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दैनिक भास्कर हिंदी: तीस हजारी कांड विशेष : आला पुलिस अफसरों की सुस्ती वकीलों से पिटवाती रही निहत्थे हवलदार-सिपाही!

हाईलाइट
- तीस हजारी कांड विशेष : आला पुलिस अफसरों की सुस्ती वकीलों से पिटवाती रही निहत्थे हवलदार-सिपाही!
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। शनिवार को दिल्ली की तीस हजारी अदालत में हुए झगड़े में कई सनसनीखेज खुलासे धीरे-धीरे सामने आ रहे हैं। कुछ तो ऐसे तथ्य हैं जिन पर आसानी से विश्वास करना भी मुश्किल है। सच तो मगर सच है जिसे नकार पाना दिल्ली पुलिस और वकीलों में से किसी के लिए भी आसान नहीं होगा। तथ्यों पर विश्वास करने-कराने के लिए खून-खराबे वाले इस शर्मनाक घटनाक्रम के वीडियो ही काफी हैं।
आईएएनएस की विशेष पड़ताल और घटनाक्रम के वीडियो (सीसीटीवी और मोबाइल फुटेज) देखने के बाद यह साफ हो गया है कि, वकील यूं ही बेखौफ होकर पुलिस वालों पर नहीं टूट पड़े थे, बल्कि उन्हें लॉकअप की सुरक्षा में तैनात तमाम निहत्थे हवलदार-सिपाहियों (इनमें से अधिकांश दिल्ली पुलिस तीसरी बटालियन के जवान हैं, जिनकी जिम्मेदारी लॉकअप सुरक्षा और जेलों से अदालत में कैदियों को लाने ले जाने की है) को जमकर पीटने का पूरा-पूरा मौका कथित रुप से दिया गया!
घटनाक्रम के सीसीटीवी फुटेज इस बात के गवाह हैं कि जब अपनी पर उतरे वकील लॉकअप को तोड़ने की कोशिश कर रहे थे, तब लॉकअप के भीतर मौजूद थर्ड बटालियन के निहत्थे दारोगा, हवलदार-सिपाही कैसे मार खाते हुए भी, वकीलों से खुद को और लॉकअप के मुख्य द्वार को बचाने की जद्दोजहद से जूझ रहे थे। उन जानलेवा हालातों में भी लॉकअप पर तैनात पुलिस स्टाफ की मजूबरी यह थी कि वे कानूनन किसी भी कैदी को हथकड़ी नहीं लगा सकते थे। मतलब कैदियों को अगर जरा सा भी मौका मिलता तो, वे कभी भी मौके का फायदा उठाकर फरार हो सकते थे।
ऐसे में लॉकअप के बाहर मचे बबाल को काबू करने की जिम्मेदारी सीधे-सीधे स्थानीय थाना पुलिस (सब्जी मंडी) और उत्तरी दिल्ली जिले के पुलिस अधिकारियों की बनती थी। सीसीटीवी के शुरूआती फुटेज में मगर कहीं भी थाना सब्जी मंडी एसएचओ से लेकर सब डिवीजन सब्जी मंडी का सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी), उत्तरी जिला पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) मोनिका भारद्वाज, एडिशनल डीसीपी हरेंद्र कुमार सिंह, संयुक्त पुलिस आयुक्त मध्य परिक्षेत्र राजेश खुराना, विशेष पुलिस आयुक्त (कानून व्यवस्था, उत्तरी परिक्षेत्र) संजय सिंह सहित दिल्ली पुलिस के तमाम जिम्मेदार आला-अफसरान कहीं भी सीसीटीवी फुटेज में पुसिकर्मियों से सिर-फुटव्ववल कर रहे वकीलों से जूझते नजर नहीं आ रहे हैं। इतना ही नहीं जब काफी देर की लेट-लतीफी के बाद एडिशनल पुलिस फोर्स मौके पर पहुंचा तो उसे भी कोई आला पुलिस अफसर लीड करता हुआ नहीं दिखाई दिया।
मतलब साफ है कि, लॉकअप इंचार्ज ने जब बबाल का मैसेज दिया तभी तुरंत दिल्ली पुलिस के संबंधित आला पुलिस अफसरों को मौके पर पहुंच कर हालात काबू करवा लेने चाहिए थे। ताकि बात गोली चलने-चलाने तक पहुंचती ही नहीं। न ही लॉकअप की सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मी बे-वजह वकीलों से जमीन पर पड़े-पड़े लात-घूंसों से मार खाते। हां, उत्तरी दिल्ली जिले के एडिशनल डीसीपी हरेंद्र कुमार सिंह काफी देर बाद ही सही मगर घटनास्थल पर पहुंचे। मौके पर पहुंचते ही वे वकीलों के हमले में जख्मी हो गए। हरेंद्र सिंह खुद को भी बाकी तमाम पुलिसकर्मियों और मौजूद कैदियों को तीस हजारी के लॉकअप में बंद करके सुरक्षित बचा पाए।
