- Dainik Bhaskar Hindi
- Health
- How did China compete with Kovid-19
दैनिक भास्कर हिंदी: चीन ने किस तरह किया कोविड-19 का मुकाबला

हाईलाइट
- चीन ने किस तरह किया कोविड-19 का मुकाबला
बीजिंग, 8 जून (आईएएनएस)। पिछले कई महीनों से पूरी दुनिया कोरोना वायरस की मार झेल रही है। लेकिन चीन ने इस वायरस को काबू में करने में सफलता हासिल कर ली है। चीन ने इस जटिल चुनौती का मुकाबला कैसे किया, यह बात बहुत ध्यान देने वाली है। यहां बता दें कि चीन को जैसे ही हूबेई प्रांत में वायरस द्वारा पैर पसारे जाने की जानकारी मिली, वहां लॉकडाउन कर दिया गया। इसके साथ ही देश के अन्य हिस्सों में भी वायरस से बचाव व सुरक्षा के लिए सभी जरूरी कदम उठाए गए। चीन की मेहनत और सख्त नियम का नतीजा यह हुआ कि कुछ ही महीनों में वायरस को बहुत हद तक कंट्रोल कर लिया गया।
अब इस संदर्भ में चीन ने एक श्वेत पत्र भी जारी किया है। जिसका शीर्षक है कोविड-19 के खिलाफ चीन की कार्रवाई। जिसमें साफ तौर पर कहा गया है कि चीन सरकार व कम्युनिस्ट पार्टी ने वायरस को नियंत्रित करने के लिए हर संभव कोशिश की। समूचे देश ने राष्ट्रपति शी चिनफिंग के नेतृत्व में विश्व को एक संदेश देने का काम किया है। क्योंकि चीन के सर्वोच्च नेता ने बार-बार कहा कि जनता का स्वास्थ्य और उनकी सुरक्षा सर्वोपरि है।
जैसे ही चीन में कोविड-19 महामारी फैलना शुरू हुई, चीन के संबंधित विभागों ने त्वरित कार्रवाई की। इसमें बीमार और संक्रमित लोगों को दूसरे नागरिकों से अलग रखने के लिए अभियान चलाया गया। वायरस की चपेट में आए लोगों को बेहतरीन इलाज देने के लिए पूरी कोशिश की गयी। इसी दिशा में वायरस से सबसे अधिक प्रभावित हूबई में हजारों चिकित्सा कर्मियों को भेजा गया। जबकि डॉक्टरों व नर्सों ने मरीजों को बचाने के लिए दिन-रात काम किया। इसके साथ ही चीनी नागरिकों ने भी महामारी के खात्मे में अपना योगदान दिया। जिसके चलते लगभग तीन महीनों में बेहद चुनौतीपूर्ण मिशन को पूरा किया गया। पहले एक महीने में ही महामारी के प्रसार को कुछ हद तक रोकने में कामयाबी हासिल हुई। जबकि दो महीनों के भीतर नए पुष्ट मामलों की संख्या में बहुत कमी आ गयी। वहीं तीन महीने खत्म होते-होते वूहान और हूबेई प्रांत में इस महामारी को नियंत्रित कर लिया गया। आंकड़ों से जाहिर है कि 31 मई तक चीन में इस वायरस से पीड़ित लोगों की इलाज दर 94 फीसदी से अधिक रही। इसमें बेहतरीन चिकित्सकों के साथ-साथ शानदार तकनीक का भी योगदान रहा। जैसा कि श्वेत पत्र में भी कहा गया है कि चीन ने हर मरीज का इलाज किया और किसी को भी नहीं छोड़ा गया।
यह अभियान कितना चुनौती भरा था, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि शुरूआत में हजारों लोग संक्रमित हो चुके थे। और उन्हें सामान्य लोगों से अलग रखने का काम आसान नहीं था। लेकिन चीन सरकार और संबंधित एजेंसियों ने इसे सफलता से पूरा कर दिखाया।
इतना ही नहीं चीन ने अपने देश के साथ-साथ विश्व के अन्य हिस्सों में भी महामारी को लेकर सूचना जारी की। वहीं कोविड-19 से प्रभावित देशों को हरसंभव मदद भी दी। चीन कहता रहा है कि इस वायरस को हराने के लिए वैश्विक समुदाय को मिलकर संघर्ष करना होगा। इसके लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर चिकित्सा संबंधी सहयोग बढ़ाने की भी जरूरत है।
कहा जा सकता है कि चीन ने हर मोर्चे पर संयुक्त रूप से जिम्मेदारी निभाई, जिसका परिणाम आज हम सबके सामने है। यह चीन द्वारा जारी किए गए श्वेत पत्र से भी पता चलता है।
( साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग )
-- आईएएनएस
आईसेक्ट ग्रुप भोपाल: आईसेक्ट द्वारा ग्लोबल पर्सनल डेवलपमेंट विषय पर विशेष ट्रेनिंग सेशन आयोजित
