धर्म: महाकुंभ 2025 यमुना की लहरों में दीपदान से रोशनी से भर गए कालिंदी के तट

महाकुंभ 2025  यमुना की लहरों में दीपदान से रोशनी से भर गए कालिंदी के तट
प्रयागराज में त्रिवेणी के तट पर जनवरी 2025 में आयोजित होने जा रहे महाकुंभ के पूर्व कुंभ नगरी में एक और महाकुंभ की झलक देखने को मिली। यमुना के तट पर कालिंदी महोत्सव का आयोजन किया गया, जिसमें सवा लाख दीयों की रोशनी से कालिंदी के घाट नहा गए। अखाड़ों की तरफ से यहां प्रयागराज महाकुंभ को सकुशल संपन्न कराने की कामना भी की गई।

प्रयागराज, 10 नवंबर (आईएएनएस)। प्रयागराज में त्रिवेणी के तट पर जनवरी 2025 में आयोजित होने जा रहे महाकुंभ के पूर्व कुंभ नगरी में एक और महाकुंभ की झलक देखने को मिली। यमुना के तट पर कालिंदी महोत्सव का आयोजन किया गया, जिसमें सवा लाख दीयों की रोशनी से कालिंदी के घाट नहा गए। अखाड़ों की तरफ से यहां प्रयागराज महाकुंभ को सकुशल संपन्न कराने की कामना भी की गई।

देवोत्थान एकादशी की पूर्व संध्या पर कुंभ नगरी प्रयागराज में कालिंदी महोत्सव का आयोजन किया गया। श्री पंच दशनाम जूना अखाड़ा के संरक्षण वाली श्री दत्तात्रेय सेवा समिति की अगुवाई में यह आयोजन किया गया, जिसमें सभी अखाड़ों के साधु-संतों और कुंभ मेला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हुए।

इस अवसर पर जूना अखाड़े के मौज गिरि घाट पर सवा लाख दीप जलाए गए। श्री पंच दशनाम जूना अखाड़े के सभापति महंत प्रेम गिरी का कहना है कि महाकुंभ के पूर्व देवोत्थान एकादशी की पूर्व संध्या के पावन अवसर पर मां कालिंदी के तट पर सवा लाख मिट्टी के दीए जलाए गए। सवा लाख दीयों का दीपदान भी यमुना में किया गया। सभी प्रमुख अखाड़ों से आए संतों और स्थानीय नागरिकों ने जनवरी 2025 में प्रयागराज में आयोजित होने जा रहे महाकुंभ के सकुशल संपन्न होने की कामना भी यमुना मां से की।

महोत्सव का आरंभ कालिंदी के तट पर बनाए गए श्री मौज गिरी के भव्य घाट में दीयों की श्रृंखला बनाने से हुआ। प्रदेश की योगी सरकार की तरफ से इस घाट का कायाकल्प 1.2 करोड़ के बजट से किया गया है। इस भव्य पक्के घाट में दो लाख से अधिक दीयों को प्रज्जवलित करने की क्षमता है। घाट में बनाई गई सीढ़ियों में रेड स्टोन से दो खूबसूरत गुंबद भी बनाए गए। सीढ़ियों पर धार्मिक प्रतीकों को दीयों की श्रृंखला से सजाया गया।

दीप प्रज्वलन के बाद घाट पर ही यमुना मां की भव्य आरती का आयोजन किया गया। आरती के समापन के पश्चात दीपदान महायज्ञ का आयोजन किया गया, जिसमें सवा लाख दीयों का यमुना जी में दीपदान किया गया। कुंभ मेला प्रशासन की ओर से दीपदान के लिए 32 नावों की व्यवस्था की गई थी। कालिंदी का तट दीयों की दूधिया रोशनी से नहा उठा।

दीपदान महायज्ञ और कालिंदी महोत्सव में इलाहाबाद हाईकोर्ट के न्यायमूर्ति गौतम चौधरी और हाईकोर्ट की न्यायमूर्ति मंजू रानी चौहान भी मौजूद रहीं। कार्यक्रम की अध्यक्षता पंच दशनाम जूना अखाड़े के सभापति महंत प्रेम गिरि जी महाराज ने की। साधु संतों ने महाकुंभ के भव्य आयोजन की योगी सरकार की तैयारियों पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि आगामी महाकुंभ अपनी भव्यता और नव्यता के लिए नजीर बनेगा। महोत्सव और महायज्ञ में हजारों की संख्या में आम नागरिक भी शामिल हुए।

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Created On :   10 Nov 2024 9:57 PM IST

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