मुजफ्फरपुर बीएनपी 6 दुर्गा मंदिर में स्थापित किए 121 कलश, नवरात्रि पर भव्य पूजा का आयोजन

मुजफ्फरपुर बीएनपी 6 दुर्गा मंदिर में स्थापित किए 121 कलश, नवरात्रि पर भव्य पूजा का आयोजन
बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में एक अनोखा और खास मंदिर है, जो न केवल अपनी भव्य पूजा-अर्चना के लिए जाना जाता है, बल्कि इसके निर्माण और संचालन का तरीका भी काफी अलग है। यह मंदिर पुलिस विभाग द्वारा बनाया गया है और उसी पुलिस द्वारा इसका प्रबंधन किया जाता है। इस मंदिर में लोग अपनी आस्था और विश्वास के साथ बड़ी संख्या में आते हैं।

मुजफ्फरपुर, 24 सितंबर (आईएएनएस)। बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में एक अनोखा और खास मंदिर है, जो न केवल अपनी भव्य पूजा-अर्चना के लिए जाना जाता है, बल्कि इसके निर्माण और संचालन का तरीका भी काफी अलग है। यह मंदिर पुलिस विभाग द्वारा बनाया गया है और उसी पुलिस द्वारा इसका प्रबंधन किया जाता है। इस मंदिर में लोग अपनी आस्था और विश्वास के साथ बड़ी संख्या में आते हैं।

यह मंदिर बीएनपी 6 माली घाट क्षेत्र में स्थित है और दुर्गा माता को समर्पित है। यहां की पूजा और धार्मिक गतिविधियां विशेष रूप से चर्चित हैं, जिससे यह जगह श्रद्धालुओं के लिए एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल बन गई है।

नवरात्र के मौके पर बीएनपी 6 दुर्गा मंदिर परिसर में दुर्गा माता की विशाल प्रतिमा स्थापित की गई है। साथ ही यहां विशेष पूजा-अर्चना का आयोजन किया जा रहा है। मंदिर में कुल 121 कलश स्थापित किए गए हैं, जो यहां की धार्मिक परंपरा की गहराई को दर्शाते हैं।

कलश की संख्या समय के साथ बढ़ती जाती है क्योंकि श्रद्धालु अपनी मन्नत पूरी होने पर कलश की स्थापना करते हैं। यह परंपरा वर्षों से चली आ रही है और इसे लोग बड़ी श्रद्धा से निभाते हैं।

मंदिर में पूजा-अर्चना का संचालन बीएनपी 6 के अधिकारियों और पुलिस कर्मियों द्वारा किया जाता है, जिसमें पुजारी भी इसी क्षेत्र के होते हैं।

इस बार की दुर्गा पूजा समिति के जजमान जयकांत मंडल हैं, जो प्रतिदिन भगवती की पूजा में शामिल होते हैं और पूजा की देखरेख करते हैं। इसके अलावा मंदिर में कई अन्य पंडित भी पूजा करवाते हैं, जिससे पूजा-अर्चना का क्रम पूरी तरह से पारंपरिक और धार्मिक विधि के अनुसार संपन्न होता है।

आचार्य संदीप पाठक ने बताया कि बीएनपी 6 में नवरात्रि भव्य रूप से मनाई जाती है। मंदिर में स्थापित 121 कलशों का विशेष महत्व है। ये कलश श्रद्धालुओं की मनोकामनाओं को पूरा करने का प्रतीक माने जाते हैं। जब कोई भक्त अपनी मन्नत पूरी होने पर कलश स्थापित करता है, तो उसकी संख्या बढ़ जाती है। इस प्रकार मंदिर में कलशों की संख्या धीरे-धीरे 121 तक पहुंच गई है।

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Created On :   24 Sept 2025 1:34 PM IST

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