डिजिटल डेस्क, भोपाल। आईसेक्ट के एचआर एवं लर्निंग एंड डेवलपमेंट डिपार्टमेंट द्वारा एम्पलॉइज के लिए ग्लोबल पर्सनल डेवलपमेंट पर एक विशेष ट्रेनिंग सेशन का आयोजन किया गया। इसमें यूनाइटेड किंगडम के कॉर्पोरेट इंटरनेशनल ट्रेनर जुबेर अली द्वारा प्रशिक्षण प्रदान किया गया। जिसमें उन्होंने प्रशिक्षणार्थियों को अपने अनुभवों, डेमोंस्ट्रेशन, वीडियो, स्लाइड शो के माध्यम से नई स्किल्स को प्राप्त करने और अपनी पर्सनेलिटी को बेहतर बनाने के तरीके बताए। साथ ही उन्होंने पर्सनेलिटी डेवलपमेंट और अपस्किलिंग के महत्व पर बात की और बताया कि करियर ग्रोथ के लिए यह कितना आवश्यक है। इस दौरान उन्होंने सफलता के लिए नौ सक्सेस मंत्र भी दिए। इस दौरान कार्यक्रम में एचआर कंसल्टेंट डी.सी मसूरकर और अल नूर ट्रस्ट के सदस्य उपस्थित रहे।
इस पहल पर बात करते हुए आईसेक्ट के निदेशक सिद्धार्थ चतुर्वेदी ने कहा कि आईसेक्ट कौशल विकास के महत्व को समझता है इसी कारण अपने एम्पलॉइज की अपस्किलिंग के लिए लगातार विभिन्न प्रशिक्षण सेशन का आयोजन करता है। इसी कड़ी में ग्लोबल पर्सनेल डेवलपमेंट पर यह ट्रेनिंग सेशन भी एक कदम है।
स्कोप कैम्पस: खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 की मशाल रैली भीमबेटका, ओबेदुल्लागंज, मंडीदीप, भोजपुर होते हुए पहुंची रबीन्द्रनाथ नाथ टैगोर विश्वविद्यालय और स्कोप कैम्पस
डिजिटल डेस्क, भोपाल। रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय और खेल एवं युवा कल्याण विभाग रायसेन के संयुक्त तत्वावधान में खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 की मशाल रैली आयोजित की गई। यह यात्रा होशंगाबाद से पर्वतारोही भगवान सिंह भीमबेटका लेकर पहुंचे। फिर भीमबेटका से रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय ने मशाल लेकर ओबेदुल्लागंज की ओर प्रस्थान किया। ओबेदुल्लागंज में रैली का स्वागत किया गया। साथ ही ओबेदुल्लागंज में मशाल यात्रा को विभिन्न स्थानों पर घुमाया गया। तत्पश्चात यात्रा ने मंडीदीप की ओर प्रस्थान किया। मंडीदीप में यात्रा का स्वागत माननीय श्री सुरेंद्र पटवा जी, भोजपुर विधायक ने किया। अपने वक्तव्य में उन्होंने खेलों को बढ़ावा देने के लिए मप्र सरकार द्वारा की जा रही पहलों की जानकारी दी और युवाओं को खेलों को जीवन में अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया। इसके अलावा खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 में खिलाड़ियों को जीत के लिए शुभकामनाएं दीं। उन्होंने खेलों इंडिया यूथ गेम्स के आयोजन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के प्रयासों को रेखांकित किया।
साथ ही कार्यक्रम में रायसेन के डिस्ट्रिक्ट स्पोर्ट्स ऑफिसर श्री जलज चतुर्वेदी ने मंच से संबोधित करते हुए कहा कि खेलों को बढ़ावा देने के लिए सरकार की विभिन्न गतिविधियों पर प्रकाश डाला और खेलों इंडिया यूथ गेम्स के खिलाड़ियों को शुभकामनाएं दीं। यहां से धावकों ने मशाल को संभाला और दौड़ते हुए भोजपुर मंदिर तक पहुंचे। मंदिर से फिर यात्रा रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय तक पहुंचती और यहां यात्रा का डीन एकेडमिक डॉ. संजीव गुप्ता द्वारा और उपकुलसचिव श्री समीर चौधरी, उपकुलसचिव अनिल तिवारी, उपकुलसचिव ऋत्विक चौबे और स्पोर्ट्स ऑफिसर सतीश अहिरवार द्वारा भव्य स्वागत किया जाता है। मशाल का विश्वविद्यालय में भी भ्रमण कराया गया। यहां से यात्रा स्कोप कैम्पस की ओर प्रस्थान करती है। स्कोप कैम्पस में स्कोप इंजीनियरिंग कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. डी.एस. राघव और सेक्ट कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. सत्येंद्र खरे ने स्वागत किया और संबोधित किया। यहां से मशाल को खेल एवं युवा कल्याण विभाग के उपसंचालक जोश चाको को सौंपा गया।
खबरें और भी हैं...
दैनिक भास्कर हिंदी: चीन : कोरोना महामारी से निपटने हुपेई प्रांत में भेजे गए थे 346 स्वास्थ्य दल
दैनिक भास्कर हिंदी: भारत में 8 जून को गैलेक्सी टैब एस 6 लाइट लॉन्च होगा
दैनिक भास्कर हिंदी: कोविड, नॉन-कोविड अस्पतालों को जिलावार अलग करें : दिल्ली कांग्रेस
दैनिक भास्कर हिंदी: कर्मचारियों को सुरक्षित कॉर्पोरेट उपकरण नहीं दे रहीं छोटी कंपनियां : रिपोर्ट
दैनिक भास्कर हिंदी: दिल्ली में कोरोना से 51 और मौतें, कुल मौतों का आंकड़ा 812