राजनीति: मध्य प्रदेश में 3,600 गांवों तक जाएंगे जल कलश यात्राओं के रथ
भोपाल, 11 मार्च (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश में केन-बेतवा और पार्वती काली सिंध चंबल परियोजना से संबंधित क्षेत्रों के निवासियों के जीवन में आने वाले बदलाव से अवगत कराने के लिए जल कलश यात्रा निकाली जा रही है। इन यात्राओं के प्रचार रथ राज्य के 17 जिलों के 3,600 गांव तक पहुंचेंगे।
राजधानी भोपाल के कुशाभाऊ ठाकरे सभागार में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, खजुराहो सांसद विष्णु दत्त शर्मा सहित अन्य मंत्रियों ने हरी झंडी दिखाकर कलश यात्राओं को रवाना किया।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व में बदलते दौर के भारत की नई तस्वीर हमारे सामने है। कोविड काल में पीएम मोदी ने देशवासियों की रक्षा के साथ-साथ 100 से अधिक देशों को कोविड वैक्सीन उपलब्ध कराकर अपनी दूरदर्शिता और कार्यक्षमता का परिचय संपूर्ण विश्व को कराया। देश में उनके नेतृत्व में हो रहे नवाचार और नई तकनीक के उपयोग से जनसामान्य का जीवन आसान हुआ है।
उन्होंने आगे कहा कि प्रदेश का बुंदेलखंड और चंबल क्षेत्र जल की कमी के कारण पिछड़ा था। वीरता, पराक्रम और शौर्य के दम पर बुंदेलखंड ने भारतीयता का मस्तक कभी झुकने नहीं दिया, विपरीत परिस्थितियों में भी बुंदेलखंडवासी संघर्ष करते रहे और शत्रुओं को धूल चटाई। केन-बेतवा लिंक परियोजना से बुंदेलखंड क्षेत्र में सिंचाई सुविधा बढ़ेगी और क्षेत्र के लोगों का जीवन खुशहाल बनेगा। हमारे लिए नदियां जीवनदायिनी हैं। मां नर्मदा ने प्रदेश के एक भाग को खुशहाल बनाया है। अब केन-बेतवा एवं पार्वती-कालीसिंध-चंबल परियोजना बुंदेलखंड और चंबल का जीवन बदलेगी।
यात्रा के अंतर्गत 100 एलईडी प्रचार रथ, केन बेतवा पार्वती काली सिंध चंबल परियोजना के लाभांवित 17 जिलों के लगभग 3,600 ग्रामों में प्रचार-प्रसार के लिए भेजे जा रहे हैं। कार्यक्रम में परियोजना के लाभ एवं जल के महत्व पर केंद्रित फिल्मों का प्रदर्शन किया गया।
अस्वीकरण: यह न्यूज़ ऑटो फ़ीड्स द्वारा स्वतः प्रकाशित हुई खबर है। इस न्यूज़ में BhaskarHindi.com टीम के द्वारा किसी भी तरह का कोई बदलाव या परिवर्तन (एडिटिंग) नहीं किया गया है| इस न्यूज की एवं न्यूज में उपयोग में ली गई सामग्रियों की सम्पूर्ण जवाबदारी केवल और केवल न्यूज़ एजेंसी की है एवं इस न्यूज में दी गई जानकारी का उपयोग करने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञों (वकील / इंजीनियर / ज्योतिष / वास्तुशास्त्री / डॉक्टर / न्यूज़ एजेंसी / अन्य विषय एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें। अतः संबंधित खबर एवं उपयोग में लिए गए टेक्स्ट मैटर, फोटो, विडियो एवं ऑडिओ को लेकर BhaskarHindi.com न्यूज पोर्टल की कोई भी जिम्मेदारी नहीं है|
Created On :   11 March 2024 6:50 PM IST