जेट एयरवेज को पायलटों की धमकी, सैलरी नहीं दी तो बंद कर देंगे 1 अप्रैल से उड़ान
डिजिटल डेस्क, मुंबई। जेट एयरवेज की पंजीकृत पायलट यूनियन, नेशनल एविएटर्स गिल्ड (NAG) ने प्रबंधन को धमकी दी है कि यदि उन्हें इस महीने के आखिर तक लंबित वेतन नहीं दिया गया और जल्द ही इसे लेकर कोई ठोस निर्णय नहीं लिया गया तो जेट एयरवेज के यूनियन पायलट 1 अप्रैल से उड़ान बंद कर देंगे। यह निर्णय नेशनल एविएटर्स गिल्ड की 90 मिनट से अधिक समय तक चली वार्षिक बैठक के बाद लिया गया है। बता दें कि गिल्ड, जो लगभग एक दशक पहले अस्तित्व में आया था, एयरलाइन के लगभग 1,000 घरेलू पायलटों का प्रतिनिधित्व करता है।
इससे पहले जेट एयरक्राफ्ट इंजीनियर्स वेलफेयर एसोसिएशन (JAMEWA) ने नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) को लिखे एक पत्र में कहा था कि "वेतन का भुगतान न होने से कर्मचारियों को उनकी वित्तीय आवश्यकताओं को पूरा करने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। इसका प्रभाव विमान इंजीनियरों की मनोवैज्ञानिक स्थिति पर भी पड़ा है और वह ठीक से काम नहीं कर पा रहे हैं। इस वजह से भारत और दुनिया भर में जेट एयरवेज की उड़ानों पर सुरक्षा का खतरा मंडरा रहा है। इसके तुरंत बाद नागरिक उड्डयन मंत्री सुरेश प्रभु ने नागरिक उड्डयन सचिव को निर्देश दिया कि जेट एयरवेज से चर्चा के लिए एक आपातकालीन बैठक बुलाई जाए। सुरेश प्रभु के निर्देश पर तत्काल मीटिंग बुलाई गई जिसमें कर्मचारियों की सैलरी पर चर्चा की गई। इसके अलावा मीटिंग में ये भी कहा गया कि जेट एयरवेज की एडवांस बुकिंग पर फिलहाल रोक नहीं लगाई जाएगी।
बता दें कि जेट एयरवेज पर 8,200 करोड़ रुपए का कर्ज है। वह जनवरी से अब तक तीन बार डिफॉल्ट कर चुका है। कई महीनों से जेट ने सप्लायरों का भी पेमेंट नहीं किया है। फिलहाल जेट एयरवेज के 119 में से केवल 41 विमान ऑपरेशनल है, जिसकी वजह से लगातार फ्लाइट कैंसिल की जा रही है। कैंसिलेशन, रीफंड और एडवांस बुकिंग की समस्याएं गंभीर होती जा रही है, जिससे यात्रियों को भारी परेशानी हो रही है। जेट एयरवेज ने अनिश्चितताओं को देखते हुए 18 मार्च से अबू धाबी में अपने ऑपरेशन भी बंद कर दिए हैं। अबू धाबी जेट एयरवेज के दो अंतरराष्ट्रीय हब में से एक है।
Created On :   19 March 2019 7:20 PM IST