Patiala News: खेत में ट्रैक्टर चलाते कृषि मंत्री चौहान बोले - किसानों से मिले फीडबैक के आधार पर बनेगी कृषि नीति

- सीधी बुआई से पानी, श्रम और लागत में होगी बचत
- दलहन-तिलहन का उत्पादन बढ़ाने को कहा
- देश के किसानों के काम आएगा सिंधु का पानी
Patiala News. अजीत कुमार। केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को पंजाब के एक गांव में ट्रैक्टर चलाकर किसानों की व्यावहारिक समस्या को समझा और सीधे बीज के माध्यम से धान की बुआई की। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि 'विकसित कृषि संकल्प अभियान' के तहत पंजाब पहुंचे कृषि मंत्री ने कहा कि इस अभियान के बाद हर क्षेत्र से जो जानकारियां एकत्र होगी, उसी के आधार पर आगे की कृषि नीतियां बनाई जाएंगी।
सीधी बुआई से पानी, श्रम और लागत में होगी बचत
कृषि मंत्री ने मशीन के जरिए सीधे बीज के माध्यम से धान की बुआई पर जोर देते हुए कहा कि धान की रोपाई की पारंपरिक पद्धति में पानी के साथ-साथ श्रम और लागत भी बहुत ज्यादा लगती थी। लेकिन अब नई आधुनिक तकनीक के जरिए सीधे बीज के माध्यम से बुआई की पद्धति का विकास हो चुका है। इस पद्धति को अपनाने से पानी, श्रम और समय की भी बचत होगी। उन्होंने कीटनाशकों का संतुलित उपयोग भी जोर दिया और कहा कि अनावश्यक कीटनाशकों के प्रयोग से कृषि की लागत बढ़ती है और फसल की गुणवत्ता पर भी विपरीत असर पड़ता है।
देश के किसानों के काम आएगा सिंधु का पानी
केंद्रीय मंत्री ने सिंधु जल समझौता पर भी बात की और कहा कि यह अन्यायपूर्ण जल समझौता स्थगित करने का कदम स्वागत योग्य है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार सिंधु जल समझौते को रद्द कर उसके पानी को पंजाब और हरियाणा को आपूर्ति करने करने के लिए नया प्रस्ताव बनाने का प्रयास कर रही है। मतलब अब भारत का पानी देश के किसानों के कम आएगा।
चौहान ने यहां कृषि यंत्र के कारखाने का भी दौरा किया। उन्होंने कहा कि हमें दुनिया को कृषि यंत्र निर्यात करने की दिशा में भी काम करना चाहिए। साथ ही देश के छोटी जोत वाले किसानों के लिए भी कृषि यंत्र बनाने की वकालत की।
दलहन-तिलहन का उत्पादन बढ़ाने को कहा
चौहान ने कहा कि किसानों तक विज्ञान व शोध की जानकारी पहुंचाने और ‘लैब टू लैंड’ को जोड़ने के लिए ही विकसित कृषि संकल्प अभियान की शुरुआत की गई है। अभियान के तहत वैज्ञानिक जिस भी गांव का दौरा करते हैं, वहां के क्षेत्र की पूर्व जानकारी लेकर जाते हैं और उसी के अनुसार किसानों से संवाद किया जाता है। केंद्रीय मंत्री ने दलहन और तिलहन के उत्पादन पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि आज देश में गेहूं के उत्पादन में रिकॉर्ड स्तर पर वृद्धि हुई है। गेहूं उत्पादन अपने उच्चतम स्तर पर है। इसके साथ-साथ चावल, मक्के, मूंगफली और सोयाबीन के उत्पादन में भी रिकॉर्ड वृद्धि दर्ज की गई है।
Created On :   5 Jun 2025 9:08 PM IST