अबू धाबी में पीएम मोदी बोले-भारत को बनाएंगे ग्लोबल बैंचमार्क
डिजिटल डेस्क, दिल्ली। तीन देशों की विदेश यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार रात यूनाइटेड अरब अमीरात (UAE) पहुंचे। आज पीएम मोदी वीडियो लिंक के जरिए अबू धाबी के पहले हिंदू मंदिर की आधारशिला भी रखी। इस दौरान उन्होंने दुबई के ओपेरा हाउस में भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित किया।
पीएम मोदी के संबोधन के दौरान ओपेरा हाउस में तालियों और मोदी-मोदी के नारों से गूंज उठा। पीएम मोदी ने कहा कि आपके प्रेम और स्नेह के लिए मैं दिल से शुक्रिया आदा करता हूं। वहीं जब पीएम का भाषण खत्म हुआ तो भारत माता की जय के नारे लगाए गए।
Indian community gives a warm welcome to PM @narendramodi at the community reception in Dubai. pic.twitter.com/IRUgCAJZ4x
— PMO India (@PMOIndia) February 11, 2018
PM Shri @narendramodi inaugurates first Hindu Temple in Abu Dhabhi. https://t.co/xhklZbz4hW pic.twitter.com/xjxam8j20d
— BJP (@BJP4India) February 11, 2018
PM मोदी ने कहा कि भारत और खाड़ी देशों का गहरा नाता है. हमारा नाता सिर्फ कारोबारी का ही नहीं रहा है, बल्कि सहयोगी का भी रहा है। भारत इस बात के लिए गर्व करता है कि खाड़ी के देशों में 30 लाख से अधिक भारतीय समुदाय के लोग यहां की विकास यात्रा में भागीदार हुए हैं।
भारत ने लगाई लंबी छलांग
अपने संबोधन के दौरान पीएम ने कहा कि 2014 में ईज ऑफ डुइंग बिजनेस में हम 142वें नबंर थे, लेकिन अब हम 100वें नंबर पर आ गए हैं। पीएम ने कहा कि हम यहीं नहीं रुकेंगे हमारा उद्देश्य है भारत को ग्लोबल बेंचमार्क के स्तर तक लाना।
लोग पूछते हैं कब होगा ?
पीएम मोदी ने संबोधन में कहा कि भारत तेजी से बढ़ता हुआ देश है। लोग अपने सपनों को पूरा करने के लिए किस कदर आगे बढ़ रहे हैं ये किसी से छिपा नहीं है। पीएम ने कहा कि हमने वो दौर भी देखा है जब लोग कहते थे कि चलो छोड़ो यार और उम्मीद छोड़ देते थे। अब चार साल में हम उस जगह पहुंच गए हैं जब देश यह नहीं पूछ रहा है कि संभव है या नहीं है, वह पूछ रहा है कि मोदी जी बताओ कब होगा? इस सवाल में उनका सरकार पर विश्वास झलकता है।
GST-नोटबंदी को लेकर निशाना
पीएम मोदी ने GST और नोटबंदी को लेकर विपक्षी पार्टी पर निशाना साधा। पीएम ने कहा कि नोटबंदी करता हूं तो देश के गरीब तबके को समझ आता है कि सही दिशा का मजबूत कदम है, लेकिन कुछ लोगों की रात की नींद अब तक उड़ी हुई है। पीएम ने कहा कि कई साल से अटके हुए जीएसटी को हमने बेहद कम समय में पास कराया है। इसकी वजह से कुछ परेशानी हो रही है, लेकिन जब व्यवस्था में बड़ा बदलाव किया जाता है तो थोड़ी परेशानी होती है। इस मौके पर भी लोगों को बखूबी समझ आ रहा है कि यह कदम देश के लिए बेहद महत्वपूर्ण होने वाला है
वहीं रविवार सुबह पीएम मोदी वॉर मेमोरियल वाहत अल करमा पहुंचे जहां उन्होंने शहीद संयुक्त अरब अमीरात जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
PM @narendramodi pays tributes at Wahat Al Karama, dedicated to UAE’s courageous soldiers who sacrificed their lives in service of UAE. pic.twitter.com/O3sQbhUHqB
