- कोरोना अपडेट: देश में 24 घंटे में कोरोना के 14,849 नए केस, 155 लोगों की मौत
- लद्दाख: मोल्डो में भारत और चीन के बीच सैन्य कमांडरों के बीच वार्ता शुरू
- लखनऊ: आज उत्तर प्रदेश का स्थापना दिवस, CM योगी ने प्रदेशवासियों को दी शुभकामनाएं
- दक्षिण अफ्रीका ने सीरम इंस्टीट्यूट के कोविड-19 वैक्सीन को दी मंजूरी, भारत से करेगा आयात
- आज भारत-चीन के बीच पूर्वी लद्दाख में चल रहे सीमा विवाद को लेकर 9वें दौर की वार्ता होगी
चीनी डॉक्टरों ने भारतीय महिला को दिया दूसरा जन्म

हाईलाइट
- चीनी डॉक्टरों ने भारतीय महिला को दिया दूसरा जन्म
बीजिंग, 30 जनवरी (आईएएनएस)। दक्षिण चीन के शनचन शहर के एक इंटरनेशनल स्कूल में पढ़ाती एक भारतीय शिक्षिका, प्रीति महेश्वरी को पिछले कुछ समय में सर्दी और सांस की समस्या हुई। डॉक्टरों ने उन्हें गंभीर निमोनिया और टाइप 1 श्वसन विफलता से ग्रस्त बताया और उन्हें शनचन के एक अस्पताल में भर्ती करवाया गया।
प्रीति महेश्वरी के पति अंशुमन ने सीआरआई को बताया कि पहले उन्हें अंदेशा हुआ कि उनकी पत्नी कोरोनावाइरस या किसी अन्य जानलेवा वाइरस की शिकार हो गई है, लेकिन डॉक्टरी जांच के बाद पुष्टि हुई कि वह स्ट्रेप्टोकोकस बैक्टीरिया से ग्रस्त है, जो कि एक जानलेवा बिमारी है।
चीन में व्यापार करने वाले अंशुमन ने बताया कि उनकी पत्नी के रोग को कोरोनावाइरस की नजर से देखा जा रहा था, और स्थानीय स्वास्थ्य ब्यूरो, सार्वजनिक सुरक्षा ब्यूरो इस मामले पर बेहद ध्यान दे रहा था। उन्होंने बताया कि उनकी पत्नी का मल्टीपल ऑर्गन डिसफंक्शन सिंड्रोम (टडऊर) और सेप्टिक शॉक का भी उपचार हुआ। उनके बचने की संभवाना बहुत कम नजर आ रही थी।
अंशुमन ने बताया कि वह एक मध्यम वर्ग परिवार से आते हैं और उनके पास पर्याप्त धनराशि की कमी थी। उन्होंने चीनी समुदाय से मदद मांगी और चीनी समुदाय प्रीति और उनके परिवार को मदद देने के लिए आगे आया, साथ ही चीन में भारतीय और गैर-भारतीय लोगों ने भी आर्थिक मदद देने के लिए वित्तीय सहायता राशि जुटाई। बहुत कम समय में आवश्यक धनराशि जुटाई गई।
अंशुमन ने चीन में भारतीय समुदाय संघ सीएनआरआई और पूरे भारतीय समुदाय को इसका श्रेय देते हुए कहा कि भारतीय समुदाय की मदद से वित्तीय सहायता राशि जुटा पाना संभव हो पाया, अन्यथा उनकी पत्नी के उपचार के लिए पर्याप्त धनराशि नहीं हो पाती। इसके अलावा, उन्होंने चीनी लोगों का भी खास तौर पर धन्यवाद किया और कहा कि उन्होंने इस मुसीबत की घड़ी में उनका साथ दिया है।