जिला डीसीपी मोनिका भारद्वाज इस पूरे बबाल में घटनास्थल पर कहीं भी मौजूद (सीसीटीवी में) दिखाई नहीं दीं। उल्लेखनीय है कि, यही उत्तरी जिला डीसीपी मोनिका भारद्वाज जब पश्चिमी दिल्ली जिले की डीसीपी थीं, तब भी मायापुरी इलाके में की गई अतिक्रमण विरोधी कार्रवाई के दौरान कई पुलिस कर्मी जमकर पीटे गए थे। जबकि खुद डीसीपी मोनिका भारद्वाज मौके पर ही कथित रुप से बेहोश होकर गिर पड़ी थीं।
क्लोजिंग बेल: बढ़त के साथ बंद हुआ बाजार, सेंसेक्स 180 अंक उछला, निफ्टी में भी तेजी
डिजिटल डेस्क, मुंबई। देश का शेयर बाजार कारोबारी सप्ताह के पहले दिन (16 मई 2022, सोमवार) बढ़त के साथ बंद हुआ। इस दौरान सेंसेक्स और निफ्टी दोनों हरे निशान पर रहे। बंबई स्टॉक एक्सचेंज (BSE) के 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 180.22 अंक यानी कि 0.34% ऊपर 52,973.84 के स्तर पर बंद हुआ।
वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) के 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 60.10 अंक या 0.38% ऊपर 15,842.30 के स्तर पर बंद हुआ। हालांकि कल एलआईसी के सूचीबद्ध होने के पूर्व निफ्टी आज 16000 के स्तर को पुनः प्राप्त करने में असफल रहा। बैंक निफ्टी 1.44% की बढ़त के साथ 33597.60 के स्तर पर बंद हुआ।
क्षेत्र विशेष में निफ्टी पीएसयू बैंक, निफ्टी रियलिटी एवं ऑटो में तेजी में 2-3 % का योगदान दिया। निफ्टी आईटी तथा एफएमसीजी में क्रमशः 0.75 % एवं 0.35 % की हानि रही। निफ्टी के शेयरों में आयशर मोटर,अपोलो हॉस्पिटल तथा यूपीएल में सर्वाधिक लाभ रहा।अल्ट्राटेक सीमेंट, श्री सीमेंट, एशियन पेंट में प्रमुख गिरावट देखी गयी।
तकनीकी रूप से, साप्ताहिक चार्ट पर बियरिश कैंडल बनाने के बाद यह आज निफ्टी ने दैनिक चार्ट पर डोजी कैंडलस्टिक बनाया है जो ट्रेडर के मन में बाजार के रुख को ले कर असमंजस को दर्शाता है। साथ ही निफ्टी फॉलिंग ट्रेंडलाइन पर रेसिस्टेन्स का सामना कर रहा है तथा इन स्तरों पर लाभ ले लेने की प्रवृति दर्शा रहा है।
फिबोनाकी रेट्रेंचमेंट का सपोर्ट 15650 पर है।यह ट्रेडर के लिए लघु अवधि में खरीदी का अवसर बन सकता है यदि 15650 का स्तर नही टूटता है। आवरली चार्ट पर मिडिल बोलिंगर बैंड पर सपोर्ट है, इसके कारण एक तेजी की चाल बन सकती है। स्टॉक विशेष एक्शन आने वाले दिनों में मार्केट में अधिक प्रभावी रहेगा। डेरीवेटिव में कॉल पर सर्वाधिक ओपन इंटरेस्ट 16000 पर तथा उसके बाद 16200 पर है।
पुट में सबसे अधिक ओपन इंटरेस्ट 15500 निफ्टी पर है।
इंडिया विक्स 24.53 पर 4.43% की बढ़त के साथ बंद हुआ जो साप्ताहिक एक्सपायरी तक तीव्र उतार चढ़ाव का संकेत देता है।बैंक निफ्टी का सपोर्ट 32600 तथा रेसिस्टेन्स 34500 है।
बता दें कि, सुबह बाजार बढ़त के साथ खुला था। इस दौरान सेंसेक्स 78.13 अंक तेजी के साथ 52,872 के स्तर पर खुला था। वहीं निफ्टी 14 अंक की बढ़त के साथ 15,796 के स्तर पर खुला था।
सुमीत बगड़िया
एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर
चॉइस ब्रोकिंग (Choice Broking)
Source: Choice India
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