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दैनिक भास्कर हिंदी: भारत-चीन की सीमा को लेकर अजीत डोभाल -यांग जिएची की बैठक

भारत और चीन के बीच सीमा वार्ता के 20वें दौर की दिल्ली में हुई शुरूआत, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार #AjitDoval और उनके चीनी समकक्ष #YangJiechi ने हैदराबाद हाउस में कर रहे हैं बैठक pic.twitter.com/hKpmb9Zbs0
— दूरदर्शन न्यूज़ (@DDNewsHindi) December 22, 2017
डिजिटल डेस्क, दिल्ली। भारत और चीन सीमा के मुद्दे पर शुक्रवार को विशेष प्रतिनिधियों की वार्षिक बैठक आयोजित हो रही है। इस दौरान राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और स्टेट काउंसिलर यांग जिएची के बीच सीमा विवाद पर बातचीत होनी है। बता दें कि ये मुलाकात भारत-डोकलाम सीमा पर विवाद के लगभग चार महीने बाद हो रही है। 2003 में स्पेशल रिप्रेसेंटेटिव (एसआर) तंत्र बनने के बाद विशेष प्रतिनिधियों के बीच होने वाली यह 20वीं बैठक है।
जानकारी के अनुसार, अजीत डोभाल और यांग जिएची के बीच 4 हज़ार किलोमीटर लंबे बॉर्डर पर शांति बहाल करने के लिए बातचीत होनी है। दोनों प्रतिनिधि डोकलाम स्टैंड-ऑफ पर भी चर्चा करेंगे। इससे पहले सितंबर में ज़ियामेन में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान दोवाल और जिएची ने मुलाकात की थी। बता दें कि भारत-चीन-भूटान तिराहा के पास स्थित डोकलाम क्षेत्र में वर्ष की शुरुआत में भारत और चीन के सैनिकों के बीच लंबा विवाद चला था।
इस महीने की शुरुआत में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और चीनी विदेश मंत्री वांग यी के बीच बैठक के दौरान डोकलाम मामले पर चर्चा हुई थी। जिसके बाद इस बैठक का आयोजन किया गया। जिसका जिम्मा अजीत डोभाल के ऊपर है। मंगलवार को, चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता हुआ चुनिंग ने एक मीडिया ब्रीफिंग को संबोधित करते हुए कहा था कि डोकलाम स्टैंड-ऑफ ने द्विपक्षीय संबंधों के लिए एक बड़ी परीक्षा की थी। हुआ ने यह भी बल दिया कि इस तरह की स्थिति को दूर करने के लिए संघर्ष से सबक सीखा जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि "विशेष प्रतिनिधियों की यह बैठक न केवल सीमा के मुद्दे के लिए एक उच्च स्तरीय चैनल है, बल्कि सामरिक संचार के लिए मंच भी है।" इससे पहले डोभाल की बीजिंग में चीन के स्टेट काउंसलर यांग जिएची से काफी सख्त लहजे में बातचीत हुई थी। यांग ने डोभाल से सीधा सवाल किया था कि क्या यह आपकी जगह है? जिस पर अजीत डोभाल ने भी बड़ी बेबकी से जवाब दिया था कि क्या हर विवादित क्षेत्र चीन का हो जाता है?
