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दैनिक भास्कर हिंदी: भारत में कोरोना वैक्सीन लाने के लिए निजी-सार्वजनिक भागीदारी काम कर रही- हर्षवर्धन (आईएएनएस एक्सक्लूसिव)

हाईलाइट
- भारत में कोरोना वैक्सीन लाने के लिए निजी-सार्वजनिक भागीदारी काम कर रही- हर्षवर्धन (आईएएनएस एक्सक्लूसिव)
नई दिल्ली, 28 मई (आईएएनएस)। भारत के साथ ही दुनिया भर के देश कोविड-19 महामारी से जूझ रहे हैं। इस बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री और दिल्ली के चांदनी चौक से सांसद डॉ. हर्षवर्धन को विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के कार्यकारी बोर्ड के प्रमुख की जिम्मेदारी मिली है। इस संकट की घड़ी में वह देश के सबसे व्यस्त व्यक्तियों में से एक हैं, क्योंकि उनके ऊपर भारत को इस महामारी के प्रभाव से मुक्त कराने की जिम्मेदारी है। डॉ. हर्षवर्धन ने आईएएनएस के साथ बात करने के लिए समय निकाला और कुछ महत्वपूर्ण मुद्दों पर खुलकर बात की। पेश है उनसे बातचीत के कुछ प्रमुख अंश:
प्रश्न: अमेरिका, ब्रिटने और चीन जैसे अन्य देशों की तुलना में भारत में कोविड-19 मामलों की स्थिति क्या है? कुछ शोधों से पता चल रहा है कि उष्णकटिबंधीय जलवायु में होने वाली मौतें केवल छह फीसदी हैं। क्या बढ़ते तापमान से इस वायरस का खात्म हो जाएगा?
उत्तर: भारत में निश्चित रूप से हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के कुशल मार्गदर्शन में सरकार द्वारा समय पर लिए गए निर्णयों के कारण स्थिति बेहतर है। प्रति लाख जनसंख्या पर पुष्टि हुए मामलों को देखें तो 26 मई तक भारत में प्रति लाख जनसंख्या पर 10.7 मामले हैं, जबकि वैश्विक औसत 69.9 है। संयुक्त राज्य अमेरिका में प्रति लाख जनसंख्या पर 486 मामले, ब्रिटेन में प्रति लाख जनसंख्या पर 390 मामले और चीन में प्रति लाख जनसंख्या पर 5.8 मामले हैं। इसके अलावा प्रति लाख आबादी के हिसाब से मृत्यु दर के मामले में भारत में अब तक प्रति लाख जनसंख्या पर 0.3 मौतें हुई हैं, जबकि वैश्विक औसत प्रति लाख जनसंख्या पर 4.4 मौत है। संयुक्त राज्य अमेरिका में प्रति लाख आबादी पर 29.3 मौतें; ब्रिटेन में प्रति लाख जनसंख्या पर 55.3 मौतें और चीन में प्रति लाख जनसंख्या के हिसाब से 0.3 मौतें हुई हैं।
विभिन्न अध्ययनों में पाया गया है कि संक्रमण और वायुमंडलीय तापमान की दर के बीच कोई संबंध प्रतीत नहीं होता है। पश्चिमी देशों की तुलना में उष्णकटिबंधीय देशों में कोविड-19 की निम्न मृत्यु दर विभिन्न कारणों से हो सकती है, जैसे कि कम जनसंख्या घनत्व, लोगों की कम औसत आयु और पश्चिमी देशों की तुलना में उष्णकटिबंधीय देशों में कम अंतरराष्ट्रीय यात्राएं।
प्रश्न: आप कह रहे हैं कि लोगों को वायरस के साथ रहना सीखना होगा। सरकार के लिए सामाजिक दूरी को बनाए रखना किस प्रकार से संभव होगा। क्या विभिन्न चीजों को खोलने की प्रक्रिया जारी रहेगी? क्या यह कैच-22 है?
