मप्र के आधे से अधिक हिस्से तक कोरोना की दस्तक
भोपाल, 22 अप्रैल (आईएएनएस)। मध्यप्रदेश में कोरोना वायरस के संक्रमण का दायरा दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। राज्य के आधे से अधिक हिस्से में कोरोना ने अपने पांव पसार लिए हैं। राज्य के 52 में से 27 जिलों में कोरोना पीड़ित मरीज पाए गए हैं। राज्य में कोरोना से अब तक 80 मौतें हो चुकी हैं।
राज्य में पहला मरीज जबलपुर में 20 मार्च को मिला था। यहां एक साथ चार लोगों के नमूने पॉजिटिव आए थे। उसके बाद कोरोना महामारी का दायर लगातार बढ़ता गया। इस समय सबसे ज्यादा कोरोना संक्रमित जिला व्यापारिक नगरी और मिनी मुंबई माना जाने वाला इंदौर है। यहां 900 से ज्यादा कोराना संक्रमित पाए गए हैं और मौत का आंकड़ा भी अर्धशतक के पार पहुंच गया है।
राज्य के मौजूदा हालात पर गौर करें तो राज्य में 1,552 मरीजों के नमूनों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। कोरोना ने राज्य के 52 में से 27 जिलों में अपनी आमद दर्ज करा दी है। इंदौर व भोपाल के बाद खरगोन, धार, उज्जैन, खंडवा आदि स्थानों पर मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। इसके अलावा जबलपुर, ग्वालियर, मुरैना, बड़वानी, विदिशा, होशंगाबाद, देवास, रतलाम, रायसेन, शाजापुर, मंदसौर, आगर-मालवा, श्योपुर, छिंदवाड़ा, अलिराजपुर, शिवपुरी, सागर, बैतूल, टीकमगढ़, राजगढ़ और डिंडोरी में भी कोरोना मरीज पाए गए हैं।
राज्य में कोरोना से हुई मौत का आंकड़ा 80 तक पहुंच गया है। अब तक इंदौर में 52, भोपाल में 7 और उज्जैन में भी 7 मौतें हुई हैं। वहीं, अब तक 148 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। इनमें सबसे ज्यादा इंदौर से 71 हैं। राजधानी भोपाल में 35 मरीज स्वस्थ हुए हैं।
इंदौर की स्थिति को लेकर राज्य सरकार गंभीर है और खास तौर पर वहां इंतजाम किए जा रहे हैं। इंदौर के अलावा भोपाल, उज्जैन सहित अन्य प्रमुख स्थानों की सीमाओं को सील किया गया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान स्वयं कोरोना की स्थिति को लेकर नियमित समीक्षा कर रहे हैं।
केंद्र सरकार ने भी एक दल इंदौर भेजा है, जो स्थितियों का अध्ययन कर रहा है। भारत सरकार के अतिरिक्त मुख्य सचिव अभिलक्ष्य लिखी के नेतृत्व में भेजे गए दल ने इंदौर शहर का भ्रमण कर कोरोना वायरस से निपटने के लिए किए जा रहे प्रबंधों, जनहितैषी व्यवस्थाओं, लॉकडाउन के पालन की स्थिति, कोरंटाइन सेंटरों आदि का निरीक्षण किया।
इंदौर में कोरोना वायरस से निपटने के लिए शहर भर की स्क्रीनिंग का काम शुरू किया जा रहा है। इसके लिए नगर निगम को जिम्मेदारी सौंपी गई है। नगर निगम के आयुक्त आशीष सिंह ने बताया कि नगर निगम की 1800 टीमें सर्वे के साथ स्क्रीनिंग का काम करेंगी। स्क्रीनिंग का काम योजनाबद्ध तरीके से किया जाएगा। साथ ही कोरोना वायरस के लक्षणों को ध्यान में रखते हुए छह दिन बाद दोबारा स्क्रीनिंग करने की योजना भी बनाई गई है।
Created On :   22 April 2020 8:01 PM IST