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सेंटिनल आईलैंड पर ईसाई धर्म का प्रचार करने पहुंचा था अमेरिकी, आदिवासियों ने मार डाला
- अंडमान निकोबार के सेंटिनल द्वीप पर एक अमेरिकी नागरिक की पिछले हफ्ते हत्या कर दी गई थी।
- बुधवार को अंडमान और निकोबार पुलिस ने स्टेटमेंट जारी कर सिलसिलेवार तरीके से अमेरिकी नागरिक की मौत की घटना को समझाया है।
- माना जा रहा है कि संरक्षित सेंटेनलीज आदिवासियों ने हत्या की है।
डिजिटल डेस्क, पोर्ट ब्लेयर। अंडमान के सेंटिनल द्वीप पर आदिवासियों के हाथों मारे गए 27 साल के अमेरिकी जॉन ऐलन चाऊ के बारे में नई जानकारी सामने आई है। चाऊ एक ईसाई मिशनरी था और उसका मकसद अनजान आदिवासियों के बीच ईसाई धर्म का प्रचार करना था। बता दें कि चाऊ ने दो बार इस द्वीप पर पहुंचने की कोशिश की थी।
बता दें कि अंडमान निकोबार के सेंटिनल द्वीप पर बुधवार को जॉन ऐलन की हत्या की गई थी। उनकी हत्या का आरोप संरक्षित सेंटेनलीज आदिवासियों पर है। बुधवार को अंडमान और निकोबार पुलिस ने स्टेटमेंट जारी कर सिलसिलेवार तरीके से अमेरिकी नागरिक की मौत की घटना को समझाया था। बता दें कि सेंटिनेल द्वीप में घुसने की मनाही के बावजूद यह पर्यटक मछुआरों की मदद से वहां जा घुसा था।
अंडमान पुलिस की ओर से जारी किए गए प्रेस रिलीज के अनुसार जॉन एलन चाऊ 16 अक्टूबर को अंडमान निकोबार पहुंचे थे। वह 19 अक्टूबर तक होटल लालाजी बे व्यू में रुके। इसके बाद वह हट बे चले गए और 5 नवंबर को पोर्ट ब्लेयर लौटे। यहां पर वह अपने दोस्त एलेक्जेंडर के साथ 14 नवंबर तक रुके। इस दौरान एलेक्जेंडर ने चाऊ को एक मछुआरे से मिलवाया। पुलिस ने कहा, इसके बाद ग्रुप ने मिशनरी एक्टिविटी के लिए नॉर्थ सेंटीनल आइलेंड का ट्रिप प्लान किया। 14 नवंबर को रात 8 बजे के करीब चाऊ 5 अन्य लोगों के साथ सेंटीनल आइलेंड के लिए निकले। 15 नवंबर को सुबह करीब 04.30 बजे वह रोइंग कयाक से नॉर्थ सेंटीनल आइलेंड पर पहुंचे।
पुलिस ने अपने बयान में कहा, सेंटीनल आइलेंड पर पहुंचने के बाद उन्हें आदिवासियों से संपर्क कर फुटबॉल, प्लेइंग रिंग, फिशिंग लाइन, कैची और मेडिकल किट जैसी अन्य चीजे उन्हें देने की कोशिश की। इस दौरान किसी ने उन पर तीर चला दिया। चाऊ को आखिरी बार मछुआरों ने 16 नवंबर को देखा था। 17 नवंबर को सुबह करीब 06.30 बजे मुछआरों ने किनारे पर एक डेड बॉडी देखी जिसे कुछ लोग घसीट कर ले जा रहे थे। माना जा रहा है कि ये बॉडी चाऊ की ही थी।
17 नवंबर को पोर्ट ब्लेयर लौटने के बाद मुछआरे ने चाऊ के दोस्त एलेक्जेंडर को पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी और 13 पन्नों का जरनल जिसे चाऊ ने लिखा था उसे भी सौंपा। इसके बाद एलेक्जेंडर ने अमेरिका में चाऊ के दोस्त बॉबी पार्क्स को इसके बारे में बताया, जिन्होंने चाऊ की मां को घटनाक्रम बताया। चाऊ की मां ने इसके बाद चेन्नई में यूएस कॉन्सुलेट जनरल को इसके जानकारी दी।
बता दें कि सेंटिनल द्वीप पर 60 हजार साल पुराना इंसानी कबीला रहता है। इस द्वीप पर नाव के जरिए पहुंचा जा सकता है। ये इंसानी कबीला बाहरी दुनिया से किसी भी तरह से संपर्क में नहीं रहता है।
Created On :   21 Nov 2018 11:01 PM IST