उत्तर: मैं अनुभव के साथ कहता हूं कि यह नया वायरस, एसएआरएस-सीओवी-2 जो कोविड- 19 का कारण बनता है, इसकी अविश्वसनीय प्रसार की दर काफी तेज है। मगर साथ ही इसकी मृत्यु दर भी कम है। भारत पूर्ण रूप से राष्ट्रव्यापी बंद और साथ ही सार्वजनिक स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे पर ध्यान केंद्रित करने से हमें इस घातक वायरस की दर को कम करने में मदद मिली है। हालांकि, यह कहना जल्दबाजी होगी कि वायरस कब पूरी तरह से खत्म हो जाएगा। यह वायरस आने वाले समय में हमारे जीवन का हिस्सा भी बना रह सकता है।
हम इसके प्रसार से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं और इस बीमारी से निपटने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास कर रहे हैं। हम इस तथ्य से भी सावधान हैं कि इस बंद ने काफी लोगों की आजीविका को प्रभावित किया है। हम अपनी अर्थव्यवस्था को धीमा नहीं होने दे सकते, क्योंकि यह लंबे समय में विनाशकारी होगा। हम बंद के हर नए चरण के साथ उपायों को अपनाते हुए अर्थव्यवस्था को खोल रहे हैं।
प्रश्न: क्या आपको लगता है कि जिन लोगों में वायरस के लक्षण नहीं पाए जाते वह चिंता का कारण हैं, जो संभावित वायरस वाहक हैं और वे ग्रामीण भारत में वायरस को और अधिक गहराई तक ले जा सकते हैं?
उत्तर: मैं डब्ल्यूएचओ के बारे में कुछ प्रयोगशाला-पुष्टि वाले मामलों के बारे में जानता हूं, जिनमें वास्तव में लक्षण नहीं पाए गए हैं। यह उतना ही सच है, जितना कि आज तक कोई भी स्पशरेन्मुख (बिना लक्षण) संचरण नहीं किया गया है। हाल ही में सिर दर्द, मांसपेशियों में दर्द, गुलाबी आंख, गंध या स्वाद की कमी, तेज ठंड लगना और गले में खराश जैसे और अधिक लक्षणों को सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) अमेरिका, द्वारा कोविड-19 लक्षणों की सूची में शामिल किया गया है। इससे पहले कि इन लक्षणों को भारत में हमारी सूची में शामिल किया जाए, इससे अधिक अध्ययन की आवश्यकता होगी।
आज भी कोविड-19 के लगभग 80 फीसदी मामलों में, जो भारत में रिपोर्ट किए जा रहे हैं, इनमें मरीजों में या तो बिल्कुल नहीं या हल्के लक्षण पाए गए हैं। ये मरीज ज्यादातर पुष्ट मामलों के संपर्क हैं।
प्रश्न: दिल्ली, मुंबई, आगरा, पश्चिम बंगाल, इंदौर और अहमदाबाद की बिगड़ती स्थिति के बारे में आप क्या सोचते हैं?
उत्तर: मैं दिल्ली, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल और गुजरात के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ नियमित संपर्क में हूं। राज्य इस बीमारी को रोकने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। कोविड-19 के उपचार के लिए दवाओं या वैक्सीन की अनुपस्थिति में हमारा जोर विशेष रूप से पुष्टि किए गए मामलों के सावधानीपूर्वक संपर्क का पता लगाकर और घर-घर के सर्वेक्षण के माध्यम से सक्रिय मामले की खोज के साथ-साथ पर्याप्त देखभाल पर जोर दिया जा रहा है।
प्रश्न: हमारे देश में वैक्सीन की स्थिति क्या है, सरकार निजी क्षेत्र के साथ अनुसंधान का समन्वय कैसे कर रही है और कब तक हम इस मोर्चे पर कुछ सकारात्मक उम्मीद कर सकते हैं? इसमें सीएसआईआर भी काम कर रहा है?
