शिक्षा: शैक्षणिक सत्र में छत्रसाल महाविद्यालय में प्रारंभ होंगे पांच नवीन विषयों के पाठयक्रम, बायोटेक्नोलोजी और मनोविज्ञान सहित कई विषय शामिल

शैक्षणिक सत्र में छत्रसाल महाविद्यालय में प्रारंभ होंगे पांच नवीन विषयों के पाठयक्रम, बायोटेक्नोलोजी और मनोविज्ञान सहित कई विषय शामिल
  • शासकीय छत्रसाल महाविद्यालय पन्ना को प्रधानमंत्री उत्कृष्ट महाविद्यालय घोषित
  • उत्कृष्ट महाविद्यालय का दर्जा प्राप्त होने से महाविद्यालय के विकास को नई गति
  • साथ ही बेहतर शिक्षण सुविधायें छात्र-छात्राओं को प्राप्त होने जा रही है

डिजिटल डेस्क, भोपाल। राज्य शासन द्वारा जिला मुख्यालय पन्ना स्थित शासकीय छत्रसाल महाविद्यालय पन्ना को प्रधानमंत्री उत्कृष्ट महाविद्यालय घोषित किया गया है। महाविद्यालय को उत्कृष्ट महाविद्यालय का दर्जा प्राप्त होने से महाविद्यालय के विकास को नई गति मिलने के साथ ही बेहतर शिक्षण सुविधायें छात्र-छात्राओं को प्राप्त होने जा रही है। छत्रसाल महाविद्यालय पन्ना जिसकी स्थापना में वर्ष 1958 में हुई थी। दशकों बाद महाविद्यालय में नवीन शैक्षणिक सत्र 2024-25 में पांच नए विषयों को प्रारंभ किए जाने की स्वीकृति उच्च शिक्षा विभाग द्वारा गत 15 मार्च को जारी की गई है। जिसमें महाविद्यालय में भूगोल, समाजशास्त्र विषयों के साथ ही मनोविज्ञान, बायोटेक्नलोजी कम्प्यूटर साइंस जैसे उपयोगी विषयों को प्रारंभ करने की अनुमति महाविद्यालय को प्राप्त हो चुकी है। शिक्षण सत्र 2024-25 में छात्रों को उक्त विषयों में स्नातक की प्रथम वर्ष की कक्षाओ में प्रवेश प्राप्त होगा और इसके बाद दो सत्रो में द्वितीय वर्ष तथा तृतीय वर्ष की कक्षायें संबंधित विषयों में संचालित होगी। शैक्षणिक सत्र 2027-28 में उक्त पांचों विषयों की स्नातकोत्तर कक्षायें प्रारंभ होगी और उसमें छात्रो को अध्ययन हेतु प्राप्त होगा।

नवीन विषयों के अध्यापन हेतु सहायक प्राध्यापकों के पद भी हुए स्वीकृत

उच्च शिक्षा विभाग द्वारा छत्रसाल महाविद्यालय में पांच नवीन विषयों की कक्षाओं की स्वीकृति देने के साथ ही अध्यापन कार्य के लिए सहायक प्राध्यापकों के पदों की भी स्वीकृति प्रदान की गई है। जिसमें भूगोल विषय के लिए सहायक प्राध्यापक 4 पद, समाजशास्त्र विषय के लिए सहायक प्राध्यापकों के 3 पद, मनोविज्ञान के लिए 1 पद, बायोटेक्नोलोजी के लिए सहायक प्राध्यापक 5 पद, कम्प्यूटर साइंस के लिए सहायक प्राध्यपाकों के 5 पदो की स्वीकृति दी गई है। इसके साथ ही महाविद्यालय में वर्तमान में संचालित विषयों के स्वीकृत शैक्षणिक पदों में वृद्धि की गई है। सहायक प्राध्यापक के अर्थशास्त्र विषय में 1 पद, संस्कृत में 1 पद, वनस्पति शास्त्र में 1 पद, प्राणीशास्त्र में 2 पद, गणित में 2 पद वाणिज्य में 1 पद नया स्वीकृत किया गया है। पदों में वृद्धि के पश्चात उक्त विषयों में भी शिक्षण कार्य की गुणवत्ता में सुधार होने के इसका लाभ महाविद्यालय के छात्रों को पहुंचेगा। इस तरह से महाविद्यालय के कुल नवीन प्रारंभ होने वाले विषयों तथा वर्तमान में संचालित विषयों में कुल 27 नए सहायक प्राध्यापको के पद स्वीकृत हुए है। इन 27 पदों में 10 कला संकाय के विषयों, 10 विज्ञान के संकाय विषय तथा 1 वाणिज्य संकाय विषय से संबंधित है।

तृतीय, चतुर्थ श्रेणी के सात नवीन पदों की भी मिली स्वीकृति

महाविद्यालय में पांच नवीन विषय पाठयक्रमों को प्रारंभ किए जाने के साथ जहां विषयों के अध्ययापन के लिए सहायक प्राध्यापकों के पदों की स्वीकृति जारी की गई है इसके साथ ही साथ कक्षाओं की व्यवस्था प्रायोगिक कार्य के लिए तृतीय, चतुर्थ श्रेणी के सात पदों की भी स्वीकृति जारी की गई है हालांकि उक्त सात पदों की पूर्ति आउट सोर्स से की जा सकेगी।

अधोसंचना और संसाधनो के विकास के लिए 4.86 करोड़ रूपए स्वीकृत

प्रधानमंत्री उत्कृष्ट महाविद्यालय के रूप में महाविद्यालय का उन्नयन करते हुए उच्च शिक्षा विभाग द्वारा महाविद्यालय की अधोसंचना और विकास कार्य के लिए 4.86 करोड़ की राशि स्वीकृत की गई है। इनमें से कॉलेज के विकास कार्याे के लिए 34.32 लाख रूपए और सेवाओं व सुविधाओ को अपलोड करने के लिए 52.70 लाख रूपए की स्वीकृति प्रदान की गई है। लाइब्रेरी के विकास के लिए 42.16 लाख रूपए, कम्प्यूटर सेंटर के लिए 18.44 लाख रूपए और कालेज में प्रशाासन संबंधित सुविधाओं के विस्तार के लिए 18.44 लाख रूपए की स्वीकृति दी गई है। कालेज व अन्य निर्माण कार्याे विकास और जीर्णाेद्धार कार्य के लिए 2.16 करोड़ रूपए और किताबें, कम्प्यूटर और उपकरण के लिए 2 करोड रूपए की स्वीकृति प्रदान की गई है। इसके अलावा 70 लाख रूपए सेमीनार हॉल के साथ ही कालेज में सुविधाओं और संस्थानों के विकास के लिए कुल 4.86 करोड़ रूपए की प्राथमिक स्वीकृति प्रदान की गई है। निर्माण कार्य के लिए लोक निर्माण विभाग को एजेंसी नियुक्त किया गया है।

Created On :   22 March 2024 11:39 AM GMT

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