करें पुराने पेड़ों का संरक्षण और पाएं 1 हजार रुपए, गोंदिया जिला प्रशासन की मुहिम

डिजिटल डेस्क,गोंदिया। वातावरण को साफ और पेड़ों की अंधाधुंध कटाई रोकने के लिए जिला प्रशासन ने नई योजना निकाली है। इस योजना के तहत अगर 50 से 100 पुराने पेड़ों का सरंक्षण किया जाएगा तो उसे सालाना 1 हजार रुपए दिए जाएंगे। जिलाधिकारी अभिमन्यु काले की संकल्पना से जिला प्रशासन ने डीपीडीसी के अंतर्गत नावीण्यपूर्ण योजना के तहत ऐसे किसानों को सालाना 1 हजार रुपए सानुग्रह अनुदान देने का निर्णय लिया है, जिनके खेतों में 50 से 100 साल पुराने पेड़ हैं एवं उन पेड़ों के तनों की गोलाई 300 सेमी या उससे अधिक है।
गौरतलब है कि गोंदिया जिले का कुल 2 लाख 56 हजार 400 हेक्टेयर क्षेत्र वनों से आच्छादित है। वन क्षेत्र के अलावा जिले के किसानों के खेतों में भी बड़े पैमाने पर पेड़ लगे हुए हैं। किसान इन पेड़ों को अपनी जरूरत के हिसाब से काट देते है। इसी को देखते हुए जिला प्रशासन ने ये योजना शुरू की है। इस योजना का उद्देश्य जिले की प्राकृतिक संपदा को अगली पीढ़ी के लिए सुरक्षित रखना है, साथ ही इसका मकसद बड़े पैमाने पर होने वाली पेड़ों की कटाई पर रोक लगाना भी है।
योजना के तहत सानुग्रह अनुदान लेने वाले किसानों को अपने खेतों में खड़े पुराने पेड़ों को सुरक्षित रखने की जिम्मेदारी निभानी होगी। जब तक पेड़ सुरक्षित रहेंगे, तब तक ही उन्हें यह अनुदान मिलता रहेगा। वर्तमान में पूर्व विदर्भ के केवल गोंदिया जिले में यह उपक्रम शुरू किया गया है। यदि यह उपक्रम सारे महाराष्ट्र में पायलेट प्रोजेक्ट के रूप में क्रियान्वित किया गया तो इसका लाभ सारे राज्य के किसानों को मिल सकेगा। साथ ही वैध एवं अवैध दोनों ही तरह की पेड़ों की कटाई पर इससे नियंत्रण लगेगा। इससे पर्यावरण का संतुलन बनाए रखने में मदद मिलेगी।
जिलाधिकारी अभिमन्यु काले ने बताया कि इस योजना के तहत वन विभाग ने सर्वे के आधार पर इस साल जिले में 1300 किसानों के पेड़ों का पंजीयन किया है। इसके तहत 13 लाख रुपए किसानों को दिए जाएंगे। यह राशि सीधे संबंधित किसानों के खाते में आरटीजीएस के माध्यम से जमा कराई जाएगी। यह इसलिए किया जा रहा है क्योंकि महाराष्ट्र सरकार ने इस साल 1 जुलाई से राज्य में 50 करोड़ पौधारोपण का संकल्प लिया है। इसके तहत गोंदिया जिले में इस साल 12 लाख पौधारोपण का उद्देश्य रखा गया था।
Created On :   1 Aug 2017 12:42 PM IST