उत्तर: जहां तक भारत का संबंध है, यह दुनिया में वैक्सीन (टीकों) के सबसे बड़े निमार्ताओं में से है। लगभग आधा दर्जन प्रमुख वैक्सीन निमार्ता भारत में हैं और पोलियो, मेनिन्जाइटिस, निमोनिया, रोटावायरस, बीसीजी, खसरा, मम्स और रूबेला के खिलाफ खुराक बनाते हैं।
भारत में कोविड-19 की शुरूआत के बाद से वैज्ञानिक संक्रमण के खिलाफ एक प्रभावी टीका लाने के लिए मिलकर काम कर रहे हैं। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय और जैव प्रौद्योगिकी विभाग, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग, सीएसआईआर के माध्यम से और उनके स्वायत्त संस्थानों और बीआईआरएसी, टीडीबी और एसईआरबी जैसी एजेंसियों के माध्यम से भारत सरकार अकादमिक और वैक्सीन उद्योगों का समर्थन कर रही है, ताकि एक प्रभावी वैक्सीन विकसित की जा सके।
वर्तमान में 14 से अधिक वैक्सीन उम्मीदवार विकास के विभिन्न चरणों में हैं। चार से अधिक प्री-क्लिनिकल के एक उन्नत चरण में हैं। जैव प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा सहायता के लिए लगभग 10 की सिफारिश की गई है।
सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया प्राइवेट लिमिटेड को एक पुन: संयोजक बीसीजी वैक्सीन उम्मीदवार के तीसरे चरण के मानव नैदानिक परीक्षण के लिए वित्त पोषित किया जा रहा है। कैडिला हेल्थकेयर को एक डीएनए वैक्सीन उम्मीदवार, भारत बायोटेक इंटरनेशनल लिमिटेड के लिए एक सुरक्षित निष्क्रिय रेबीज वेक्टर प्लेटफॉर्म के लिए वित्त पोषित किया जा रहा है।
क्लोजिंग बेल: गिरावट पर बंद हुआ बाजार, सेंसेक्स 100 अंक लुढ़का, निफ्टी भी फिसला
डिजिटल डेस्क, मुंबई। देश का शेयर बाजार कारोबारी सप्ताह के दूसरे दिन (05 जुलाई 2022, मंगलवार) गिरावट के साथ बंद हुआ। इस दौरान सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ही लाल निशान पर रहे। बंबई स्टॉक एक्सचेंज (BSE) के 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 100.42 अंक यानी कि 0.19% नीचे 53,134.35 के स्तर पर बंद हुआ।
वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) के 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 24.50 अंक यानी कि 0.15% की गिरावट के साथ 15,810.85 के स्तर पर बंद हुआ।
जबकि बैंक निफ्टी में 125 अंक की हानि रही एवं इसने 33815.90 पर सत्र की समाप्ति दी। रुपया ने कल के 78.95 के स्तर की तुलना आज डॉलर के मुकाबले नया नीचा स्तर 79.37 बनाया। इसने भी बाजार की भावना नकारात्मक करने में बड़ी भूमिका निभाई। क्षेत्र विशेष में आईटी, ऑटो तथा मीडिया में बिकवाली का दबाव दिखा जबकि एनर्जी, फार्म एवं मेटल में खरीदारी दिखी। निफ्टी के शेयरों में हिंडाल्को, अपोलो हॉस्पिटल, श्री सीमेंट, सन फार्म तथा पावर ग्रिड में सर्वाधिक बढ़त रही जबकि आईटीसी, एचडीएफसी लाइफ, विप्रो तथा ब्रिटानिया सबसे अधिक हानि में रहे।
तकनीकी आधार पर ,निफ्टी में राइजिंग वेज फार्मेशन की ऊपरी सीमा छू वहां से बिकवाली का दबाव देखा है जो दुर्बलता का संकेत है। इसके अतिरिक्त निफ्टी ने दैनिक चार्ट पर बियरिश कैंडल बनाया है जो मंडी के रुख का संकेत है। निफ्टी ने 200 एचएमए पर दबाव देखा है एवं इसके नीचे बंदी दी है जो आनेवाले सत्र में दुर्बलता का ही संकेत है। निफ्टी का सपोर्ट 15650 है जबकि 16000 एक तात्कालिक अवरोध है। 16000 के ऊपर बंदी होने पर ही अच्छी तेजी का रुख बन सकता है। बैंक निफ्टी का सपोर्ट 33400 है जबकि 34500 अवरोध है।
