राष्ट्रीय: झारखंड सरकार ने नशे के खिलाफ शुरू किया 17 दिनों का विशेष अभियान, नशाबंदी की शपथ लेंगे लाखों लोग

रांची, 10 जून (आईएएनएस)। झारखंड सरकार ने 10 जून से राज्य भर में ड्रग्स और नशे के खिलाफ विशेष अभियान की शुरुआत की है। इसके तहत 26 जून तक राज्य के सभी स्कूलों, कॉलेजों, गांवों और शहरों तक नशामुक्ति का संदेश पहुंचाया जाएगा और लाखों लोगों को नशे से दूर रहने की शपथ दिलाई जाएगी।
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी ने मंगलवार को झारखंड मंत्रालय में आयोजित एक कार्यशाला के बाद नशाबंदी जागरूकता रथों को हरी झंडी दिखाकर राज्य के विभिन्न हिस्सों के लिए रवाना किया। उन्होंने गृह विभाग और सूचना जनसंपर्क विभाग की ओर से मादक पदार्थों के दुष्प्रभाव पर तैयार की गई पुस्तिका का विमोचन भी किया।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने झारखंड को नशा मुक्त बनाने का संकल्प लिया है और इसी के तहत आज से विशेष राज्यव्यापी अभियान शुरू किया जा रहा है। अभियान के तहत सभी जिलों में प्रचार वाहन जाएंगे, स्कूलों और कॉलेजों में जागरूकता कार्यक्रम चलाए जाएंगे। झारखंड के विभिन्न जिलों में इस वर्ष अफीम की खेती की रोकथाम के लिए की गई कई कार्रवाई का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि नशे की लत और उसका कारोबार सामाजिक, मानसिक और आर्थिक रूप से लोगों को बर्बाद कर रहा है।
कई दवाइयों का नशे के रूप में इस्तेमाल पर रोकथाम के लिए भी सरकार ने आवश्यक कदम उठाए हैं। इसके तहत मेडिकल स्टोर्स पर निगरानी रखी जा रही है। राज्य भर के 10,134 मेडिकल स्टोर में 4,000 से अधिक स्टोर में सीसीटीवी लगाए जा चुके हैं। बाकी स्टोर्स में भी यह काम जल्द पूरा कर लिया जाएगा। इस मौके पर उपस्थित राज्य के अपर मुख्य सचिव अजय कुमार ने कहा कि मादक पदार्थों का उपयोग गंभीर चिंता का विषय है, फिर भी हम इस पर खुलकर बात नहीं कर पा रहे। हमें लोगों को इसके दुष्परिणाम के बारे में बताना होगा। जन जागरूकता के माध्यम से हमें युवाओं और बच्चों को समझाना है। बड़े शहरों रांची, जमशेदपुर, धनबाद, पलामू, बोकारो आदि में ड्रग्स का कारोबार बढ़ रहा है, इनके नेटवर्क को तोड़ने की जरूरत है।
गृह विभाग की प्रधान सचिव वंदना दादेल ने कहा कि नशा में पड़कर लोग वित्तीय तनाव, घरेलू हिंसा और अन्य समस्याओं का सामना करने लगते हैं। ऐसे लोग समाज और कानून व्यवस्था के लिए चुनौती बन जाते हैं। हम सबको एक साथ मिलकर इस समस्या से लड़ने की जरूरत है।
डीजीपी अनुराग गुप्ता ने कहा कि झारखंड से लगे राज्यों से गांजा एवं अन्य मादक पदार्थों का सप्लाई होता है। इस सप्लाई चेन को रोकने की दिशा में पुलिस ने बड़े कदम उठाए हैं। अब अफीम की खेती करने वाले लोगों को सख्त सजा देने का समय आ गया है, ताकि लोग खेती करना बंद करें। सरकार की ओर से संदेश जाना चाहिए कि जो भी अफीम की खेती करेगा, उसे जेल में डाला जाएगा। इस मौके पर विभिन्न विभागों के पदाधिकारी, कर्मचारी एवं अन्य लोग उपस्थित रहे।
--आईएएनएस
एसएनसी/एएस
अस्वीकरण: यह न्यूज़ ऑटो फ़ीड्स द्वारा स्वतः प्रकाशित हुई खबर है। इस न्यूज़ में BhaskarHindi.com टीम के द्वारा किसी भी तरह का कोई बदलाव या परिवर्तन (एडिटिंग) नहीं किया गया है| इस न्यूज की एवं न्यूज में उपयोग में ली गई सामग्रियों की सम्पूर्ण जवाबदारी केवल और केवल न्यूज़ एजेंसी की है एवं इस न्यूज में दी गई जानकारी का उपयोग करने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञों (वकील / इंजीनियर / ज्योतिष / वास्तुशास्त्री / डॉक्टर / न्यूज़ एजेंसी / अन्य विषय एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें। अतः संबंधित खबर एवं उपयोग में लिए गए टेक्स्ट मैटर, फोटो, विडियो एवं ऑडिओ को लेकर BhaskarHindi.com न्यूज पोर्टल की कोई भी जिम्मेदारी नहीं है|
Created On :   10 Jun 2025 8:10 PM IST