क्रिकेट: 26 जून विशेष शानदार फील्डिंग की वजह से आज भी याद किये जाते हैं एकनाथ सोलकर

26 जून विशेष शानदार फील्डिंग की वजह से आज भी याद किये जाते हैं एकनाथ सोलकर
यूं तो आप किसी भी क्रिकेटर को उसकी बल्लेबाजी, या फिर गेंदबाजी के चलते याद करते होंगे, लेकिन आज हम उस भारतीय खिलाड़ी के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्हें उनकी शानदार फील्डिंग की वजह से आज भी याद किया जाता है।

नई दिल्ली, 25 जून (आईएएनएस) । यूं तो आप किसी भी क्रिकेटर को उसकी बल्लेबाजी, या फिर गेंदबाजी के चलते याद करते होंगे, लेकिन आज हम उस भारतीय खिलाड़ी के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्हें उनकी शानदार फील्डिंग की वजह से आज भी याद किया जाता है।

जी हां! हम बात कर रहे हैं एकनाथ सोलकर की, जिन्हें अक्सर उस शॉर्ट लेग पर फील्डिंग करते हुए देखा जाता था, जो सबसे जोखिम वाली पोजिशन मानी जाती है।

शॉर्ट लेग वही पोजिशन होती है, जहां फील्डर बल्लेबाज के सबसे नजदीक होता है। बल्लेबाज का कोई भी शॉट यहां मौजूद फील्डर को चोटिल कर सकता है। यह वही पोजिशन है, जहां पर फील्डिंग करते हुए रमन लांबा चोटिल हुए थे, जिसके बाद उनकी जान तक चली गई... लेकिन एकनाथ सोलकर बहुत साहसी थे!

18 जनवरी 1948 को महाराष्ट्र में जन्मे एकनाथ सोलकर बेहद गरीब परिवार से आते थे। एकनाथ के पिता बॉम्बे के हिंदू जिमखाना मैदान में ग्राउंसमैन थे।

एक कमरे की छोटी सी झोपड़ी में एकनाथ अपने माता-पिता और पांच भाई-बहनों के साथ रहा करते थे। परिवार के पास इतने पैसे नहीं थे कि बेटे को अच्छी सुविधाएं मुहैया करवा सकें।

धीरे-धीरे एकनाथ सोलकर ने नेट्स पर अपनी गेंदबाजी से बॉम्बे के खिलाड़ियों को प्रभावित करना शुरू किया। इसके बाद उन्हें बॉम्बे के लिए ही डेब्यू का मौका भी मिल गया।

एकनाथ सोलकर ने 1966-67 में रणजी ट्रॉफी में डेब्यू करते हुए 38 रन देकर छह विकेट ले लिए। इसके बाद अक्टूबर 1969 में उन्हें न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट टीम में डेब्यू का मौका मिल गया। 1970-71 में जब टीम इंडिया ने पहली बार वेस्टइंडीज को हराया, तो उस मैच में सोलकर ने छह कैच लपके थे। अपनी कैचिंग के दम पर 1971 में इंग्लैंड के खिलाफ भारत को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई।

एकनाथ सोलकर को जुलाई 1974 में भारत के लिए वनडे मैच भी खेलने का मौका मिल गया।

एकनाथ सोलकर ने 27 टेस्ट खेले, जिसमें 53 कैच लपके। टेस्ट करियर में सोलकर ने 48 पारियों में बल्ले से 25.42 की औसत के साथ 1068 रन बनाए, जबकि गेंद से 18 विकेट चटकाए।

वनडे फॉर्मेट की बात करें, तो एकनाथ सोलकर ने चार मुकाबलों में 4 विकेट लेने के अलावा 27 रन भी बनाए।

शानदार खेल की बदौलत एकनाथ सोलकर को साल 1972 में अर्जुन अवॉर्ड से नवाजा गया। दुनिया के बेस्ट फील्डर्स में शुमार एकनाथ सोलकर 26 जून 2005 को दुनिया छोड़ गए।

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Created On :   25 Jun 2025 9:06 AM

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