चीनी सेना ने बाराहोती इलाके में LAC पर अपनी गतिविधियां बढ़ाई, इंडियन आर्मी अलर्ट पर
![China heightens activity along LAC in Uttarakhand China heightens activity along LAC in Uttarakhand](https://d35y6w71vgvcg1.cloudfront.net/media/2021/07/china-heightens-activity-along-lac-in-uttarakhand_730X365.jpeg)
- चीनी सेना का उत्तराखंड के बाराहोती इलाके में मूवमेंट देखा गया
- लगभग 40 सैनिकों को एलएसी के पास क्षेत्र में गश्त करते देखा गया
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। चीनी सेना ने उत्तराखंड के बाराहोती इलाके में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर अपनी गतिविधियां बढ़ा दी हैं। छह महीने से अधिक के अंतराल के बाद क्षेत्र में चीनी पक्ष की ओर से मूवमेंट देखा गया है। सरकारी सूत्रों के अनुसार, पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के लगभग 40 सैनिकों को हाल ही में बाराहोटी में एलएसी के पास क्षेत्र में गश्त करते हुए देखा गया है।
सूत्रों ने कहा कि एलएसी के साथ हाल के घटनाक्रमों को देखते हुए, सेंट्रल सेक्टर में निकट भविष्य में चीनी गतिविधि बढ़ सकती है, लेकिन स्थिति से निपटने के लिए सभी तैयारियां की गई हैं। सूत्रों ने कहा कि चीन ने बाराहोटी के पास अपने एयरबेस पर भी गतिविधियां तेज कर दी हैं जहां कई ड्रोन और हेलीकॉप्टर ऑपरेट हो रहे हैं। लद्दाख जैसे परिदृश्य से बचने के लिए भारतीय बलों ने कथित तौर पर पिछले साल उत्तराखंड में सेक्टर में अपने सैनिकों को तैनात कर दिया था। सूत्रों ने कहा कि भारत ने सेंट्रल सेक्टर में अतिरिक्त सैनिकों को तैनात किया है और पीछे की फॉर्मेशन वहां आगे बढ़ गई हैं।
बाराहोटी पर चीन अपना दावा करता है। इसी वजह से अतीन में भी कई उल्लंघन देखे गए हैं। हाल ही में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत और सेंट्रल आर्मी कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल वाई डिमरी ने सेंट्रल सेक्टर में सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की थी, जिसमें उत्तराखंड में एलएसी से लगे इलाके शामिल हैं।
बता दें कि भारत और चीन की बीच पिछले साल मई की शुरुआत में पूर्वी लद्दाख में सैन्य गतिरोध शुरू हुआ था। दोनों पक्षों ने सैन्य और राजनयिक वार्ता की एक सीरीज के बाद फरवरी में पैंगोंग झील के उत्तर और दक्षिण तट से सैनिकों और हथियारों की वापसी पूरी की। दोनों पक्ष अब बचे हुए फ्रिक्शन पॉइंट पर डिसएंगेजमेंट की प्रोसेस को बढ़ाने के लिए बातचीत में लगे हुए हैं।
सैन्य अधिकारियों के अनुसार, संवेदनशील क्षेत्र में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर वर्तमान में प्रत्येक पक्ष के पास लगभग 50,000 से 60,000 सैनिक हैं।
Created On :   21 July 2021 12:06 PM GMT