वैश्विक बाजारों में दुर्बलता के कारण भी आज भारतीय बाजार में तेजी का रुख टिक नही पाया। कुल मिला कर बाजार नीचे का रुख दिखा सकते हैं,15650 टूटने पर अधिक बिकवाली दिख सकती है। 16000 एक बड़ा अवरोध है। वैश्विक बाजारों से सहयोग मिलने पर भारतीय बाजार वर्तमान स्तरों से अच्छी तेजी दिखा सकते हैं परन्तु ऊंचे क्रूड मूल्य तथा बढ़ती ब्याज दरों के कारण बड़ी उछालों पर बेचना ही श्रेयष्कर है।
पलक कोठारी
रीसर्च एसोसिएट
चॉइस ब्रोकिंग
Source: Choice India
AISECT: सेक्ट कॉलेज बी.एड. उन्मुखीकरण कार्यक्रम का आयोजन
डिजिटल डेस्क, भोपाल। सेक्ट कॉलेज ऑफ प्रोफेशनल एजुकेशन बी.एड. के नियमित सत्र 2022-24 के विद्यार्थियों के लिए स्वागत सह उन्मुखीकरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत सरस्वती पूजन से हुई। इसके पश्चात विद्यार्थियों को कॉलेज के नियमों की जानकारी दी गई और पिछली उपलब्धियों को विद्याथियों के समक्ष बतलाया गया। साथ ही स्कोप परिसर में होने वाले दूसरे पाठ्यक्रमों की जानकारी भी दी।
महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ. नीलम सिंह ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि आप सभी भविष्य में शिक्षक बनने वाले हैं और एक शिक्षक को समय की पाबंदी और अनुशासन का हमेशा ध्यान रखना चाहिए और अपनी आंतरिक क्षमताओं का विकास करते हुए सार्थक जीवन की ओर अग्रसर होना चाहिए। इस अवसर पर बारी-बारी से सभी विद्याथियो ने आपना परिचय दिया और अपनी शैक्षिणक योग्यता और रूचियों के बारे में बतलाया। विद्याथियों को बी.एड. पाठ्क्रम के बारे मेचारों सेमेस्टरों में होने वाली गतिविधियों की जानकारी दी गई।
सभी शिक्षकों ने विद्याथियों के समक्ष अपने-अपने विषय के पाठ्क्रम से अवगत कराया और सम्पूर्ण कोर्स की विस्तृत रूप से जानकारी दी गई। कुछ विद्याथियों द्वारा मधुर गीतों की प्रस्तुति दी गई। अंत मे सभी विद्याथियों को पाठ्क्रम और वार्षिक योजना की प्रति उपलब्ध कराई गई।
मूवर्स और पैकर्स: कैसे एश्योरशिफ्ट ने भारत में स्थानांतरण के अनुभव को बेहतर बनाया है
डिजिटल डेस्क, भोपाल। देश में बढ़ती जनसंख्या, शैक्षिक प्रगति और मूल तोर से नौकरी के अवसर के कारण, देश के अंदर और विदेश के कई शहरों में, प्रवास करने वाले अन्य शहरों के लोगों की संख्या उल्लेखनीय मत्रा से वृद्धि पाई है।
इस कारण से स्थानांतरण सेवा के मांग में तेजी से वृद्धि हुई। कई पैकर्स एंड मूवर्स कंपनियों की स्थापना भी हुई है जो घर, कार्यालयों के सामना, कार, बाइक, आदि को स्थानांतरित करने के लिए आवश्यक सेवाएं प्रदान करती हैं। हालांकि, किसी भी नए उत्पाद के साथ, कई नकली और गैर-पेशेवर चलती कंपनि स्थापित होते हैं। धीरे-धीरे भारतीय स्थानांतरण बाजार में इस तरह के कंपनि आकर बेहद कम लागत वाली कोटेशन की पेशकश करके निर्दोष ग्राहकों का शिकार करना शुरू कर दिया। वे गुणवत्ता सेवाओं, अतिरिक्त सहायता आदि जैसे कई वादे करते हैं, लेकिन अंत में अक्सर ग्राहकों के पैसे और सामान लूट लेते हैं।
