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वनोपज संघ अध्यक्ष ने साथियों के साथ किया चीतल का शिकार
डिजिटल डेस्क, छतरपुर/बड़ामलहरा। यहां वन विभाग की टीम ने वनोपज संघ अध्यक्ष व उसके साथियों को एक चीतल के शिकार करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। प्राप्त जिानकारी के अनुसार वन्य परिक्षेत्र बड़ामलहरा के पलदा बीट पर चीतल का शिकार करने वाले दो आरोपियों को वन अमले ने गिरफ्तार किया है। जबकि रात के अंधेरे का फायदा उठाकर दो आरोपी भागने में सफल रहे। पकड़े गए आरोपियों के पास से वन विभाग की टीम ने एक बंदूक और दो जिंदा कारतूस बरामद किया है।
घटना बीती दरमियानी रात की बताई जा रही है, जब वन अमले की टीम बड़ामलहरा के जंगलों में गश्त कर रही है। गश्त के दौरान साठिया ढाबा के पीछे दो बाइक गश्ती दल को दिखी दल को शक होने पर दल के सदस्य जंगल की ओर चल पड़े कुछ दूर जाने पर जंगल में कुछ लोग संदिग्ध अवस्था में दिखे। टीम के सदस्यों ने उनका पीछा करते हुए दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया, जबकि दो लोग भागने में कामयाब रहे।
वन्य प्राणियों की सुरक्षा की पोल खुली
चीतल का शिकार करते हुए जिन लोगों को पकड़ा गया उन लोगों में वन सुरक्षा समिति रजपुरा के अध्यक्ष पहलवान यादव, गरखुवा निवासी मुकेशनाथ को मादा चीतल और बंदूक सहित पकड़ा गया। वहीं लघु वनोपज तेंदूपत्ता समिति घिनौची के अध्यक्ष धनीराम प्रजापति और एक अन्य आरोपी भागने में कामयाब रहा। मौके से भाग रहे आरोपियों का उड़नदस्ता दल ने पीछा भी किया, लेकिन वे बच कर भाग गए। सवाल यह उठता है कि ऐसे लोगों को सुरक्षा की जिम्मेदारी क्यों सौंपी गई, जो खुद ही भक्षक बन गए।
बड़े पैमाने पर हो रहा शिकार
बड़ामलहरा, बकस्वाहा सहित जिले के अन्य वन क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर जंगली जानवरों को शिकार हो रहा है। बताया जा रहा है कि शिकारी वन्य प्राणियों को मारने के बाद उनी खाल से लेकर सींग तक महंगे दामों पर बेचते हैं। वन विभाग का उड़नदस्ता दल शिकारियों पर लगाम लगाने की कोशिश तो करता है, लेकिन शातिर शिकारियों के आगे वन विभाग का अमला ज्यादा कुछ नहीं कर पाता है।
Created On :   18 Jun 2018 2:43 PM IST