ये है रीयल हीरो: लड़की की चीख सुनी तो ड्यूटी से लौट रही पुलिसकर्मी गुंडे पर टूट पड़ी, बचाई अस्मत

लड़की की चीख सुनी तो ड्यूटी से लौट रही पुलिसकर्मी गुंडे पर टूट पड़ी, बचाई अस्मत
  • दोनों महिलाओं की आवाज सुनकर कुछ लोग आए
  • भाग खड़ा हुआ आरोपी

डिजिटल डेस्क, पुणे, गुणवंती परस्ते। ड्यूटी से लौट रही पुलिसकर्मी में एक अबला की अस्मत को तार-तार होने से बच लिया। पुलिसकर्मी ने बताया कि जब मैं रात करीब 9.30 बजे चुनाव ड्यूटी से कोरेगांव पार्क से शिवाजीनगर की तरफ जा रही थी। मगरपट्टा सिटी के पास जब पहुंचीं तो एक युवती की चीख सुनाई दे रही थी।

मैंने स्कूटर रोका और जिस दिशा से चीख की आवाज आ रही थी मैं उस तरफ आगे बढ़ी। उस समय आसपास कोई नहीं था, मैं भी सोच में पड़ गई। लेकिन लड़की की चीख से लग रहा था मामला गंभीर है। यह आवाज टीन के एक शेड से आ रही थी। मैं अंदर गई तो गुंडा लड़की के साथ गलत हरकत करने का प्रयास कर रहा था और वह बचाव कर रही थी। मैंने उस गुंडे को धक्का देकर हटाया तो वह मुझपर टूट पड़ा।

लग रहा था वह नशा किया हुआ है। मेरी उससे हाथापाई होने लगी। इस दौरान लड़की भी खुद को सुरक्षित समझकर मेरे पीछे आ गई। चूंकि गुंडा मुझपर भी हमला कर रहा था जिससे मैं भी चिल्ला रही थी। मैं और फरियादी लड़की की आवाज सुनकर कुछ लोग टपरी में आए तो गुंडा उन्हें देखकर भाग गया। मैंने तुरंत ही पुलिस कंट्रोल रूम पर फोन किया जिससे पेट्रोलिंग करने वाले मार्शल कुछ ही मिनट में घटनास्थल पर आ गए।

गुंडे को ढूढ़ने के प्रयास किए लेकिन वह नहीं मिला। हमने जब लड़की को पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए कहा तो वह कहने लगी मैं गरीब परिवार से हूं। यही पास के एक मॉल में काम करती हूं। मैं काम पर से निकलकर बस स्टॉप पर जा रही थी तभी इस गुंडे ने मुझे पकड़ लिया। मेरा मुंह दबाकर वह टपरी में ले गया। वह मेरे साथ गलत करना चाह रहा था जिससे मैं मदद के लिए चिल्ला रही थी।

अब मैंने यदि पुलिस में रिपोर्ट करा दी तो मेरे घरवाले काम छुड़ा देंगे। मुझे अभी नौकरी की जरूरत है। हमने उस लड़की से काफी कहा रिपोर्ट करा दे लेकिन वह नहीं मानी।

पुलिस के साथ भी जाने को तैयार नहीं हुई

20 वर्षीय पीड़ित लड़की को जब पुलिस रिपोर्ट लिखाने के लिए कहा तो वह नहीं मानी। इसके बाद पुलिसकर्मियों ने जब उससे कहा हम तुम्हें घर छोड़ देते हैं तो उसपर भी वह मना करने लगी। कहने लगी आपके साथ मैं घर जाऊंगी तो पूछेंगे कि पुलिस साथ क्यों आई है? जब पुलिसवालों ने उससे कहा हम तुम्हें घर से कुछ दूर छोड़ देंगे तब भी वह नहीं मानी। कहने लगी मोहल्लेवाले तो देखेंगे, फिर वे घर पर कह देंगे। घर वाले परेशान हो जाएंगे। आप मुझे जाने दीजिए, मैं अकेली चली जाऊंगी। मैं रोज की तरह ही अपना जीवन जीना चाहती हूं।

Created On :   7 May 2024 12:24 PM GMT

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