स्व-चलन के साथ आने वाली कठिनाइयों और जोखिमों को ध्यान में रखते हुए, पेशेवर स्थानांतरण सेवा प्रदाताओं को नियुक्त करने की सलाह दी जाती है लेकिन कंपनी के इतिहास और पृष्ठभूमि की जांच कर लेने के बाद। आपको एक पैकर्स मूवर्स कंपनी के पंजीकरण दस्तावेजों और पहले के ग्राहकों की कई समीक्षाएं पढ़ कर, उनका व्यापक शोध करना चाहिेए। लेकिन सामान्य ज्ञान के अनुसार, दस्तावेज़ीकरण, कंपनी विवरण, कार्यालय स्थान आदि की पुष्टि करना आसान काम नहीं है और पहली बार जांच करने वाले के लिए अत्यधिक समय लग सकता है।
प्रत्येक ग्राहक पहली कोशिश में अपने निकट के ईमानदार पैकर्स एंड मूवर्स कंपनी से संपर्क कर रहा है और बाजार में धोखाधड़ी सेवा प्रदाताओं का खात्मा हो रहा है, यह सुनिश्चित करने के लिए एश्योरशिफ्ट की स्थापना की गई थी।
AssureShift Packers and Movers एक मानक बन गया है यह भारत का सबसे अच्छी ऑनलाइन पैकर्स और मूवर्स निर्देशिका है, जिसमें 25 से अधिक शहरों के शीर्ष पैकर्स और मूवर्स की सूची है। 2017 की शुरुआत में लॉन्च होने के बाद से, एश्योरशिफ्ट ने देश भर में 50,000 से अधिक परिवारों और व्यक्तियों को सफलतापूर्वक स्थानांतरित किया है। हमारे पार्टनर पैकर्स और मूवर्स के पास पर्याप्त अनुभव है और वे घरेलू सामान पैकिंग और मूविंग, कार ट्रांसपोर्टेशन सर्विसेज, बाइक शिफ्टिंग सर्विसेज, ऑफिस शिफ्टिंग आदि जैसे सभी प्रकार के सामानों को स्थानांतरित करने के लिए अच्छी तरह से प्रशिक्षित हैं। हम सुनिश्चित करते हैं इस दौरान हमारी पार्टनर कंपनियां उच्च गुणवत्ता वाली सेवाओं, किफायती शुल्क, समय पर घर से पिकअप और डिलीवरी, पेशेवर व्यवहार जैसे पूर्ण ग्राहक सहायता का आश्वासन दे रही हैं।
एक बार जब ग्राहक पूछताछ फॉर्म भरते हैं, तो मुश्किल से 10 क्लिक के भीतर, एश्योरशिफ्ट निर्दिष्ट स्थानांतरण आवश्यकताओं के अनुसार ग्राहक के निकटतम 3 शीर्ष पैकर्स एंड मूवर्स कंपनियों को संदर्भित करता है। ग्राहक सटीक स्थानांतरण शुल्क प्राप्त करने के लिए प्री-मूव सर्वेक्षण कर सकते हैं और दरों, प्रोफाइल, समीक्षाओं और रेटिंग की तुलना करके सबसे उपयुक्त पैकर्स और मूवर्स कंपनी के साथ सौदा कर रहे हैं।
एश्योरशिफ्ट का 4-चरणीय तरीका एक सुनिश्चित स्थानांतरण के लिए
#1 पूर्ण तरह से बैकग्राउंड की जांच
एक पैकर्स और मूवर्स कंपनी की विश्वसनीयता साबित करने वाले मुख्य कागज-पत्र में से एक यह है कि उनके पास सरकार द्वारा दिए गए आवश्यक पंजीकरण दस्तावेज होना चाहिए। एश्योरशिफ्ट निम्न प्रकार से जाँच करके स्थानांतरण सेवा प्रदाताओं की पूरी गहराई से पृष्ठभूमि का सत्यापन करता है:
- कंपनी जीएसटी पंजीकरण,
- कार्यालय सेटअप, स्थान और प्रमाण,
- ओनर आईडी प्रूफ,
- संपर्क विवरण,
- ग्राहक प्रतिक्रिया के साथ पूर्व कार्य अनुभव,
- Google रेटिंग और समीक्षाएं।
एश्योरशिफ्ट ग्राहकों को परेशानी मुक्त और विश्वसनीय पैकिंग मूविंग सेवाएं प्रदान करने और उनके स्थानांतरण के अंत में 100% संतुष्टि की सुनिश्चित करता है।
#2 बजट के अनुकूल दरों पर सर्वोत्तम मिलान वाली सेवाएं
हमारे पार्टनर पैकर्स एंड मूवर्स के पास रिलोकेशन सेवाओं की एक विस्तृत श्रृंखला प्रदर्शन करने का अच्छा अनुभव है और ग्राहकों की आवश्यकता के अनुसार किसी भी आइटम को स्थानांतरित करने के लिए अच्छी तरह से प्रशिक्षित हैं। वे शुरू से अंत तक पूरी प्रक्रिया को संभालने में सक्षम हैं, यानी, एक अच्छी तरह से नियोजित रणनीति तैयार करना, पैकिंग, लोडिंग, पूरी सुरक्षा के साथ वस्तुओं का परिवहन, और गंतव्य पर अनलोडिंग और अनपैकिंग करना।
