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हौसलों की उड़ान - गांव के युवक ने किया डोर लॉक डिवाइस का आविष्कार
डिजिटल डेस्क छतरपुर । प्रतिभा किसी की मोहताज नहीं होती । मेहनत और लगन के दम पर गांव के एक युवक ने इसे चरितार्थ कर दिया । गांव से ताल्लुकात रखने वाले महज छठवीं तक की पढाई करने वाले एक युवक ने डोर लॉक डिवाइस का आविष्कार कर कमाल करदिया है। यह सब करने के लिए युवक ने न सिर्फ नौकरी छोड़ दी, बल्कि चार साल की कड़ी मेहनत से डोर लॉक डिवाइस तैयार की है । डोर लॉक डिवाइस से चोरी रोकने के आविष्कार को कारगर बनाने के लिए अब लोन लेकर पेटेंट कराने की तैयारी में है। जिले के सुनवाहा निवासी श्रीकांत विश्वकर्मा के जज्बे से जहां हर कोई दंग है वहीं अब गांव के लोग भी उसकी मदद के लिए साथ में खड़े होने लगे हैं ।
मशीनरी देखकर आया था विचार
पुणे की एक प्रायवेट कंपनी में नौकरी के दौरान श्रीकांत विश्वकर्मा के मन में मशीनों को देखकर डिवाइस तैयार करने का विचार आया था । भास्कर से चर्चा के दौरान श्रीकांत ने बताया कि छोटे-छोटे पार्ट एकत्रित कर उसने यह डिवाइस तैयार की है। उसने बताया कि डिवाइस को तैयार करने के लिए 3 लाख खोज में खर्च कर दिए हैं । फर्नीचर की दुकान चलाने वाले शिवदयाल विश्वकर्मा के पुत्र की इस खोज से पूरा गांव युवक के जज्बे को सलाम कर रहा है। श्रीकांत डिवाइस को लेकर अपने सपने को साकार करना चाहता है।
छोटी सी उम्र में किया था कमाल
गांव के पूर्व सरपंच चतुर सिंह ने बताया कि छोटी सी उम्र में ही श्रीकांत को खोज करने की बड़ी लालसा थी । बचपन में ही श्रीकांत ने बगैर सेल के रेडियो को चलाने का कारनामा किया था । गांव में सुविधाओं की कमी एवं गरीबी के चलते श्रीकांत के सामने खोज के लेकर बड़ी चुनौती खड़ी थी, लेकिन श्रीकांत ने खोज करने में कभी भी हिम्मत नहीं हारी । हौसलों की उड़ान ने उसे पुणे शहर पहुंचा दिया । यहां पर उसने कड़ी मेहनत और लगन से नौकरी करने के साथ-साथ डिवाइस का आविष्कार किया । चोरी रोकने के लिये अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी पर आधारित डिवाइस की खोज के बाद अब सपनों को साकार करने के लिए वह लोन का सहारा लेने की तैयारी में है। श्रीकांत का कहना है कि डिवाइस बनकर तैयार होने के बाद मार्केेट में 3 हजार में उपलब्ध हो जायेगी ।
दुनिया के किसी कोने से डोर हो जायेगा लॉक
युवक ने बताया कि मोबाइल से ऑपरेट होने वाली डिवाइस चोरी रोकने का काम करेगी । मोबाइल के एक कॉल से व्यक्ति दुनिया के किसी भी कोने से डोर को लॉक कर सकेगा । डोरलॉक आविष्कार की खासियत यह है कि डिवाइस से दरवाजा अंदर से लॉक होगा । डोर लॉक डिवाइस ऑन होने की स्थिति में दरवाजा का लॉक तोडऩे पर सायरन बजने के साथ मोबाइल पर कॉल पहुंच जायेगा । चोरी रोकने की इस तकनीक ने हर किसी को अचंभित कर दिया है।
कलेक्टर ने दिया मदद का भरोसा
मंगलवार को कलेक्ट्रेट में आये युवक की तकनीक को देखकर कलेक्टर ने पूरी मदद करने का भरोसा दिया है । युवक ने बताया कि कलेक्टर ने उसका आविष्कार देखने के बाद हरसंभव मदद का दावा किया है। श्रीकांत का कहना है कि आविष्कार को वह अपने देश और गांव के हित में उपयोग करना चाहता है । डिवाइस को आकर्षक एवं हाईटेक बनाने के लिए उसने 10 लाख के लोन की उद्योग विभाग से डिमाण्ड की है ।
Created On :   20 Dec 2017 1:49 PM IST