मूडीज ने स्थिर आउटलुक के साथ भारत की बीएए3 रेटिंग को बरकरार रखा

मूडीज ने स्थिर आउटलुक के साथ भारत की बीएए3 रेटिंग को बरकरार रखा
मूडीज रेटिंग्स ने सोमवार को भारत की लॉन्ग-टर्म लोकल और फॉरेन-करेंसी इश्यूअर रेटिंग्स और लोकल-करेंसी सीनियर अनसिक्योर्ड रेटिंग को बीएए3 पर बरकरार रखा है। साथ ही ग्लोबल रेटिंग्स एजेंसी ने देश के लिए आउटलुक को स्थिर रखा है।

नई दिल्ली, 29 सितंबर (आईएएनएस)। मूडीज रेटिंग्स ने सोमवार को भारत की लॉन्ग-टर्म लोकल और फॉरेन-करेंसी इश्यूअर रेटिंग्स और लोकल-करेंसी सीनियर अनसिक्योर्ड रेटिंग को बीएए3 पर बरकरार रखा है। साथ ही ग्लोबल रेटिंग्स एजेंसी ने देश के लिए आउटलुक को स्थिर रखा है।

मूडीज ने अपने नोट में कहा कि रेटिंग का स्थिर आउटलुक के साथ बीएए3 पर बरकरार रहना हमारे इस दृष्टिकोण को दिखाते हैं कि भारत की मौजूदा ऋण क्षमताएं कायम रहेंगी, जिसमें इसकी बड़ी और तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था, मजबूत बाहरी स्थिति और चालू राजकोषीय घाटे के लिए स्थिर मजबूत घरेलू फंडिंग शामिल है।

रेटिंग एजेंसी ने कहा कि अमेरिका की ओर से लगाए गए हाई टैरिफ का नजदीक अवधि में भारत की आर्थिक ग्रोथ पर सीमित प्रभाव पड़ेगा।

रेटिंग एजेंसी ने कहा, "हालांकि, यह उच्च मूल्यवर्धित निर्यात विनिर्माण क्षेत्र विकसित करने की भारत की महत्वाकांक्षाओं में बाधा उत्पन्न करके मध्यम से लंबी अवधि में संभावित वृद्धि को बाधित कर सकता है।"

इसके अतिरिक्त, एजेंसी को यह भी उम्मीद नहीं है कि अन्य अमेरिकी नीतिगत बदलाव वर्कर्स के रेमीटेंस या भारत के सेवा निर्यात पर महत्वपूर्ण रूप से प्रभाव डालेंगे, जिनमें एच1बी वीजा के लिए नए आवेदन और विदेशों में परिचालन आउटसोर्स करने वाले अमेरिकी व्यवसायों पर संभावित शुल्क शामिल हैं।

यह कारक भारत को प्रतिकूल बाहरी रुझानों के प्रति लचीलापन प्रदान करती हैं।

नोट में बताया गया कि भारत की ऋण क्षमता, राजकोषीय पक्ष की दीर्घकालिक कमजोरियों से संतुलित होती है, जो आगे भी बनी रहेंगी। मजबूत जीडीपी वृद्धि और क्रमिक राजकोषीय समेकन से सरकार के उच्च ऋण भार में बहुत ही मामूली क्रमिक कमी आएगी और यह कमजोर ऋण सामर्थ्य में भौतिक रूप से सुधार करने के लिए पर्याप्त नहीं होगा, खासकर जब निजी उपभोग को बढ़ावा देने के हालिया राजकोषीय उपाय सरकार के राजस्व आधार को कम कर रहे हैं।

इससे पहले, रेटिंग एजेंसी ने कहा था कि डोनाल्ड ट्रम्प प्रशासन द्वारा भारतीय वस्तुओं पर लगाए गए 50 प्रतिशत टैरिफ की घोषणा से भारत की आर्थिक वृद्धि में लगभग 0.3 प्रतिशत अंकों की कमी आ सकती है। हालांकि, उसने स्वीकार किया कि मजबूत घरेलू मांग और मजबूत सेवा क्षेत्र इस प्रभाव को कम करने में मदद करेगा।

Created On :   29 Sept 2025 4:47 PM IST

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