देशभर में जारी है आफत की बारिश, असम में अब तक 32 लोगों की मौत
- उत्तराखंड और गुवाहाटी में ज्यादातर नदियां उफान पर हैं।
- राजधानी भोपाल में बुधवार रात से ही बारिश का सिलसिला जारी है।
- असम में बाढ़ से अबतक 32 लोगों की मौत हो चुकी है।
- पश्चिम बंगाल और गुजरात में भी बाढ़ जैसे हालात बन रहे हैं।
- मध्य प्रदेश में मॉनसून एक्टिव हो गया है।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। देश के कई राज्यों में जारी तेज बारिश अब लोगों के लिए आफत बनती जा रही है। इस बारिश के कारण अधिकतर इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन चुके हैं और सारा जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। असम में बाढ़ से अबतक 32 लोगों की मौत हो चुकी है। पश्चिम बंगाल और गुजरात में भी बाढ़ जैसे हालात बन रहे हैं। उत्तराखंड और गुवाहाटी में ज्यादातर नदियां उफान पर हैं। मध्य प्रदेश में मॉनसून एक्टिव हो गया है। राजधानी भोपाल में बुधवार रात से ही बारिश का सिलसिला जारी है।
असम में 32 लोगों की मौत
भारी बारिश के कारण असम के गुवाहाटी में नदियां उफान पर आ गई हैं। ब्रह्मपुत्र नदी खतरे के निशान की ओर बढ़ रही है। असम के करीब पांच जिले बुरी तरह बाढ़ से घिर गए हैं। धीमाजी, लखीमपुर, बारपेटा, डिब्रूगढ, करीमगंज जिले की करीब 50 हजार आबादी बाढ़ से घिरी हुई है। राज्य में बाढ़ से अब तक करीब 32 लोगों की मौत हो चुकी है।
तीन अमरनाथ यात्रियों की मौत
जम्मू-कश्मीर में लगातार हो रही भारी बारिश के कारण अमरनाथ यात्रा पर भी प्रभाव पड़ रहा है। बुधवार देर शाम से शुरू हुई तेज बारिश के कारण एक बार फिर अमरनाथ यात्रा रोक दी गई है। बालटाल और पहलगाम दोनों ही रास्तों से यात्रा फिलहाल बंद है। बता दें कि बुधवार को ही भूस्खलन और खराब मौसम की वजह से यात्रा के दौरान तीन श्रद्धालुओं की मौत हो गई थी, जबकि पांच घायल हो गए थे। उसके बाद यात्रा रोक दी गई थी।
Heavy rain continues to lash Jammu Kashmir"s Srinagar. #AmarnathYatra is currently halted along both Baltal and Pahalgam routes due to heavy rainfall in the region. pic.twitter.com/xlpxuWDL7F
— ANI (@ANI) July 5, 2018
बाढ़ में फंसे कैलाश मानसरोवर से लौट रहे तीर्थयात्री
नेपाल के पहाड़ी हिलसा क्षेत्र से 250 से ज्यादा भारतीय तीर्थयात्रियों को निकाल लिया गया है। कैलाश मानसरोवर से लौट रहे तीर्थयात्री भारी बारिश के कारण आई बाढ़ में फंसे हुए थे। भारतीय दूतावास के एक अधिकारी ने बुधवार को बताया कि 336 अन्य भारतीयों को भी सिमिकोट से सुरखेत और नेपालगंज पहुंचाया गया है। अधिकारी ने कहा, "हिलसा-सिमिकोट सेक्टर में हेलीकॉप्टरों ने 50 उड़ानों में 250 लोगों को हिलसा से बाहर निकाला है।"
हिमाचल प्रदेश में फंसे लोग
हिमाचल प्रदेश के कई जिलों में भी भारी बारिश के कारण बाढ़ जैसे हालात बन रहे हैं। चंबा के भरमौर में अचानक पानी आने से रास्ता बंद हो गया। इस दौरान रोड पर ही 10 लोग फंस गए। बाद में किसी तरह जेसीबी मशीन की मदद से सबको बचाया गया। इसका एक वीडियो भी सामने आया था, जिसमें साफ देखा जा सकता है कि ये 10 लोग किस तरह खाई और बाढ़ के बीच में बुरी तरह फंसे हुए थे। अगर जेसीबी नहीं होती तो इन्हें बचाना मुश्किल होता।
शिमला में टूटा 68 साल का रिकॉर्ड
हिमाचल प्रदेश के अधिकांश भागों में लगातार भारी बारिश हो रही है और पिछले 68 सालों में शिमला में एक दिन में सबसे अधिक बारिश दर्ज की गई है। मौसम विभाग ने यह जानकारी दी। मौसम विभाग के अनुसार शिमला में पिछले 24 घंटों के दौरान 118.6 मिमी बारिश दर्ज की गई है।
#Gujarat: Visuals of water-logging in Navsari after heavy rain. (4.7.2018) pic.twitter.com/m3v07eH56q
— ANI (@ANI) July 5, 2018
गुजरात के कई जिलों में 4 से 5 इंच तक बारिश
अहमदाबाद समेत 132 तहसीलों में हल्की से 5 इंच तक बारिश हुई। सूरत जिले की मांगरोल, खेड़ा जिले की वसो और आनंद में 4 इंच से अधिक बारिश हुई। मौसम विभाग ने गुरुवार और शुक्रवार को भी अहमदाबाद समेत गुजरात रीजन में भारी बारिश की संभावना जताई है। मौसम में आए परिवर्तन के कारण शहर के तापमान में 8 से 9 डिग्री सेन्टीग्रेड की कमी आई है।
प. बंगाल के कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात
भारी बारिश के कारण पश्चिम बंगाल के कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं। जलपाईगुड़ी जिले के एक गावं में घरों में पानी घुस गया है। बानरहाट में करीब 10 परिवार बाढ़ से प्रभावित हैं।
Heavy rainfall is expected for 4-5 days after July 8 9. We are giving regular alerts to the government, so that they can prepare for the conditions. Hilly areas like Pithoragarh, Nainital Pauri will get good rains in upcoming days: MeT Dept. #Dehradun (4.7.2018) pic.twitter.com/NiwO4QlhIp
— ANI (@ANI) July 4, 2018
उत्तराखंड में 8 जुलाई से फिर आएगी आफत की बारिश
उत्तराखंड के कई जिलों में भारी बारिश के कारण बाढ़ ने जनजीवन अस्तव्यस्त कर दिया है। पिथौरागढ़ के मालपा में आई बाढ़ अभी भी कई लोग फंसे हुए हैं। राज्य की एसडीआरएफ यानी राहत बचाव की टीम नदी में फंसे लोगों को क्रेन के जरिए बाहर निकाल रही है। देहरादून के मौसम वैज्ञानिक एम एम सकलानी का कहना है कि 7 तारीख तक तो बारिश में कमी आएगी, लेकिन 8 जुलाई से फिर बारिश ज्यादा होने की संभावना है।
Created On :   5 July 2018 9:37 AM IST