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अब 68 करोड़ की लागत से नई जलापूर्ति योजना का प्रस्ताव, बूंद-बूंद पानी के लिए हो रही परेशानी
- 24 घंटे सातों दिन पेयजल देने का लक्ष्य
- आगामी पखवाड़े में मंजूरी मिलने की संभावना
- 68 करोड़ की लागत
डिजिटल डेस्क, वर्धा. नगर परिषद क्षेत्र की जलापूर्ति योजना में समस्याओं से नागरिक परेशान हो गए हैं। बार-बार पाइप-लाइन लीकेज, जलापूर्ति प्रभावित रहना, दो दिन बाद जलापूर्ति जैसी समस्याओं से निजात दिलाने के अमृत-2 याेजनांतर्गत पवनार के पंपिंग स्टेशन से 68 करोड़ की लागत से नई जलापूर्ति योजना का प्रस्ताव सरकार को पेश किया गया है। जिसकी प्रक्रिया पूरी होने के बाद आगामी पखवाड़े में मंजूरी मिलने की उम्मीद जताई जा रही है। इस योजना से नागरिकों को 7 दिन 24 घंटे पानी देने का लक्ष्य है।
वर्धा नगर परिषद क्षेत्र में येलाकेली व पवनार स्थित पपिंग सेंटर से जलापूर्ति होती है, लेकिन वर्तमान में पाइप-लाइन खराब हो चुकी है, जिससे लीकेज की समस्या होती है। अनेक जगहों पर तो पानी ही नहीं पहुंच पाता है। जिससे लोग सालभर पानी के लिए भटकते हैंं। नप का जलापूर्ति विभाग इस समस्या का हल खोजने में लगा है। पवनार स्थित पंपिंग सेंटर पर नई लाइन डालने का निर्णय लिया गया है। साथ ही नय जलशुद्धिकरण केन्द्र बनाया जाएगा। लगभग 8 करोड़ 50 लाख रुपए की लागत से पवनार में यह केन्द्र बनेगा। पुराना जलशुद्धिकरण केन्द्र जमींदोज कर उस जगह पर नए केन्द्र का काम होगा। उसी तरह मुख्य पाइपलाइन, फिडर एक्सप्रेस, सोलर प्लांट बनाया जाएगा। इस योजना अंतर्गत पुरानी सभी पाइप-लाइन निकाल नई बिछायी जाएगी।
दो दिन के अंतराल में होती है जलापूर्ति
नगर परिषद क्षेत्र में 14 हजार 829 नल कनेक्शन हैं। पुरानी जलापूर्ति योजना के कारण तकनीकी खराबी से लोगों को दो दिन बाद जलापूर्ति होती है। कभी कभी पाइप लाइन लीकेज होने पर लोगों को चार से पांच दिनों तक भी पानी नहीं मिल पाता। ग्रीष्म के दिनों में यह समस्या और भी गंभीर होती है। जिससे लोगों को राहत दिलाना आवश्यक है।
योजना का भेजा गया है प्रस्ताव
अमृत-2 योजना का प्रस्ताव सरकार को भेजा गया है। प्रक्रिया भी पूरी हो चुकी है। आगामी 15 दिनों में योजना को मंजूरी मिल जाएगी। इसके बाद लगभग दो माह में काम शुरू होगा।
Created On :   6 Jun 2023 6:59 PM IST