सूर्यकुमार ने सेना और पहलगाम पीड़ितों के नाम की मैच फीस, लेफ्टिनेंट विनय नरवाल ने फैसले की सराहना की

सूर्यकुमार ने सेना और पहलगाम पीड़ितों के नाम की मैच फीस, लेफ्टिनेंट विनय नरवाल ने फैसले की सराहना की
एशिया कप 2025 का खिताब जीतने के बाद भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव ने एशिया कप टूर्नामेंट के सभी मुकाबलों की फीस भारतीय सेना और पहलगाम आतंकी हमले में पीड़ित परिवारों को देने का ऐलान किया है। सूर्यकुमार के इस फैसले को पहलगाम आतंकी हमले में जान गंवाने वाले लेफ्टिनेंट विनय नरवाल के पिता राजेश नरवाल ने सराहा है।

करनाल, 29 सितंबर (आईएएनएस)। एशिया कप 2025 का खिताब जीतने के बाद भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव ने एशिया कप टूर्नामेंट के सभी मुकाबलों की फीस भारतीय सेना और पहलगाम आतंकी हमले में पीड़ित परिवारों को देने का ऐलान किया है। सूर्यकुमार के इस फैसले को पहलगाम आतंकी हमले में जान गंवाने वाले लेफ्टिनेंट विनय नरवाल के पिता राजेश नरवाल ने सराहा है।

राजेश नरवाल ने पत्रकारों से कहा, "सूर्यकुमार यादव ने अपने मन की भावना को व्यक्त किया है। श्रद्धांजलि के तौर पर उन्होंने अपनी ओर से योगदान दिया है। यह बेहद सराहनीय कदम है।"

एशिया कप फाइनल में भारत ने पाकिस्तान को 146 रन पर समेटने के बाद 19.4 ओवरों में पांच विकेट शेष रहते जीत दर्ज की। इस पर खुशी जताते हुए राजेश नरवाल ने पत्रकारों से कहा, "हमारी टीम ने पाकिस्तान के खिलाफ खिताबी मुकाबले में शानदार खेल दिखाया। इसके लिए मैं टीम इंडिया को बधाई देता हूं।"

खिताब जीतने के बाद भारतीय खिलाड़ियों ने एशियन क्रिकेट काउंसिल (एसीसी) के अध्यक्ष मोहसिन नकवी के हाथों ट्रॉफी लेने से साफ इनकार कर दिया। इस पर राजेश नरवाल ने कहा, "मोहसिन नकवी से ट्रॉफी न लेना भारतीय खिलाड़ियों की खेल भावना से बड़ी राष्ट्र भावना और देश प्रेम को दर्शाता है। उन्होंने देशवासियों की भावनाओं और देश के आक्रोश को समझकर यह कदम उठाया है।"

उन्होंने कहा, "जैसे सैनिक युद्ध के मैदान में बदला लेते हैं, वैसे ही भारतीय खिलाड़ियों ने पाकिस्तान को खेल के मैदान पर धूल चटाई है। खिलाड़ियों ने खेल भावना और देश प्रेम भावना दिखाई है।"

राजेश नरवाल ने कहा, "पाकिस्तानी खिलाड़ियों से कोई विरोध नहीं है, लेकिन वह आतंकवादी देश की तरफ से खेल रहे हैं, इसलिए विरोध करना जरूरी था। पाकिस्तानी खिलाड़ियों के साथ हाथ न मिलाकर भारत ने बड़ा संदेश दिया है। पाकिस्तानी जनता सोचने को मजबूर है कि आखिर क्यों उनके खिलाड़ियों की इतनी बेइज्जती की गई? 22 अप्रैल को पहलगाम हमले में मेरा बेटा शहीद हुआ। भारतीय खिलाड़ियों ने उन 26 परिवारों के प्रति एक संवेदना व्यक्त की, जिन्होंने इस हमले में किसी अपने को खोया।"

Created On :   29 Sept 2025 4:27 PM IST

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