PM फसल बीमा योजना का ऑनलाइन विकल्प कठिन, भटक रहे किसान

डिजिटल डेस्क, नागपुर। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के लिए ऑनलाइन के साथ ऑफलाइन आवेदन भी स्वीकार किए जा रहे हैं। लेकिन फसल बीमा योजना का ऑनलाइन विकल्प किसानों के लिए बड़ा कठिन नजर आ रहा है। यही कारण है कि किसानों को ऑफलाइन की सही जानकारी नहीं मिल पा रही है, और ऑनलाइन समझ नहीं आन से वे यहां-वहां भटकते नजर आ रहे हैं।
साथ ही कई किसान बारिश के अभाव में संकट के दौर से गुजरते हुए फसल बीमा को महत्व नहीं दे पा रहे हैं। फसल बीमा योजना को बढ़ावा देने के मकसद से सरकार ने इसके लिए आवेदन करने की अवधि 5 अगस्त तक बढ़ा दी है, रविवार को भी बैंक शुरू रखने के आदेश दिए गए थे, बावजूद कई बैंकों की मुख्य शाखाएं बंद रहने से किसान पंजीयन नहीं करा सके।
व्यक्तिगत खेतों में होने वाले नुकसान का क्लेम
जानकारी के अनुसार राज्य में अलग-अलग जिलों के लिए बीमा कंपनियां काम देख रही हैं। पहले फसल बीमा का क्लेम देखने के लिए बड़े प्राकृतिक आपदा को आधार माना जाता था। लेकिन अब व्यक्तिगत खेतों में होने वाले नुकसान का क्लेम भी किया जा सकेगा। मंडल (सर्कल) स्तर पर रिपोर्ट तैयार किए जाने की वजह से ऐसा संभव हो पा रहा है। हालांकि नागपुर जिले में फसल बीमा करने वाली कंपनी का कार्यालय नहीं होने से इसमें बाधा निर्माण हो रही है।
9 अगस्त तक करा सकेंगे पंजीयन
बैंक से मिली जानकारी के अनुसार 5 अगस्त तक कर्ज प्राप्ति के लिए फसल बीमा का पंजीयन कराना होगा, लेकिन अन्य किसान इस योजना के तहत 9 अगस्त तक पंजीयन करा सकेंगे। हालांकि फसल बीमा की अंतिम तिथि 31 जुलाई को खत्म हो गई थी, लेकिन अधिक किसानों को इससे जोड़ने के लिए इसकी अवधि बढ़ाई गई है।
नुकसान का निरीक्षण कर होगा भुगतान
अधिकारियों का दावा है कि सर्कल स्तर पर क्लेम पटवारी, कृषि अधिकारी व राजस्व विभाग की ओर से भेजी जानेवाली फसल नुकसान की रिपोर्ट बीमा कंपनी के नागपुर स्थित प्रतिनिधि को मिल जाएगी। इसके आधार पर कंपनी खेत में हुए नुकसान का निरीक्षण कर बीमा की गई राशि का भुगतान संबंधित किसान को कर देगी।
Created On :   2 Aug 2017 11:11 PM IST