उप्र में सभी प्राथमिक व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में जनरल ओपीडी शुरू करने के निर्देश
लखनऊ, 17 जून (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य में सभी प्राथमिक और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में जनरल ओपीडी को भी चरणबद्घ तरीके से प्रारंभ करने का निर्देश दिया है। इससे संबंधित शासनादेश मंगलवार को ही जारी कर दिया गया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा, बुधवार को टीम-11 की बैठक के दौरान स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को दिए गए निर्देशों की जानकारी पत्रकारों को देते हुए अपर मुख्य सचिव (गृह) अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि सभी सरकारी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में सभी सावधानियों और प्रोटोकॉल के साथ ओपीडी प्रारंभ की जा सकेगी।
उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री योगी ने प्रदेश के बाहर से आने वाले संक्रमण पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा है कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कोविड बेड की संख्या को तत्काल बढ़ाया जाए। उन्होंने कोरोना नियंत्रण के लिए सर्विलांस व्यवस्था को और मजबूत करने का निर्देश भी दिया है।
योगी ने मेरठ, गाजियाबाद, नोएडा, हापुड़, बुलंदशहर और बागपत आदि के लिए कार्ययोजना बनाने और वहां के सरकारी गैर सरकारी चिकित्सा संस्थानों और मेडिकल कॉलेजों पर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया है।
अवस्थी ने बताया कि मंगलवार को प्रदेश में 16 हजार 159 टेस्ट हुए, जो अभी तक का सर्वाधिक आंकड़ा है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने पब्लिक एड्रेस सिस्टम के द्वारा लोगों को कोरोना के प्रति जागरूक करने का निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री ने पुलिस को निर्देश दिया है कि कहीं भी भीड़ को एकत्रित नहीं होने दिया जाए।
प्रमुख सचिव (स्वास्थ्य) अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि जिला अस्पतालों में अभी ओपीडी प्रारंभ नहीं की गई है। भविष्य में जिला अस्पतालों में भी जनरल ओपीडी को शुरू करने पर विचार किया जाएगा। निजी क्षेत्र के प्राइवेट क्लीनिक में सशर्त अनुमति दी गई है। सावधानी के साथ प्रोटोकल का पालन करते हुए वे भी अपनी ओपीडी को शुरू कर सकते हैं।
उन्होंने बताया कि विगत 24 घंटों में संक्रमण के 591 नए प्रकरण सामने आए हैं। प्रदेश में एक्टिव संक्रमितों की कुल संख्या 5477 है। अब तक पूर्णत: उपचारित होकर 9239 लोग अपने घर जा चुके हैं। रिकवरी प्रतिशत अब भी 61 प्रतिशत के करीब बना हुआ है। इस संक्रमण से अब तक 465 लोगों की मृत्यु हो चुकी है।
उन्होंने बताया कि आशा कार्यकर्ताओं द्वारा लगातार कामगारों और श्रमिकों के घर जाकर उनका हालचाल लिया जा रहा है। अब तक उन्होंने 17 लाख 5 हजार 583 कामगारों और श्रमिकों की ट्रैकिंग की है। इनमें से 1485 लोगों में कोई न कोई लक्षण पाए गए हैं। इनके सैंपल लेकर जांच की जा रही है। सर्विलांस का कार्य करते हुए अबतक 18 हजार 458 इलाकों में 94 लाख 63 हजार 756 घरों का सर्वे किया गया है।
Created On :   17 Jun 2020 9:31 PM IST