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भाजपा के दागी नेताओं पर मेहरबान है पुलिस - खुलेआम बैठक ले रहा दुराचार का आरोपी
डिजिटल डेस्क छतरपुर । सत्तारूढ़ दल के दागी नेताओं पर पुलिस इतनी मेहरबान है कि कोर्ट के आदेश के बाद भी कार्रवाई करने से कतरा रही है। दुष्कृत्य, धोखाधड़ी और प्राणघातक हमला जैसे गंभीर मामलों में फरार सत्तारूढ़ दल के नेताओं पर इनाम होने के बाद भी पुलिस इन्हें गिरफ्तार करने में नाकाम रही है। वहीं कोर्ट द्वारा एक आरोपी की संंपत्ति कुर्क करने का आदेश भी दिया है, इसके बाद भी पुलिस द्वारा कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जा रही है। जघन्य अपराधों केे आरोपी ये BJPई नेता खुलेआम बैठको में भाग ले रहे हैं किंतु ये सिर्फ पुलिस को नहीं दिखाई देतेे ।
कोर्ट का अल्टीमेटम खत्म, नहीं हुई गिरफ्तारी
BJP खेल प्रकोष्ठ का जिला संयोजक और जिला पंचायत सदस्य का पति संतोष पाराशर ने चाचा के रिश्ते को कलंकित किया है। रिश्ते की भतीजी को नौगांव से अगवा कर नौगांव-ईशानगर रोड में अपनी लग्जरी कार में 24 फरवरी को दुष्कृत्य किया। इसके बाद धमकी दी कि अगर किसी को इस संबंध में बताया तो अंजाम ठीक नहीं होगा। इस गंभीर मामले में पुलिस संतोष पाराशर पर मेहरबान रही है। जिले की राजनीति में गहरी पैठ रखने वाले संतोष पाराशर पर जब पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया तो पीडि़त पक्ष को कोर्ट जाना पड़ा। इस पर प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी ने मामला दर्ज करने का आदेश दिया।
मामला दर्ज होने के बाद भी जब पुलिस इस आरोपी को गिरफ्तार नहीं कर पाई तो 31मार्च को कोर्ट ने आदेश दिया कि 15 दिन के भीतर आरोपी की संपत्ति कुर्क की जाए। 15 अप्रैल को 15 दिन पूरे होने के बाद भी पुलिस ने अब तक इस आरोपी को न तो गिरफ्तार करना जरूरी समझा और न ही इसकी संपत्ति कुर्क की गई। आरोपी संतोष पाराशर की पत्नी अनीता पाराशर जहां जिला पंचायत सदस्य हैं राजनीति को अपराध और अपराधी मुक्त करने का नारा देने वाली BJP नेअब तक संतोष पाराशर की पार्टी की सदस्यता खत्म नहीं की है।
इनाम घोषित, गिरफ्तारी में रुचि नहीं
BJP युवा मोर्चा के पूर्व नगर अध्यक्ष विनय तिवारी भी एक प्राणघातक हमले के आरोप में लंबे समय से फरार है। विनय तिवारी जब BJP युवा मोर्चा नगर अध्यक्ष था तो नेतागिरी की दम पर शहर के थानों में भी अपना दबदबा कायम किए हुए था। रेत के अवैध कारोबार में लिप्त रहे विनय तिवारी ने रवि मिश्रा को इसलिए गोली मार दी थी, क्योंकि रवि उधार दिए रुपए वसूलने के लिए उसके घर पहुंच गया था। रवि मिश्रा ने विनय तिवारी को रुपए उधार दिए थे। लंबे समय तक वह अपने रुपए वापस मांगता रहा।
दीपावली का त्योहार होने और रुपए की जरूरत होने पर रवि मिश्रा उधार दिए रुपए मांगने विनय तिवारी के घर पहुंच गया। इस पर विनय तिवारी ने रवि मिश्रा को गोली मार दी। गंभीर रूप से घायल रवि का लंबे समय तक ग्वालियर में इलाज चला, तब कहीं जाकर वह ठीक हो सका। करीब पांच माह बीतने के बाद पुलिस इस BJP नेता को गिरफ्तारनहीं कर सकी। हां, पुलिस ने विनय पर 5 हजार रुपए का इनाम जरूर घोषित कर दिया है, लेकिन यह महज औपचारिकता ही है। पुलिस न तो उसे गिरफ्तार करने में रुचि दिखा रही है और न ही उसके परिजनों पर दबाव बना रही है।
इनका कहना है
पुलिस किसी के दवाब में काम नहीं करती है। आरोपियों की तलाश जारी है। जल्दी ही गिरफ्तारी होगी
- जयराज कुबेर, एडीशनल एसपी
Created On :   18 April 2018 2:07 PM IST