Election Commission Press Conference: वोटर अधिकार यात्रा के बीच इलेक्शन कमीशन ने रखी प्रेस कॉन्फ्रेंस, 7 अधिकारियों ने दिए सभी आरोपों के जवाब

- राहुल गांधी ने निकाली वोटर अधिकार यात्रा
- इसी बीच इलेक्शन कमीशन ने रखी प्रेस कॉन्फ्रेंस
- प्रेस कॉन्फ्रेंस में मौजूद सात अधिकारियों ने सभी आरोपों का दिया सीधा जवाब
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बिहार में चुनावों को लेकर लगातार बवाल मचा हुआ है। नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी लगातार आरोप लगा रहे हैं कि वोट चोरी हो रहा है। उन्होंने आज (17 अगस्त) से वोटर अधिकार यात्रा भी शुरू की है। इसी बीच चुनाव आयोग ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके सभी आरोपों का सख्ती से जवाब दिया है। प्रेस कॉन्फ्रेंस में 7 अधिकारी मौजूद हैं, जिन्होंने सभी आरोपों का जवाब दिया है। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार, चुनाव कमिश्नर विवेक जोशी, सुखबीर सिंह संधु, डिप्टी इलेक्शन कमिश्नर संजय कुमार, डिप्टी इलेक्शन कमिश्नर मंगेश गर्ग, डायरेक्ट जनरल आशीष गोयल और डिप्टी डायरेक्टर जनरल विजय कुमार पांडे शामिल थे।
चुनाव आयोग ने क्या कहा?
चुनाव आयोग ने कहा है कि, 18 साल की उम्र पूरी करने वाले हर व्यक्ति को वोटर लिस्ट का हिस्सा बनना बहुत ही जरूरी है। साथ ही वोट भी डालना चाहिए। इसके अलावा चुनाव आयोग ने कहा है कि, इलेक्शन कमीशन के लिए कोई भी पक्ष या विपक्ष नहीं है, उसके लिए सभी एक हैं। पिछले 20 सालों से सभी राजनीतिक दलों ने वोटर लिस्ट में सुधार की मांग की है और इस वजह से ही एसआईआर शुरू किया गया है।
वोटर लिस्ट में सुधार के लिए आधा महीना बाकी
चुनाव आयोग ने आगे कहा है कि, बिहार की प्रारूप मतदाता सूची में सुधार करने के लिए सभी अपना योगदान दे रहे हैं। जुलाई में 18 साल की उम्र पूरी करने वाले युवाओं ने भी वोटर देने के लिए आवेदन किया है। पिछली वोटर लिस्ट में सुधार करने के लिए अब भी 15 दिन का समय बचा है।
एसआईआर के नाम पर फैलाया जा रहा है भ्रम
मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने एसआईआर को लेकर कहा है कि, सभी लोग एसआईआर के नाम पर भ्रम फैला रहे हैं। जिस वोटर लिस्ट को सभी राजनीतिक दल के बीएलओ सत्यापित करते हैं उस सूची में राष्ट्रीय स्तर के नेता सवाल खड़ा करते हैं। ऐसे में वोट चोरी जैसे शब्दों का उपयोग करके संविधान का अपमान किया जा रहा है।
चोरी कैसे संभव है?- चुनाव आयोग
मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने कहा है कि, बिहार में एसआईआर की शुरुआत हो चुकी है। 1.6 लाख बूथ लेवल एजेंटों ने एक सूची तैयार की थी और ये सूची हर बूथ पर तैयार की जा रही थी। इस वजह से ही सभी राजनीतिक दलों के बूथ लेवल एजेंटो ने अपने साइन किए थे। वोटर्स ने कुल 28,370 दावे और आपत्तियां दिखाई हैं। जब इतने सारे लोग किसी प्रक्रिया में शामिल हैं तो वहां पर वोट की चोरी कैसे संभव है।
चुनाव आयोग देश के हर वोटर के साथ है- चुनाव आयोग
चुनाव आयोग ने आगे कहा है कि, भले ही चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाए जा रहे हों लेकिन चुनाव आयोग अपने वोटर्स के लिए हमेशा खड़ा है। चुनाव की प्रक्रिया पूरी तरह से ट्रांसपेरेंट है। इसमें चोरी की कोई भी गुंजाइश नहीं है।
Created On :   17 Aug 2025 3:55 PM IST