अंशुमन ने उनकी पत्नी का उपचार कर रहे चीनी डॉक्टरों को भगवान का रूप बताया और कहा कि चीनी डॉक्टरों की टीम अथक मेहनत से ही उनकी पत्नी को दूसरा जन्म मिला है। खैर, प्रीति महेश्वरी इस समय खतरे से बाहर है, और स्वास्थ्य में तेजी से सुधार हो रहा है। डॉक्टर ने उन्हें आराम करने की सलाह दी है।
(साभार : चाइना रेडियो इंटरनेशनल, पेइचिंग)
कमेंट करें
ये भी पढ़े
Real Estate: खरीदना चाहते हैं अपने सपनों का घर तो रखे इन बातों का ध्यान, भास्कर प्रॉपर्टी करेगा मदद

डिजिटल डेस्क, जबलपुर। किसी के लिए भी प्रॉपर्टी खरीदना जीवन के महत्वपूर्ण कामों में से एक होता है। आप सारी जमा पूंजी और कर्ज लेकर अपने सपनों के घर को खरीदते हैं। इसलिए यह जरूरी है कि इसमें इतनी ही सावधानी बरती जाय जिससे कि आपकी मेहनत की कमाई को कोई चट ना कर सके। प्रॉपर्टी की कोई भी डील करने से पहले पूरा रिसर्च वर्क होना चाहिए। हर कागजात को सावधानी से चेक करने के बाद ही डील पर आगे बढ़ना चाहिए। हालांकि कई बार हमें मालूम नहीं होता कि सही और सटीक जानकारी कहा से मिलेगी। इसमें bhaskarproperty.com आपकी मदद कर सकता है।
जानिए भास्कर प्रॉपर्टी के बारे में:
भास्कर प्रॉपर्टी ऑनलाइन रियल एस्टेट स्पेस में तेजी से आगे बढ़ने वाली कंपनी हैं, जो आपके सपनों के घर की तलाश को आसान बनाती है। एक बेहतर अनुभव देने और आपको फर्जी लिस्टिंग और अंतहीन साइट विजिट से मुक्त कराने के मकसद से ही इस प्लेटफॉर्म को डेवलप किया गया है। हमारी बेहतरीन टीम की रिसर्च और मेहनत से हमने कई सारे प्रॉपर्टी से जुड़े रिकॉर्ड को इकट्ठा किया है। आपकी सुविधाओं को ध्यान में रखकर बनाए गए इस प्लेटफॉर्म से आपके समय की भी बचत होगी। यहां आपको सभी रेंज की प्रॉपर्टी लिस्टिंग मिलेगी, खास तौर पर जबलपुर की प्रॉपर्टीज से जुड़ी लिस्टिंग्स। ऐसे में अगर आप जबलपुर में प्रॉपर्टी खरीदने का प्लान बना रहे हैं और सही और सटीक जानकारी चाहते हैं तो भास्कर प्रॉपर्टी की वेबसाइट पर विजिट कर सकते हैं।
ध्यान रखें की प्रॉपर्टी RERA अप्रूव्ड हो
कोई भी प्रॉपर्टी खरीदने से पहले इस बात का ध्यान रखे कि वो भारतीय रियल एस्टेट इंडस्ट्री के रेगुलेटर RERA से अप्रूव्ड हो। रियल एस्टेट रेगुलेशन एंड डेवेलपमेंट एक्ट, 2016 (RERA) को भारतीय संसद ने पास किया था। RERA का मकसद प्रॉपर्टी खरीदारों के हितों की रक्षा करना और रियल एस्टेट सेक्टर में निवेश को बढ़ावा देना है। राज्य सभा ने RERA को 10 मार्च और लोकसभा ने 15 मार्च, 2016 को किया था। 1 मई, 2016 को यह लागू हो गया। 92 में से 59 सेक्शंस 1 मई, 2016 और बाकी 1 मई, 2017 को अस्तित्व में आए। 6 महीने के भीतर केंद्र व राज्य सरकारों को अपने नियमों को केंद्रीय कानून के तहत नोटिफाई करना था।