— PMO India (@PMOIndia) February 11, 2018
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गौरतलब है कि पीएम मोदी ने 2015 में यूएई का पहला दौरा किया था। इसी वक्त भारत की तरफ से यूएई सरकार से भारतीयों के लिए एक पूजा स्थल की मांग की गई थी। इसके बाद यूएई सरकार ने अबू धाबी में मंदिर बनाने के लिए जमीने देने का फैसला किया था। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट किया, ""दुबई-अबू धाबी राजमार्ग पर बनने वाला यह अबू धाबी का पहला पत्थर से निर्मित मंदिर होगा।
Temple Committee members presenting the temple literature to the Crown Prince of Abu Dhabi and PM @narendramodi. This will be the first stone temple to be built in Abu Dhabi off Dubai-Abu Dhabi highway. pic.twitter.com/Bw8sh6WW2d
— Raveesh Kumar (@MEAIndia) February 10, 2018
यूएई सरकार ने मंदिर के लिए अल वाथबा में 20,000 स्क्वॉयर मीटर जमीन उपलब्ध कराई है। इस मंदिर का निर्माण प्राइवेट फंड से किया जा रहा है। मंदिर के रखरखाव की जिम्मेदारी भारतीय समुदाय यूएई अधिकारियों के साथ मिलकर उठाएगा। बताया जा रहा है कि अबू धाबी का पहला हिंदू मंदिर नई दिल्ली के अक्षरधाम मंदिर के प्रारूप पर आधारित होगा। इस मंदिर का निर्माण कार्य 2020 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
बता दें कि यूएई में करीब 26 लाख भारतीय रहते हैं जो इस देश की 30 फीसदी आबादी के बराबर हैं। दुबई में जहां दो मंदिर हैं, वहीं अबु धाबी में एक भी मंदिर नहीं है। दुबई में एक मंदिर भगवान शिव का है जबकि दूसरा भगवान कृष्ण का है। अब पीएम मोदी इस बार अपने दौरे के दौरान अबूधाबी में मंदिर की आधार शिला रखेंगे। यूएई में भारतीय राजदूत नवदीप सिंह सूरी ने कहा कि अबू धाबी का पहला हिंदू मंदिर जिसकी आधारशिला पीएम मोदी रखने वाले हैं, भारत और यूएई की सहिष्णुता की संस्कृति का प्रतीक होगा।
इससे पहले दोनों देशों के बीच 5 महत्वपूर्ण समझौते भी हुए। इनमें मानव श्रम, ऊर्जा, रेलवे और वित्तीय सेवा से जुड़े समझौते शामिल हैं।
- इंडियन कॉन्सर्टियम और ADNOC के बीच एक MoU साइन किया गया है। यह UAE के अपस्ट्रीम तेल सेक्टर में भारत का पहला इन्वेस्टमेंट है।
- मानव श्रम के क्षेत्र में सहयोग के लिए भी भारत और UAE के बीच एक MoU पर हस्ताक्षर हुए हैं। इसमें भारतीय लोगों के यूएई में कॉन्ट्रेक्ट बेस्ट जॉब के लिए आपसी सहयोग को संस्थागत बनाना है।
- रेलवे क्षेत्र में भी टेक्निकल सहयोग के लिए भी एक MoU साइन किया गया है। यह भारतीय रेल मंत्रालय और फेडरल ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी, UAE के बीच हुआ है। इसका लक्ष्य इन्फ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र खासकर रेलवे में आपसी सहयोग को बढ़ाना है।
- फायनेंस के क्षेत्र में द्वीपक्षीय सहयोग के लिए बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज और अबूधाबी सिक्योरिटी एक्सचेंज के बीच एक MoU साइन हुआ है।
- जम्मू-कश्मीर सरकार और डीपी वर्ल्ड के बीच भी एक MoU साइन हुआ है। इसके तहत जम्मू में मल्टी मॉडल लॉजिस्टीक पार्क और हब बनाए जाएंगे।
Created On :   11 Feb 2018 8:20 AM IST