डोकलाम विवाद के बाद से ही भारत और चीन के बीच रिश्तों में खटास बनी हुई है। पिछले महीने ही चीन और भारत के अधिकारियों ने बीजिंग में भारत-चीन मामलों पर परामर्श व समन्वय कार्यतंत्र (डब्ल्यूएमसीसी) के 10वें चरण में सीमा से संबंधित मुद्दों पर चर्चा की थी। ये विवाद सड़क बनाने को लेकर ही शुरू हुआ था। भारतीय सेना के दल ने चीन के सैनिकों को इलाके में सड़क बनाने से रोका था। जिस पर चीन दावा कर रहा था कि वह अपने इलाके में सड़क बना रहा है। चीन का दावा है कि ये इलाका उसके डोंगलांग रीजन का हिस्सा है। वहीं भारत इसे अपना हिस्सा बता रहा है।
भोपाल: स्कोप कॉलेज में विश्वस्तरीय प्रशिक्षण वर्कशाप की स्थापना
डिजिटल डेस्क, भोपाल। स्कोप कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग ने अपने छात्र -छात्राओं के भविष्य को संवारने के लिये भारत के आटोमोबाइल क्षेत्र में अग्रणी कम्पनी हीरो मोटोकार्प के साथ एक करार किया जिसमें ऑटोमोबाइल क्षेत्र में स्किल डेवलपमेंट के लिये एक विश्वस्तरीय प्रशिक्षण वर्कशाप की स्थापना संस्था के प्रांगण में की गई है। ये अपने आप में एक अद्वतीय पहल है तथा सभी अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित है। इसमें सभी नवीनतम कम्प्यूटराइज्ड मशीन के द्वारा टू-व्हीलर ऑटोमोबाइल कार्यशाला प्रशिक्षण दिया जायेगा। इस वर्कशाप में उद्घाटन के अवसर पर कम्पनी के जनरल मैनेजर सर्विसेज श्री राकेश नागपाल, श्री मनीष मिश्रा जोनल सर्विस हेड - सेंट्रल जोन, श्री देवकुमार दास गुप्ता - डी जी एम सर्विस, एरिया मैनेजर श्री राम सभी उपस्थिति थे। साथ ही संस्था के वरिष्ठ अधिकारी डॉ. अजय भूषण, डॉ. देवेंद्र सिंह, डॉ. मोनिका सिंह, अभिषेक गुप्ता आदि उपस्थित थे। संस्था के सभी शिक्षकगण तथा छात्र-छात्रायें उपस्थित थे।
कार्यक्रम की शुरूआत सरस्वती वंदना से की गई , डॉ. मोनिका सिंह ने अतिथियों का संक्षिप्त परिचय दिया। डॉ. अजय भूषण ने सभी का स्वागत किया और बताया कि आने वाला समय कौशल विकास आधारित शिक्षा का है। कर्यक्रम में आईसेक्ट ग्रुप के कौशल विकास के नेशनल हेड अभिषेक गुप्ता ने ग्रुप के बारे मे विस्तार से बताया कि किस तरह हमेशा से आईसेक्ट ग्रुप ने कौशल विकास को हमेशा प्राथमिकता से लिया है। कार्यक्रम में एएसडीसी के सीईओ श्री अरिंदम लहिरी ऑनलाइन आकर सभी को बधाई दी तथा छात्र - छात्राओं को उनके उज्जवल भविष्य के लिये शुभाषीस भी दी।
कार्यक्रम में डॉ. देवेंद्र सिंह ने बताया कि कौशल विकास आधारित शिक्षा सनातन काल से भारतवर्ष में चली आ रही है मध्यकालीन समय में कौशल विकास पर ध्यान नही दिया गया परंतु आज के तेजी से बदलते हुए परिवेश में विश्व भर में इसकी आवश्यकता महसूस की जा रही है। इसी आवश्यकता को देखते हुये स्कोप कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग में कुछ ही समय में विभिन्न क्षेत्रों के सात सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना की गई है जो की विभिन्न क्षेत्रों मे छात्र- छात्राओं के कौशाल विकास मे महत्वपूर्ण भूमिका निभायेंगे।
भोपाल: सीआरपीएफ की 93 महिला पुलिसकर्मियों की बुलेट यात्रा का रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय में हुआ आगमन
डिजिटल डेस्क, भोपाल। इंडिया गेट से जगदलपुर के लिए 1848 किमी की लंबी बुलेट यात्रा पर निकलीं सीआरपीएफ की 93 महिला पुलिसकर्मियों का रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई ने विश्वविद्यालय परिसर में आगमन पर भव्य स्वागत किया। लगभग 300 स्वयंसेवकों तथा स्टाफ सदस्यों ने गुलाब की पंखुड़ियों से पुष्प वर्षा करते हुए स्वागत किया। वहीं उनके स्वागत में एन एस एस की करतल ध्वनि से पूरा विश्वविद्यालय परिसर गुंजायमान हो उठा। इस ऐतिहासिक बाइक रैली में शामिल सभी सैन्यकर्मियों का स्वागत विश्वविद्यालय के डीन ऑफ एकेडमिक डॉ संजीव गुप्ता, डिप्टी रजिस्ट्रार श्री ऋत्विक चौबे, कार्यक्रम अधिकारी श्री गब्बर सिंह व डॉ रेखा गुप्ता तथा एएनओ श्री मनोज ने विश्वविद्यालय की तरफ से उपहार व स्मृतिचिन्ह भेंट कर किया। कार्यक्रम की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए डिप्टी कमांडेंट श्री रवीन्द्र धारीवाल व यात्रा प्रभारी श्री उमाकांत ने विश्वविद्यालय परिवार का आभार किया। इस अवसर पर लगभग 200 छात्र छात्राएं, स्वयंसेवक व एनसीसी कैडेट्स समस्त स्टाफ के साथ स्वागत में रहे मौजूद।
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