खेल: 9वें एशियाई शीतकालीन खेलों के मुख्य ग्राफिक्स, रंग प्रणाली और खेल चिह्न जारी
बीजिंग, 14 अप्रैल (आईएएनएस)। वर्ष 2025 में हार्बिन में 9वें एशियाई शीतकालीन खेलों के लिए 300 दिन की उलटी गिनती थीम कार्यक्रम का आयोजन 13 अप्रैल की रात को हार्बिन ग्रैंड थिएटर में भव्य रूप से किया गया। कार्यक्रम में एशियाई शीतकालीन खेलों के मुख्य ग्राफिक्स, रंग प्रणाली और खेल चिह्न जारी किए गए।
नवें एशियाई शीतकालीन खेलों का मुख्य ग्राफिक्स रेइफ़ंग है, जो “शुभ हिमपात अच्छी फसल का संकेत देता है”, इस पुरानी चीनी कहावत से आया है। बर्फ न केवल हार्बिन का बिजनेस कार्ड है, बल्कि इस शहर के विकास की "आधारशिला" भी है।
मुख्य ग्राफिक्स शहरी तत्वों जैसे हार्बिन ग्रैंड थिएटर, स्नोफ्लेक्स और बर्फ के फूलों से सुसज्जित हैं। यह बर्फ के शहर, संगीत के शहर और ओलंपिक चैंपियंस के शहर की रोमांटिक विशेषताओं और जीवंत विकास गति को दर्शाता है। इसका उपयोग मुख्य रूप से एशियाई शीतकालीन खेलों के विभिन्न क्षेत्रों जैसे आयोजन स्थलों के अंदर और बाहर, शहरी छवि परिदृश्य, सांस्कृतिक गतिविधियों आदि के डिजाइन कार्य में किया जाता है।
नवें एशियाई शीतकालीन खेलों की रंग प्रणाली में चार थीम रंग - नीला, बैंगनी, हरा और पीला - शामिल होते हैं। रंग प्रणाली का उपयोग मुख्य रूप से प्रतिस्पर्धा के खेल चिह्नों, शहरी वातावरण निर्माण, स्थानों और लाइसेंस प्राप्त उत्पादों के विकास के लिए डिजाइन में किया जाएगा।
इन खेलों के खेल चिह्नों का डिज़ाइन प्रतीक चिह्न "छाओयुए" आकार से लिया गया है जो खेल आयोजनों की गतिशील विशेषताओं को व्यक्त करता है और प्रतीक डिजाइन अवधारणा से मेल खाता है।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
अस्वीकरण: यह न्यूज़ ऑटो फ़ीड्स द्वारा स्वतः प्रकाशित हुई खबर है। इस न्यूज़ में BhaskarHindi.com टीम के द्वारा किसी भी तरह का कोई बदलाव या परिवर्तन (एडिटिंग) नहीं किया गया है| इस न्यूज की एवं न्यूज में उपयोग में ली गई सामग्रियों की सम्पूर्ण जवाबदारी केवल और केवल न्यूज़ एजेंसी की है एवं इस न्यूज में दी गई जानकारी का उपयोग करने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञों (वकील / इंजीनियर / ज्योतिष / वास्तुशास्त्री / डॉक्टर / न्यूज़ एजेंसी / अन्य विषय एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें। अतः संबंधित खबर एवं उपयोग में लिए गए टेक्स्ट मैटर, फोटो, विडियो एवं ऑडिओ को लेकर BhaskarHindi.com न्यूज पोर्टल की कोई भी जिम्मेदारी नहीं है|
Created On :   14 April 2024 7:18 PM IST