युक्ति: भारत में सबसे सटीक पैकर्स और मूवर्स शुल्क प्राप्त करने के लिए (किसी भी आइटम को देश में किसी भी स्थान पर ले जाने के लिए), हमेशा एक भौतिक प्री-मूव सर्वेक्षण अनुरोध करें। जब मूवर्स व्यक्तिगत रूप से वस्तुओं का सर्वेक्षण करते हैं, तो उन्हें सटीक आवश्यकताओं का बेहतर विचार मिलता है और वे स्थानांतरण लागत की अधिक सटीक गणना करने में सक्षम होते हैं।
#3 लाइटनिंग-फास्ट रिस्पांस और एंड-टू-एंड सपोर्ट
एश्योरशिफ्ट ग्राहकों के किसी भी प्रश्न का तुरंत जवाब देकर आपके हर कदम को परेशान मुक्त बनाने के लिए निरंतर काम करता है।
- फॉर्म जमा करते ही ग्राहकों को तुरंत रेफर किए गए मूवर्स की पूरी जानकारी मिल जाएगी।
- हमारे मूवर्स भी जल्दी से स्थानांतरण लागत का अनुमान लगाते हैं या भौतिक पूर्व-चाल सर्वेक्षण के लिए घर भी आ सकते हैं।
- एश्योरशिफ्ट के उपयोग सेआसान इंटरफेस के साथ, कई मूवर्स के विवरणों की तुलना कम समय में आसानी से की जा सकती है (जैसे, चेकिंग शुल्क, सेवाओं की पेशकश, रेटिंग, समीक्षा, आदि)।
साथ ही, एश्योरशिफ्ट सुनिश्चित करता है कि ग्राहकों को पूरी स्थानांतरण प्रक्रिया के दौरान आवश्यक समर्थन मिले, यानी अनुरोध जमा करने के समय से लेकर सामान की अंतिम डोरस्टेप डिलीवरी तक।
# 4 नियमित प्रतिक्रिया और गुणवत्ता संरक्षण
एश्योरशिफ्ट ग्राहकों की पूर्ण संतुष्टि सुनिश्चित करने के लिए काम करता है। ग्राहकों से नियमित फीडबैक लेने से संभावित ग्राहकों को अच्छी तरह से सूचित निर्णय लेने में मदद मिलती है और साथ ही साथ हर दिन काम करने की प्रक्रिया में सुधार होता है। एश्योरशिफ्ट को ग्राहकों द्वारा सामना की स्थानांतरण के समय आने वाली विभिन्न समस्याओं जैसे कि अचानक मूल्य वृद्धि, सामान का नुकसान, स्थानांतरण के दौरान मूवर्स के अनैतिक व्यवहार पता चलता रहता है।
प्राप्त शिकायतों की गंभीरता के आधार पर, एश्योरशिफ्ट सेवा की गुणवत्ता को बनाए रखने के लिए आवश्यक कार्रवाई करता है, :जैसे
- गैर-पेशेवर मूवर्स और पैकर्स को अस्थायी रूप से निलंबित या वेबसाइट से उनके व्यावसायिक प्रोफाइल को स्थायी रूप से हटाकर दंडित करना, साथ ही साथ
- लिस्टिंग में उच्च रैंक मैं रख के शीर्ष प्रदर्शन करने वाली कंपनियों को पुरस्कृत करना ।
निष्कर्ष के तौर पर
एश्योरशिफ्ट समझती है कि कई सारे सामान ले जाना जोखिम भरा हो सकता है और वित्तीय, मानसिक और शारीरिक दबाव पैदा कर सकता है, खासकर बिना किसी पूर्व अनुभव से किया गया हो तो। इसके अलावा, बहुत से ग्राहक वास्तव में भरोसेमंद स्थानांतरण सेवा प्रदाताओं को किराए पर लेने का सही तरीका भी नहीं जानते हैं। और तो और क्योंकि वर्तमान समय में कई धोखाधड़ी करने वाली कंपनियां भी बाजार में स्थापित हैं।
धोखेबाज पैकर्स और मूवर्स को खत्म करने के मिशन के साथ, एश्योरशिफ्ट ने स्थानांतरण कंपनियों के काम काज़ की प्रक्रिया में सुधार लाई हे, और इसके परिणामस्वरूप, भारत में पैकिंग और स्थानांतरित करने की प्रक्रिया में क्रांतिकारी बदलाव आया है। एश्योरशिफ्ट के माध्यम से जाने का सबसे महत्वपूर्ण लाभ यह है कि भरोसेमंद पैकर्स और मूवर्स ढूंढना आसान हो जाता है, और बजट के अनुसार सही कंपनी मिनटों के अंदर मिल जाता है।
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