चीन लोक गणराज्य स्थापना की 76वीं वर्षगांठ पर भव्य सत्कार समारोह आयोजित

बीजिंग, 1 अक्टूबर (आईएएनएस)। चीन लोक गणराज्य की स्थापना की 76वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में 30 सितंबर की शाम राजधानी पेइचिंग स्थित जन बृहद भवन में भव्य सत्कार समारोह आयोजित किया गया। इस अवसर पर चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने महत्वपूर्ण भाषण देते हुए कहा कि चीनी राष्ट्र का महान पुनरुत्थान इतिहास का अभूतपूर्व कार्य है। आकांक्षाएं और चुनौतियां हमें समय का सदुपयोग करने और निरंतर परिश्रम के लिए प्रेरित करती हैं।
उन्होंने कहा, "पूरे देश को सीपीसी केंद्रीय समिति के इर्द-गिर्द और अधिक एकजुट होकर दृढ़ संकल्प और कठिन परिश्रम से चीनी शैली के आधुनिकीकरण का एक और शानदार अध्याय लिखना चाहिए।"
सत्कार समारोह की अध्यक्षता प्रधानमंत्री ली छ्यांग ने की। इस अवसर पर चाओ लेची, वांग हुनिंह, थ्साई छी, तिंग श्वेश्यांग, ली शी और हान चंग सहित लगभग 800 घरेलू और विदेशी अतिथि उपस्थित रहे और चीन लोक गणराज्य की स्थापना दिवस की खुशी साझा की।
राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने देशवासियों को शुभकामनाएं देते हुए उन मित्र देशों और अंतरराष्ट्रीय मित्रों का आभार व्यक्त किया, जिन्होंने लंबे समय से चीन के विकास और निर्माण कार्य का समर्थन किया है।
अपने संबोधन में शी चिनफिंग ने कहा, "देश की स्थापना के बाद पिछले 76 वर्षों में सीपीसी ने जनता को आत्मनिर्भरता और संघर्ष की राह पर अग्रसर किया है और ऐसी महान उपलब्धियां हासिल की हैं जो इतिहास में अंकित रहेंगी।"
उन्होंने कहा कि हमें ऐतिहासिक अनुभव से सीख लेकर देश का बेहतर निर्माण करना चाहिए तथा पुरानी पीढ़ी के नेताओं और क्रांतिकारी शहीदों द्वारा शुरू किए गए कार्यों को आगे बढ़ाना चाहिए।
शी चिनफिंग ने यह भी उल्लेख किया कि इस वर्ष की शुरुआत से जटिल परिस्थितियों का सामना करते हुए चीन ने सुधारों को और गहरा किया है, उच्च गुणवत्ता वाले विकास को मजबूती से आगे बढ़ाया है, जनता की आजीविका में सुधार पर विशेष ध्यान दिया है और पार्टी के सख्त शासन को और व्यापक बनाया है। इसके परिणामस्वरूप पार्टी और देश के विभिन्न क्षेत्रों में नई प्रगति और उपलब्धियां हासिल हुई हैं।
उन्होंने जानकारी दी कि आगामी अक्टूबर में सीपीसी 20वीं केंद्रीय समिति का चौथा पूर्ण अधिवेशन आयोजित करेगी, जिसमें 15वीं पंचवर्षीय योजना के लिए अध्ययन और प्रस्ताव तैयार किए जाएंगे।
उन्होंने कहा, "नई यात्रा के दौरान 'एक देश, दो प्रणाली' नीति को पूरी दृढ़ता से लागू करना होगा। हांगकांग और मकाओ को राष्ट्रीय विकास में और बेहतर रूप से एकीकृत करने, उनकी अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाने और जनता की आजीविका में सुधार के लिए समर्थन करना होगा। साथ ही, थाईवान जलडमरुमध्य के दोनों तटों के बीच आदान-प्रदान और सहयोग को गहरा करना आवश्यक है, जबकि 'थाईवान स्वतंत्रता' तथा बाहरी हस्तक्षेप की अलगाववादी गतिविधियों का कड़ा विरोध करते हुए राष्ट्रीय संप्रभुता और प्रादेशिक अखंडता की रक्षा करनी होगी।"
शी चिनफिंग ने यह भी कहा, "तीव्र परिवर्तनशील अंतरराष्ट्रीय परिस्थिति में चीन को मानव जाति के साझा मूल्यों को आगे बढ़ाना चाहिए, सच्चे बहुपक्षवाद का पालन करना चाहिए और वैश्विक विकास पहल, वैश्विक सुरक्षा पहल, वैश्विक सभ्यता पहल तथा वैश्विक शासन पहल को मजबूती से आगे बढ़ाना चाहिए।"
उन्होंने आह्वान किया कि सभी देश मिलकर मानव जाति के साझा भविष्य वाले समुदाय के निर्माण में योगदान दें।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
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Created On :   1 Oct 2025 4:01 PM IST