बच्चों ने लिखा केन्द्रीय मंत्री को पत्र - सड़क के गड्ढों में गिरकर जख्मी होने की सुनाई व्यथा

बच्चों ने लिखा केन्द्रीय मंत्री को पत्र - सड़क के गड्ढों में गिरकर जख्मी होने की सुनाई व्यथा
बच्चों ने लिखा केन्द्रीय मंत्री को पत्र - सड़क के गड्ढों में गिरकर जख्मी होने की सुनाई व्यथा

डिजिटल डेस्क, सीधी। मोहनिया से चुरहट सर्रा तक की खस्ताहाल सड़क से परेशान 600 से अधिक स्कूली स्टूडेंट्स ने केन्द्रीय परिवहन मंत्री को पत्र लिखा है। स्टूडेंट्स के लिखे गये अलग-अलग पत्र में खस्ताहाल सड़क से होने वाली परेशानी की ओर ध्यान आकर्षित कराया गया है। स्टूडेंट्स ने कहा है कि गड्ढे वाली सड़क से आते-जाते उन्हें दुर्घटना का शिकार होना पड़ रहा है। नेशनल हाईवे की सड़क लंबे समय से गड्ढों मे तब्दील हो गई है, इसलिये इसके निर्माण का बंदोबस्त शीघ्र किया जाए। 

खस्ताहाल सड़क को लेकर भले ही राजनैतिक दलों के नेता मुखर न हो पा रहे हों, किंतु परेशान स्कूली स्टूडेंट्स ने पत्र के जरिए अपनी पीड़ा जताई है। केन्द्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी को लिखे पत्र में चुरहट के करीब 600 स्टूडेंट्स ने पोस्टकार्ड और सादे कागज पर अपनी पीड़ा व्यक्त कर भेजी है। पत्र में कहा गया है कि उन्हें स्कूल आते-जाते समय गड्ढेदार सड़क काफी परेशान कर रही है। आए दिन सड़क के गड्ढों में गिरकर दुर्घटनाग्रस्त होना पड़ रहा है और बारिश के मौसम में सड़कें चलने लायक नहीं बची हैं।

चुरहट बाजार की सड़क तो और भी बेकार हो गई है। जिस सड़क की व्यथा वह सुना रहे हैं वह सड़क केन्द्र सरकार के अधीन है। जिसके निर्माण और सुधार का पूरा जिम्मा केन्द्रीय मंत्री पर ही जाता है। ऐसे में सड़क का सुधार शीघ्र करा दिया जायेगा तो उन्हें हर रोज की परेशानी से मुक्ति मिल जायेगी। बता दें कि जिले में अधिकांश सड़कें निर्माणाधीन हैें और सीधी से वाया चुरहट रीवा की टू-लेन सड़क भी लगभग बन चुकी है। चुरहट में टू-लेन बायपास सड़क का निर्माण किया जाना है। बायपास सड़क का निर्माण अभी भी अधर में पड़ा हुआ है। उधर बायपास का निर्माण नहीं हो पा रहा है तो उधर सर्रा से चुरहट और मोहनिया तक की सड़कें भगवान भरोसे ही देखी जा रही है। सड़क में इतने गड्ढे हो चुके हैं कि गिन पाना मुश्किल ही होगा। खस्ताहाल सड़क को लेकर सत्ताधारी पार्टी के नेता पूरी तरह से मौन साधे हुये हैं और साथ ही विपक्षी दल के नेता भी इसके पहले तक कोई भी आवाज नहीं उठाये हैं। स्कूली छात्रों ने जरूर मौन तोड़ते हुये केन्द्रीय मंत्री को व्यथा बताने पत्र लिखा है।

Created On :   17 Aug 2017 12:03 AM IST

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