कोविड-19 महामारी से मिलकर लड़ें चीन और अमेरिका

China and America fight together with Kovid-19 epidemic
कोविड-19 महामारी से मिलकर लड़ें चीन और अमेरिका
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हाईलाइट
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बीजिंग, 3 अक्टूबर (आईएएनएस)। पिछले कई महीनों से जारी कोरोना महामारी के दौरान अमेरिका ने लगातार चीन पर आरोप लगाए। हालांकि चीन ने बड़े धैर्य के साथ अपने देश में वायरस के प्रसार को रोका और अमेरिका के साथ मिलकर काम करने की बात कही। बावजूद इसके अमेरिकी प्रशासन ने चीन को घेरने में कोई कमी नहीं छोड़ी। महामारी को नियंत्रित करने के लिए गंभीर उपाय करने के बजाय अमेरिका ने लगातार वैज्ञानिक तर्कों को खारिज किया। इसी का नतीजा है कि अमेरिका में 73 लाख से अधिक लोग संक्रमित हो चुके हैं, जबकि दो लाख से अधिक की जान इस वायरस ने ले ली है। अमेरिका की मुसीबत आगे भी थमने वाली नहीं है। क्योंकि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी कोरोना की चपेट में आ चुके हैं। इससे उनके विरोधियों को एक नया हथियार मिल गया है। राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार और उनके प्रतिद्वंद्वी जो बाइडेन ने वायरस से निपटने में नाकाम रहने पर ट्रंप का मजाक उड़ाया है। उन्होंने कहा कि, वियरिंग मास्क इज बेटर दैन बिइंग ए टफ गाइ। उनका संदंर्भ ट्रंप को लेकर था, क्योंकि ट्रंप बार-बार मास्क न पहनने और टफ होने की बात करते रहे हैं।

वहीं अगर चीन का जिक्र करें तो अमेरिकी राष्ट्रपति के पॉजिटिव पाए जाने के बाद चीन ने सकारात्मक तरीके से प्रतिक्रिया व्यक्त की। चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ छुनयिंग ने शुक्रवार को ट्विटर के जरिए ट्रंप के बेहतर स्वास्थ्य की कामना की।

यह इस बात को दशार्ता है कि अमेरिका द्वारा चीन पर हमले किए जाने के बाद भी चीन संयम से काम ले रहा है। उसका कहना है कि भले ट्रंप चीन को हर मंच से भला-बुरा कहते रहे हैं, लेकिन चीन ने ट्रंप और उनकी पत्नी के जल्द से जल्द ठीक होने की उम्मीद जताई।

एक ओर चीन ने अमेरिकी राष्ट्रपति और वहां के नागरिकों के प्रति सहानुभूति जताई, पर अमेरिकी नेताओं के चीन के खिलाफ आक्रामक रुख में कोई नरमी नहीं आयी है। रिपब्लिकन एलेक्स जार और उनके दो अन्य सहयोगियों ने महामारी के लिए फिर से चीन पर दोष मढ़ा है।

लेकिन कहा जा सकता है कि वैश्विक स्तर पर कोरोना महामारी की स्थिति को देखते हुए चीन और अमेरिका को सहयोग करने की जरूरत है। जानकार मानते हैं कि समन्वय और सहयोग दोनों देशों के हित में है। हालांकि अभी भी इस बात का डर कम नहीं है कि अमेरिकी नेता चुनावी माहौल और अन्य कारणों से चीन के साथ मिलकर काम करने की इच्छाशक्ति दिखाएंगे।

(अनिल पांडेय -चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)

Created On :   3 Oct 2020 1:01 PM GMT

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