कार्रवाई के पहले कारोबारी तक पहुंच जाती है खबर
रेत के अवैध कारोबार : कलेक्टर ने कहा - कार्रवाई के पहले कारोबारी तक पहुंच जाती है खबर

डिजिटल डेस्क सीधी। जिले में रेत के अवैध कारोबार में कम से कम 25 हजार लोगों का नेटवर्क काम कर रहा है। यही वजह है कि प्रशासन जब कार्रवाई करने निकलता है तो उसके पहले माफिया तक सूचना पहुंच जाती है। अवैध खदान से लेकर चप्पे-चप्पे पर रेत के अवैध कारोबारियों का नेटवर्क काम कर रहा है।
मुखबिर देते है पल - पल की खबर
रेत के अवैध कारोबार पर नकेल लगाने के सवाल पर उक्त जानकारी देेते हुये खुद कलेक्टर दिलीप कुमार कहते हैं कि अवैध रेत उत्खनन, परिवहन में 100-50 लोग नहीं बल्कि हजारों की संख्या में लोग जुटे हुये हैं। रेत खदान से लेकर अधिकारियों का दल किस ओर जा रहा है इसकी जानकारी देने के लिये  चप्पे-चप्पे पर  लोग तैनात किये गये हैं। हालांकि इन सबके बाद भी राजस्व अमला, पुलिस, सोन घडिय़ाल अभ्यारण्य के लोग नकेल लगाने का कार्य कर रहे हैं। वावजूद इसके इस सच्चाई से नकारा नही जा सकता कि जिले में रेत के अवैध कारोबार में हजारों लोगों की संलिप्तता बनी हुई हैै।
पुलिस की सख्जी के बाद भी नहीं हुआ असर
 उल्लेखनीय है कि अवैध रेत उत्खनन परिवहन पर रोक लगाने नवागत पुलिस अधीक्षक ने काफी सख्ती दिखाई है किंतु इसके बाद भी  देर रात रेत का अवैध कारोबार फल फूल रहा है। प्रशासन द्वारा जिन रेत खदानों की लीज जारी की गई है वहां भी अनियमितताएं देखी जा रही हैं। एनजीटी के निर्देशों के बाद भुमका रेत खदान में तो कोई पालन नहीं किया जा रहा है। रेत खदान में मशीनों से उत्खनन सर्वथा वर्जित है लेकिन ठेकेदार द्वारा नदी के भीतर सैकड़ों की संख्या में मशीनें लगाकर रेत खोदी जा रही है।
कायदे से मजदूरों के जरिये रेत के खनन का काम कराने का निर्देश है लेकिन मजदूरी भारी पडऩे के चलते मशीनों को लिप्त किया गया है। भुमका रेत खदान जिले की ऐसी खदान है जहंा से सैकड़ों गाड़ी रेत लीज क्षेत्र से बाहर जाकर निकाली जा रही है। विडंबना यह है कि यहां न तो खनिज विभाग का अमला जांच करने पहुंच रहा है और न ही राजस्व अमला निगरानी कर रहा है। रेत के अवैध कारोबार में केवल माफिया भर की ही संलिप्तता नहीं बल्कि जिनके नाम वैध खदान का आवंटन जारी हुआ है वे भी नियम कायदों की धज्जियां उड़ा रहे हैं। कुल मिलाकर जिले में रेत का अवैध कारोबार लाख कोशिशों के बाद भी नहीं थम रहा है।
नदियों का सीना कर दिया छलनी
रेत खदान संचालन की मंजूरी की आड़ मे भुमका खदान के संविदाकार द्वारा नियमों को ताक पर रख रेत उत्खनन किया जा रहा है। रेत के उत्खनन के लिए नदी के बीच में एक दो नहीं बल्कि आधा दर्जन टू-टेन मसीनों के माध्यम से रेत की खुदाई लगातार जारी है। रेत कारोबारी नदी का सीना चीरकर रेत का उत्खनन करने में व्यस्त हंै। जबकि खदान संचालन की अनुमति की शर्तों के अनुरूप जेसीबी या टू-टेन जैसी मसीनों से रेत का उत्खनन नहीं किया जा सकता है, बल्कि श्रमिको से रेत का उत्खनन कराना है। हालांकि इसकी जानकारी जिले के जि मेदार प्रशानिक अमले को भी है लेकिन प्रशासन जानबूझकर अंजान बना हुआ है। बता देें कि जिले के मझौली विकासखंड अंतर्गत गोपद नदी के भुमका से रेत खदान संचालन का कार्य सैनिक फ्रूड्स प्राइवेट लिमिटेड को दिया गया है।  किंतु संविदाकार के द्वारा नियमों को ताक पर रख रेत का उत्खनन किया जा रहा है।

 

Created On :   17 March 2018 4:37 PM IST

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